पाकिस्तान के मीडिया ने 21 सितंबर को रिपोर्ट की कि पाकिस्तान में उसी दिन बड़े पैमाने पर अमेरिका विरोधी प्रदर्शन हुए। इस्लाम विरोधी अमेरिकी फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और करीब 200 लोग घायल हुए हैं।
प्रदर्शनकारियों ने पेशावर, कराची, इस्लामाबाद, लाहौर स्थित अमेरिकी राजनयिक एजेंसियों में घुसते समय पुलिस के साथ मुठभेड़ की। राजधानी इस्लामाबाद में हजारों प्रदर्शनकारियों ने 21 सितंबर के दोपहर के बाद पुलिस द्वारा दूतावास जिले में रखे बाधाओं को तोड़कर पाकिस्तान स्थित अमेरिकी दूतावास पहुँचने की कोशिश की। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिससे कम से कम 18 पुलिसकर्मियों और दर्जनों प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं। पुलिस के दो जांच चौकी, 5 कारें और एक गैस स्टेशन मुठभेड़ में जले गए।
सिंध प्रांत की राजधानी कराची में हुई मुठभेड़ से दो पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई। 110 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। पुलिस के चार कारें, 5 सिनेमाघर और 3 से 5 बैंक भी जले गए।
पख्तूनख्वा प्रांत की राजधानी पेशावर में हुए प्रदर्शन से कम से कम 4 लोग मारे गए। 40 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए। कई सिनेमाघर, दुकानें, रेस्तरां भी जले गए हैं।
पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतारकर इस्लाम विरोधी अमेरिकी फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन किया। अब तक इसी शहर में प्रदर्शन से कोई जानी माली नुक्सान नहीं हुआ।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ ने उसी दिन लोगों से मुठभेड़ बंद करके शांतिपूर्वक विरोध करने की अपील की। उन्होंने लोगों से संयम रखकर पैगम्बर मुहम्मद की रक्षा करने की अपील की। पाकिस्तान सरकार ने 21 सितंबर को पाकिस्तान स्थित अस्थायी कार्यदूत को बुलाकर इस्लाम विरोधी इस अमेरिकी फिल्म का कड़ा विरोध किया।
(नीलम)