चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 18वीं राष्ट्रीय कांग्रेस जल्द आयोजित होने वाली है, देश के 8 करोड़ पार्टी मेम्बरों में से चुने गए 2 हजार 2 सौ प्रतिनिधि मौजूदा कांग्रेस में पार्टी के अहम मामलों पर विचार विमर्श करेंगे और पार्टी की नीति निर्धारित करेंगे। सत्तारूढ़ दल होने के कारण चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की नीतियों का चीन के भविष्य पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा, इसलिए 18वीं कांग्रेस पर व्यापक ध्यान दिया जा रहा है।
हुपै प्रांत के खांची गांव के मुखिया वेई तेंग त्यान पार्टी के एक श्रेष्ठ सदस्य है, जिन्होंने गांव में अनेक कुएं खुदवा कर पानी के नल लगाए और गांववासियों के पेयजल की समस्या हल की है। खांची गांव चीन की अल्पसंख्यक जाति ह्वी जाति का एक गांव है। वर्ष 1975 में सेना से सेवानिवृत्त वेई तेंग त्यान गांव की पार्टी शाखा के सचिन के पद पर चुने गए। पिछले 37 सालों में श्री वेई तेंगत्यांग ने गांववासियों को खुशहाली दिलाने के लिए कड़ी मेहनत की, उन की मनोकामना है कि गांव के सभी लोग खुशहाल जीवन बिताएंगे। उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि गांव की सूरत बदलने के लिए लोगों का नेतृत्व करने वाला होना चाहिए, ताकि उन्ही की रहनुमाई में सभी गांववासी एकजुट होकर जीवन को सुखमय बनाने की कोशिश कर सकें। यह मेरा लक्ष्य है और इसे पूरा करने के लिए मैं जिन्दगी भर प्रयास करूंगा।
खांची गांव एक दूरदराज गांव है जो शहर से काफी दूर है। लेकिन पिछले 37 सालों में वेई तेंगत्यान के नेतृत्व में खांची गांव में पक्की सड़क बनायी गयी, बिजली, नल के पानी, तेलीफोन और टेलीविजन की सुविधाएं उपलब्ध करायी गयीं, इस तरह एक गरीब गांव अब खुशहाल गांव बन गया। अपने योगदान के लिए श्री वेई तेंगत्यान चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 18वीं कांग्रेस के प्रतिनिधि के लिए चुने गए। उन का कहना है कि पार्टी कांग्रेस के प्रतिनिधि बनने के बाद उन का कर्तव्य और बड़ा हो गया, दूर दराज गांवों की अल्पसंख्यक जातियों के प्रतिनिधि के रूप में वे जरूर पार्टी कांग्रेस में आम लोगों की रायें ले जाएंगे।
शिन्चांग वेवूर स्वायत्त प्रदेश के वुलीखाई गांव के गांववासी कमेटी के प्रधान मेमेटिजान भी एक ऐसे गांव मुखिया है, जिन के नेतृत्व में गांव का काया बदला और एक समृद्ध गांव बन गया। बुलीखाई गांव एक सरहदी अल्पसंख्यक जातीय गांव है जहां वेवूर, कजाख और हान समेत अनेक जातियों के लोग रहते हैं। श्री मेमेटिजान ने कहा कि ऐसे गांव को खुशहाल बनाने के लिए जातीय एकता कायम रहना बहुत जरूरी है। हमें अपनी आंखों की रक्षा करने की भांति जातीय एकता को मजबूत करना चाहिए, जब विभिन्न जातियों में एकता कायम हुई, तब समाज में स्थिरता बनी रहेगी और गांव का आर्थिक सामाजिक विकास संभव होगा। अविकसित होने की हालत में आम जनता को हानि पहुंचेगी।
मेमेटिजान के नेतृत्व में गांव वासियों ने विकसित स्थानों से अनुभव सीखे और कृषि तकनीकों के विकास के आधार पर विभिन्न परियोजनाओं का विकास किया। फलस्वरूप अब बुलीखाई गांव में गैहूं के ऊंची पैदावार वाले खेतों, सेब बगीचों, पशुपालन केन्द्रों की स्थापना की गयी और गांव समृद्धि की राह पर चल आया। पार्टी की 18वीं कांग्रेस के प्रतिनिधि चुने जाने के बाद मेमेटिजान की कामना है कि अपने कर्तव्य को और अच्छी तरह निभाएंगे। इस साल 47 वर्ष की सुश्री होंग हानयंग शिन्चांग की शिपाई जाति की है। अब वे शांगहाई चीनी चिकित्सा विश्वविद्यालय के कार्यकर्ता हैं। अल्पसंख्यक जाति से आई होंग हान यंग अल्प संख्यक जातियों की संस्कृति से वाकिफ हैं और देश की जाति संबंधी नीति समझती है। अनेक भाषाओं के ज्ञात होने के कारण वे मुख्यतः अल्पसंख्यक जातियों के छात्रों की अध्यापिका नियुक्त हुई। अल्पसंख्यक जातियों के छात्रों को शांगहाई में बेहतर जीवन व अध्ययन केलिए मदद देने केलिए सुश्री होंग हानयंग ने बहुतसारे काम किए और छात्रों से बड़ा विश्वास प्राप्त हुआ।
पार्टी की 18वीं कांग्रेस के प्रतिनिधि चुने जाने के बाद उन्होंने कहाः यह मेरे लिए एक गौरव है, साथ ही मेरा कर्तव्य भी बढ़ गया, मै अवश्य अपना नया कर्तव्य बेहतर निभाऊंगी। 18वीं कांग्रेस के प्रतिनिधियों में उपरोक्त तीनों व्यक्ति जैसे अनेक अल्पसंख्यक जातीय पार्टी सदस्य हैं। सूत्रों के अनुसार 18वीं कांग्रेस में अल्पसंख्यक जातियों के 249 प्रतिनिधि हैं जो 17वीं कांग्रेस से सात अधिक है। और देश की 55 अल्पसंख्यक जातियों में से 43 के अपने अपने प्रतिनिधि हैं, जो पहले से भी ज्यादा है।