तीसरी समुद्री सुरक्षा पर गाले बैठक 13 दिसंबर को श्रीलंका के गाले शहर में आयोजित हुई। इस बैठक का विषय सामरिक साझेदारी की मजबूती और भविष्य के बारे में चर्चा करना है। चीन, अमेरिका, रूस, जापान, कनाडा, ब्रिटेन और पाकिस्तान आदि 28 देशों से लगभग 300 एडमिरलों, सरकारी अधिकारियों और विशेषज्ञों ने बैठक में हिस्सा लिया।
श्रीलंका की नौसेना के कमांडर ने उद्घाटन भाषण दिया। श्रीलंका के विदेश मंत्री, और रक्षा व शहरी विकास मंत्रालय के स्थायी सचिव ने भी भाषण दिए। उन्होंने श्रीलंका द्वारा समुद्र का शांतिपूर्ण उपयोग और हिंद महासागर की शांति की रक्षा आदि विषयों पर प्रकाश डाला। साथ ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय जहाजरानी और अंतर्राष्ट्रीय रणनीति में हिंद महासागर के महत्व की जानकारी दी। साथ ही समुद्री सुरक्षा पर सहयोग में हिंद महासागर के तटीय देश की संभावना व महत्व की अपील की। वहीं उन्होंने अपील की कि श्रीलंका में बंदरगाहों का निर्माण करने के लिये चीन की मदद शांतिपूर्ण है। सैन्य उद्देश्यों के बजाय आर्थिक विकास के लिए श्रीलंका ने यह काम किया।
चीनी पीएलए के नानजिंग सैन्य क्षेत्र के उप सेनापति और पूर्वी चीन सागर जंगी-समुद्री बेड़ा के सेनापति सू झीक्यान ने कहा कि चीन और सभी देशों के साथ आम राय को गहरा बनाएंगे, सहयोग का विकास करेंगे और समुद्र की संयुक्त रक्षा करेंगे। चीन शांतिपूर्ण, सामंजस्यपूर्ण और सहकारी समुद्री राय का समर्थन करता है। दोनों पक्षों के बीच आपसी विश्वास, पारस्परिक रूप से लाभप्रद और सहयोग करके आम सुरक्षा पाएगी। चीन समुद्री आधिपत्य का विरोध करता है। इसके साथ-साथ चीन बातचीत के उपयोग से विवादों का समाधान करेगा। चीन सभी देशों की नौसेनाओं के बीच सहयोग का विकास करेंगा। इसके तहत चीन विश्व समुद्री सुरक्षा की रक्षा करने के लिये आगे प्रयास करेगा।
(हैया)