6ठां चीनी अंतर्राष्ट्रीय योग सम्मेलन 24 अगस्त को पेइचिंग में शुरू हुआ। इस मौके पर चीन-भारत मैत्री संघ की उप-अध्यक्ष ल्वान युन थाओ, पेइचिंग कर्मचारी खेल संघ के सचिव तिंग शिन, भारतीय दूतावास के सांस्कृतिक सचिव अरूण साहू सहित कई जाने-माने व्यक्ति उपस्थित थे।
ल्वान युन थाओ ने अपने भाषण में कहा कि योगा का जन्म भारत में हुआ है और चीन में योगा का प्रचलन भारत से ही आया है। उन्हें आशा है कि इसके ज़रिए योग संस्कृति का प्रचार प्रसार होगा और चीनी जनता भारतीय संस्कृति के प्रति आकर्षित होगी। साथ ही दोनों देशों के बीच आदान प्रदान आगे बढ़ाने में योगदान दिया जाएगा। अरुण साहू ने कहा कि योग की जड़ें भारत में है, लेकिन चीनी जनता उसे बहुत पसंद करती है। हाल में चीनी युवाओं का योगा के प्रति दिलचस्पी काफी बढ़ा है। उन्हें उम्मीद है कि इस सम्मेलन और योगा के प्रचार-प्रसार से दोनों देशों की जनता के रिश्ते और मजबूत होंगे।
बताया जाता है कि चीन की मुख्य भूमि, हांगकांग और थाइवान के दो सौ से अधिक योग प्रेमी इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।