चीनी राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो ने 15 अक्तूबर को इस साल के सितम्बर माह में नागरिक उपभोक्ता सूचकांक यानी सीपीआई तथा कारखानों के उत्पाद दामों का सूचकांक यानी पीपीआई जारी किए। आंकड़ों के मुताबिक सितम्बर माह में चीन में सीपीआई की दर अगस्त माह की 2 प्रतिशत से घट कर 1.9 फीसदी रह गयी, साथ ही पीपीआई की दर भी अगस्त से घटकर 3.6 हो गयी, जो लगातार सात माहों से गिरती रही। विशेषज्ञों का कहना है कि इस का यह मतलब हुआ है कि चीन में आर्थिक वृद्धि दर सब से निची सीमा तक पहुंची है और महंगाई पर अच्छी तरह नियंत्रण किया गया है और भविष्य में मुद्रास्फीति कम होगी और साल के अंतिम तिमाही में आर्थिक वृद्धि स्थिर होगी।
इस साल, 64 साल की पेइचिंग निवासी सुश्री चांग हर रोज पेइचिंग के शचिंगशान डिस्ट्रिक्ट की एक खुली सब्जी मंडी में घर के लिए सब्जी खरीदने जाती है। इधर के महीनों में पेइचिंग में चीजों के दामों के बारे में चर्चा करते हुए उन्हों ने कहा कि हालांकि सब्जियों के दाम लगातार बढ़ते गए है, फिर भी वह अभी सहा जा सकता है।
टमाटर, फुलगोभी, आलू और सेम आदि मेरे घर के लिए आम सब्जी है, पिछले साल की तुलना में उन के दाम बढ़ गये है, लेकिन उन के दाम अब भी सहने के अन्तर्गत हैं, अंडे का दाम थोड़ा ज्यादा बढ़ा है, कुछ समय पहले वह 7.6 य्वान किलो था, फिर 9.8 य्वान किलो हुआ, अब 9.4 य्वान हो गया।
पिछले कुछ महीनों में चीन में सीपीआई दर निचे स्तर पर बनी रही है। चीनी राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के सितम्बर के ताजा आंकड़ों के मुताबिक सीपीआई अब दो प्रतिशत से कम आ गयी है। इस पर विशेषज्ञों का कहना है कि इस का मतलब है कि चीन में आर्थिक वृद्धि दर में जो गिरावट आयी है, वह सब से निचली सीमा तक पहुंच गयी है. चीजों के दामों पर अच्छी तरह काबू पाया गया है और भविष्य में मुद्रास्फीति का दबाव हल्का होगा। चीनी राष्ट्रीय सूचना केन्द्र के आर्थिक अनुसंधान विभाग के शोधकर्ता वांग युआन होंग ने कहाः
कहा जा सकता है कि इस प्रकार का जो परिवर्तन आया है, वह हमारे अनुमान के अन्तर्गत है। यद्यपि चीजों के दामों में थोड़ी सी बढ़ोत्तरी हुई, और अगस्त महीने में खाद्य पदार्थों के दामों में वृद्धि अपेक्षाकृत बड़ी है, तथापि सितम्बर में चीजों के भावों में जो गिरावट आयी है, वह काफी अधिक है, इस तरह अब चीन में चीजों के दाम स्थिर होने लगे और चीजों के दामों पर प्रभाव देने वाले कारक भी कम हुए, अक्तूबर में चीजों के दामों में जो नयी वृद्धि आयी है, इसमें खाद्य पदार्थों के दामों में आयी वृद्धि प्रमुख है। सितम्बर व अक्तूबर दोनों महीनों की स्थिति के आधार पर अनुमान लगाया जा सकता है कि साल के अंतिम तिमाही में यदि सीपीआई में थोड़ा सा परिवर्तन आएगा, वह भी आम तौर पर 2 प्रतिशत के आसपास रहेगी, यदि स्थिति अच्छी निकली, तो सीपीआई 2 प्रतिशत से नीची रहेगी।
सकल आर्थिक वृद्धि दर नीची आने की हालत में चीन में सितम्बर के महीने में मुद्रास्फीति की दर में थोड़ी सी कटौती आयी है। 15अक्तूबर को जारी किए गए सितम्बर के कारखानों के उत्पाद दामों के सूचकांक से पता चला है कि पीपीआई सूचकांक पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 3.6 गिर गया, जो बीते 35 महीनों में सब से अधिक है। पीपीआई सूचकांक से कारखानों के उत्पाद दामों में आने वाले परिवर्तन की स्थिति मालूम हो सकती है. इस पर शोधकर्ता वांग युआन होंग ने कहा कि घरेलू व बाहरी मांगों के कम होने के कारण ही पीपीआई का सूचकांक गिर पड़ा है। फिर भी वे साल के अंतिम तिहामी में आर्थिक स्थिति पर आशावान हैं। उन्होंने कहाः
दरअसल, दूसरे तिमाही और तीसरे तिमाही में चीन सरकार ने पूंजी के निवेश को बढ़ाया है, 12वीं पंचवर्षीय योजना के संबंधित परियोजनाओं में काम आरंभ हो गया और सकम मौद्रिक कर्ज नीति के मुताबिक कुछ आर्थिक सामाजिक क्षेत्रों को अधिक समर्थन दिया जा रहा है । श्री वांग को विश्वास है कि वित्तीय नीति और मौद्रिक नीति के निश्चित समर्थन के कारण साल के अंतिम तिमाही में आर्थिक वृद्धि धीरे धीरे आएगी, इसतरह साल के अंतिम तिमाही में समग्र आर्थिक स्थिति आहिस्ते आहिस्ते स्थिर रूप से बढ़ने जाएगी।
इस के अलावा विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि अर्थव्यवस्था में प्रबव प्रोत्साहन देने के लिए साल के अंतिम तीन माहों में मौद्रिक नीति भी कुछ उदार होगी और बैंकों की रिजर्व रेशिया और ब्याज दर घट जाने की संभावना है।