पिछले साल 31 दिसंबर को चीन में कानसू प्रांत की राजधानी लानचो से शिनच्यांग वेवूर स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ऊरुमूची तक की 4 हजार एक सौ किलीमीटर लंबी रेलवेलाईन पूरी तरह विद्युतीकृत हो गई, जो नए एशिया-यूरोप महाद्वीपीय पुल का एक भाग है।
दक्षिण चीन के च्यांग सू प्रांत के ल्यैन युन कांग शहर और शानतुंग प्रांत के री च्याओ शहर से हॉलैंड के रॉटरडैम बंदरगाह और बेल्जियम के एंटवर्प बंदरगाह तक नए एशिया - यूरोप महाद्वीपीय पुल को नया रेशम मार्ग माना जाता है, जिसकी कुल लम्बाई 10 हजार 9 सौ किलीमीटर है। चीन में इस रेलवे लाइन की लम्बाई 4 हजार 1 सौ किलीमीटर है। ये रेलवे लाइन च्यांग सू, शान तुंग, एन ह्वी, हन्नान, शिनच्यांग जैसे दस प्रांतों के प्रमुख केंद्रीय शहरों से गुजरती है। नए एशिया - यूरोप महाद्वीपीय पुल पर यातायात शुरू होने से यूरोप तक एशिया के बीच की दूरी समुद्र के मुकाबले 5 हज़ार नॉटिकल मील कम है साथ ही माल ढुलाई में समय भी कम लगेगा।