दोस्तो , 27 अगस्त की सुबह चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थायी कमेटी ने पेइचिंग में नियमित सम्मेलन बुलाकर पर्यटन कानून के मसौदे पर विचार विमर्श शुरु कर दिया है । यह इस बात का द्योतक है कि चीन का प्रथम पर्यटन कानून न्यायिक प्रक्रिया में प्रविष्ट हो गया है । इस कानून का उद्देश्य है कि पर्यटकों और पर्यटन एजेंसियों के कानूनी अधिकारों व हितों की रक्षा की जाये , पर्यटन बाजार व्यवस्था को नियमबद्ध किया जाये , पर्यटन संसाधनों का संरक्षण और तर्कसंगत उपयोग किया जाए और पर्यटन उद्योग को तेजी से बढाया जाये ।
इधर सालों में चीनी पर्यटन उद्योग का तेजी से विकास होता गया है , वर्ष 2011 के अंत तक पर्यटन उद्योग में कार्यरतों की संख्या एक करोड़ तीस लाख से अधिक हो गयी है , घरेलू पर्यटन बाजार का पैमाना विश्व में प्रथम स्थान पर है , जबकि चीन में आने वाले पर्यटकों की संख्या और देश के बाहर चीनी पर्यटकों की खपत विश्व के तीसरे स्थान पर है । लेकिन फलते फूलते पर्यटन बाजार के पीछे एक विशेष नियमबद्ध पर्यटन कानून का अभाव है ।
27 अगस्त की सुबह चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थायी कमेटी का नियमित सम्मेलन पेइचिंग में शुरु हुआ । चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की वित्तीय व आर्थिक कमेटी के उप प्रधान सदस्य इन चुंग छिंग ने सम्मेलन में मसौदे का ब्योरा देते हुए कहा पर्यटन कानून का निर्धारण विकास के फारमूले को बदलने और श्रम व रोजगार को बढावा देने के लिये अत्यवश्यक है , पर्यटन बाजार को परिसीमित करने और पर्यटन उद्योग का निरंतर व स्वस्थ विकास करने के लिये अत्यावश्यक है , कानूनी स्तर को उन्नत करने और पर्यटन कानून का पूर्ण रुप से निर्धारण करने की सख्त जरुरत है , साथ ही अंतर्राष्ट्रीय आवाजाही को बढाने और घरेलू व विदेशी पर्यटन कानूनों को समन्वित बनाने की सख्त जरुरत भी है ।
रिपोर्ट के अनुसार इस पर्यटन विधेयक का जोर पर्यटकों और पर्यटन एजेंसियों के कानून अधिकारों व हितों को सुनिश्चित बनाने पर लगा हुआ है । मानवता के उन्मुख सुरक्षा को प्रधानता पर रखा जायेगा , ताकि पर्यटकों के कानूनी अधिकारों व हितों को सुनिश्चित किया जाये , पर्यटकों व पर्यटन एजेंसियों और पर्यटन उद्योग में कार्यरतों के बीच अधिकारों , कर्तव्य और दायित्व को संतुलित किया जाये , सरकारी निगरानी व प्रबंधन को सुदृढ़ बनाया जाये , पर्यटन बाजार व्यवस्था को नियमबद्ध किया जाये , पर्यटन संसाधनों का संरक्षण व तर्कसंगत उपयोग किया जाये और पर्यटन उद्योग का निरंतर व स्वस्थ विकास किया जा सके । इस की चर्चा में इन चुंग छिंग ने कहा अधिकारों के बारे में विधेयक में मानवता को प्रधानता पर रखने का विचार अभिव्यक्त हो गया है और पर्यटकों के अधिकारों व हितों के संरक्षण को प्रमुख स्थान पर ऱखा गया है । वर्तव्य के बारे में यह बताया गया है कि पर्यटकों को गंतव्य स्थलों के रीति रिवाजों का सम्मान करने , पर्यटन संसाधनों की रक्षा करने और स्थानीय वासियों , दूसरे पर्यटकों और पर्यटन एजेंसियों के कानूनी अधिकारों व हितों को क्षति न पहुंचाने का कर्तव्य निभाना ही होगा , विशेषकर पर्यटन के बहाने गैर कानूनी तौर पर बाहर ठहरने और देश के बाहर चीनी पर्यटकों के दायित्व और चीन में आने वाले पर्यटकों के अधिकारों , हितों व कर्तव्यों के बारे में निश्चय भी किये गये हैं ।
इस के अलावा विधेयक ने पर्यटन सुरक्षा को महत्व देकर सरकार के पर्यटन सुरक्षा दायित्व को स्पष्ट भी कर दिया है , गंतव्य स्थलों के सुरक्षा जोखिम बताने की प्रणाली की स्थापना की गयी है , पर्यटन के दौरान आकस्मिक घटना के मुकाबले के बारे में तकाजा पेश किया गया है , साथ ही पर्यटन स्थलों की पर्यटकों के प्रवाह की नियंत्रण प्रणाली भी कायम की गयी है । साथ ही पर्यटन एजेंसियों की सुरक्षा गारंटी , सुरक्षा चेतावनी और दुर्घटना के बचाव सहायता के बारे में निश्चय भी किये गये हैं ।
चीनी पर्यटन उद्योग के फलते फूलते विकास की स्थिति में कुछ अस्वस्थ तत्व फिर भी मौजूद हैं , शून्य या नकारात्मक किराया , महंगी दर्शनीय टिकट और घातक प्रतिस्पर्द्धा आदि समस्याएं फिर भी पर्यटन बाजार की सामान्य व्यवस्था को बाधित करती हैं । विधेयक में कुल दस खंडों की 98 धाराओं में कुछ जबरदस्त सामाजिक समस्याओं पर परिसीमन कर दिया गया है । इन चुंग छिंग ने उदाहरण देते हुए कहा शून्य व नकारात्मक किराये के बारे में यह निश्चय किया गया है कि किसी भी पर्यटन एजेसी को अपनी लागत के नीचे दाम से पर्यटकों को आकर्षित करने , संगठिन करने और सेवा उपलब्ध कराने की मनाही है । जबरदस्त खरीदारी व अतिरिक्त लागत के बारे में यह निश्चय किया गया है कि किसी भी पर्यटन एजेंसी को पर्यटकों को निर्दिष्ट स्थलों में जबरन खरीदारी करने नहीं देना चाहिये , अतिरिक्त लागत के लिये किसी भी रुप वाले पर्यटन मुद्दे का बंदोबस्त नहीं करना चाहिये , गाइड सेवा शुल्क पर्यटन अनुबंध में स्पष्ट करना भी होगा ।
पता चला है कि साढे चार दिवसीय सम्मेलन में चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थायी कमेटी उक्त पर्यटन विधेयक पर विचार विमर्श कर संशोधित सुझाव भी पेश कर रही है ।