बांदुला गुनावर्दने ने कहा कि चीन-श्रीलंका का मैत्रीपूर्ण इतिहास बहुत लंबा है। उन्हें चीनी भाषा व चीनी संस्कृति बहुत पसंद है। अब वे एक चीनी विश्वविद्यालय में पढ़ रहे हैं। चीन के आर्थिक विकास व अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव बढ़ने के साथ साथ श्रीलंका समेत कई देशों में चीनी भाषा सीखने के प्रति उत्साह है। श्रीलंका सरकार चीनी भाषा सीखने के महत्व पर बड़ा ध्यान देती है। कुछ हाई स्कूलों में चीनी भाषा विभाग की स्थापना की गयी। सीआरआई की रेडियो कंफ्यूशियस कक्षा ने चीनी भाषा व चीनी संस्कृति के प्रसार-प्रचार के लिये बड़ा योगदान दिया है। आशा है कि चीनी राष्ट्रीय चीनी भाषा दफ्तर तथा श्रीलंका स्थित चीनी दूतावास लगातार पूंजी, तकनीक, व स्थानीय शिक्षकों के प्रशिक्षण पर समर्थन देते रहेंगे।
सुश्री शू ने कहा कि श्रीलंका की रेडियो कंफ्यूशियस कक्षा ने युवाओं के बीच चीनी भाषा सीखने और चीनी संस्कृति को समझने के लिये एक खिड़की खोल दी है। साथ ही उन्होंने विदेश में स्थित विभिन्न रेडियो कंफ्यूशियस कक्षाओं को बड़ा समर्थन देने की बात भी कही।
इस समारोह में सीआरआई की श्रीलंकाई रेडियो कंफ्यूशियस कक्षा के शिक्षक, छात्र व मीडिया के प्रतिनिधि समेत 400 से अधिक लोग मौजूद थे।
चंद्रिमा