अगर आपका बच्चा जल्दी ही चीनी भाषा में फर्राटेदार भाषण देता नज़र आए तो आप हैरत में तो ज़रूर पड़ जाएंगे ... लेकिन मैं आपको बता दूं कि ये जल्दी ही सच साबित होने वाला है ... बहुत जल्दी भारत में सीबीएसई के स्कूलों में आपके बच्चों को चीनी भाषा पढ़ाने का इंतज़ाम किया जा रहा है। इसके लिए चीन की राजधानी पेइचिंग में मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग पर हस्ताक्षर किये गए हैं।
ये हस्ताक्षर पेइचिंग में भारतीय दूतावास में चीनी भाषा को सीबीएसई के कोर्स में शामिल करने के लिये हुए। एम ओ यू पर हस्ताक्षर करने के लिये भारतीय पक्ष से चीन में भारत के राजदूत डॉक्टर एस जयशंकर और चीनी भाषा संस्थान की महानिदेशिका शुई लिन मौजूद थे।
इस हस्ताक्षर के बाद भारत में स्कूल स्तर पर चीनी भाषा बच्चों को सिखाई जाएगी। इससे दोनों देशों के बीच संबंध और प्रगाढ़ बनेंगे, साथ ही भारतीय युवाओं को एक नई भाषा सीखने के साथ पड़ोसी देश चीन की संस्कृति के और करीब आने का मौका भी मिलेगा। चीनी भाषा को सीखने का दूसरा पक्ष दोनों देशों के बीच बढ़ता व्यापार भी है, जिससे दोनों देश के युवाओं को रोज़गार के नए अवसर मिलेंगे।
कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में 300 भारतीय चीनी भाषा के अध्यापक छात्रों को प्रशिक्षण देंगे जिससे हमारे देश की नई पीढ़ी को एक और नई भाषा जानने समझने और बोलने का मौका मिलेगा। फिलहाल सीबीएसई के कोर्स में दस विदेशी भाषाएं शामिल हैं जिनमें से 5 यूरोपीय और 5 एशियाई मूल की हैं।