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स्थिरता के चलते समान विकास को बढावा देने की चीन की अपील
2012-06-19 17:01:06

 स्थानीय समय के अनुसार 18 जून के दोपहर बाद जी बीस समूह का सातवां शिखर सम्मेलन मैक्सिको के समुद्र तटीय शहर लोस काबोस में उद्घाटित हुआ । सम्मेलन में हिस्सेदार नेताओं का समान विचार है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिये मध्यस्थता बिठाकर विश्व अर्थव्यवस्था के जबरदस्त , सतत और संतुलित विकास को बढावा देना आवश्यक है । चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ ने घोषित किया है कि चीन ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष को और 43 अरब अमरीकी डालर जुटाने का निर्णय लिया है , ताकि वर्तमान विश्व अर्थंतंत्र के सामने मौजूद जोखिम का मुकाबला किया जा सके । उन्होंने अपने भाषण में विभिन्न संबंधित पक्षों से अपील की है कि विश्व वित्तीय संकट के मुकाबले में प्राप्त उपलब्धि को बनाए रखने के साथ साथ स्थिरता में प्रगति की जाये और समान रुप से विश्व के विकास व समृद्धि को बढावा दिया जाये । 

वर्तमान में विश्व अर्थव्यवस्था मंद वृद्धि और यूरोपीय संकट में बिगाड़ आदि विविधतापूर्ण चुनौतियों का सामना कर रही है , जबकि पिछले तीन साल से अधिक समय में जी बीस समूह का शिखर सम्मेलन विश्व वित्तीय संकट का समान रुप से मुकाबला करने और पृथ्वीव्यापी राजनीतिक सुधार करने के लिये अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का अहम मंच बन गया है । अंतर्राष्ट्रीय समुदाय मौजूदा शिखर सम्मेलन में भूमंडलीय आर्थिक चुनौति के मुकाबले के बारे में हिस्सेदार नेताओं की सहमति पर नजर रखे हुए है । इस शिखर सम्मेलन की कार्यसूची के अनुसार 18 से 19 जून तक सम्मेलन में हिस्सेदार सभी नेता तीन पूर्णाधिवेशनों और दो कार्य भोज में वैश्विक आर्थिक परिस्थिति और अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था की मजबूती जैसे सिलसिलेवार मामलों पर विचार विमर्श कर रहे हैं । 18 जून को आयोजित प्रथम पूर्णाधिवेशन निर्धारित समय से तीन घंटे तवील हो गया ।

चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ अभी तक जी 20 समूह के सभी शिखर सम्मेलनों में शरीक हुए हैं । चीनी आर्थिक उपलब्धियों और विश्व वित्तीय संकट के मुकाबले में चीन की असाधारण भूमिका के मद्देनजर मौजूदा सम्मेलन में हू चिन थाओ का रवैया बेहद ध्यानाकर्षक है । प्रथम दिन के शिखर सम्मेलन में उपस्थित होने के चलते हू चिन थाओ ने क्रमशः जर्मनी और फ्रांस इन दोनों बड़े यूरोपीय देशों के नेताओं से अलग अलग तौर पर भेंट की और रुसी राष्ट्रपति पुतिन समेत ब्रिक्स देशों के नेताओं से भी वार्ता की ।

18 तारीख को हुए शिखर सम्मेलन में हू चिन थाओ ने स्थिरता में प्रगति करो और समान रुप से विकास को बढावा दो नामक भाषण दिया । उन्होंने बल देते हुए कहा कि विश्व का आर्थिक विकास अब आगे बढ़ने के कुंजीभूत दौर में है । विश्व वित्तीय संकट से उत्पन्न गहरा अंतरविरोध अभी भी मौजूद ही नहीं , नया जोखिम भी प्रकाश में आ रहा है । ऐसी स्थिति में विभिन्न पक्षों को चाहिये कि एक तरफ विश्व वित्तीय संकट के मुकाबले में प्राप्त उपलब्धि को सृदृढ़ बनाकर आर्थिक समाज की स्थिरता व विकास को बनाये रखा जाये , दूसरी तरफ स्थिरता में प्रगति करने के चलते नये आयाम व नये कदमों के माध्यम से नये मामलों का समाधान किया जाये और विश्व अर्थव्यवस्था में जबरदस्त , सतत व संतुलित वृद्धि को प्रेरित किया जाये । इस तरह उन्होंने चार सूत्रीय प्रस्ताव पेश किये , साथ ही विभिन्न पक्षों से अपील की है कि वे विश्व अर्थव्यवस्था के स्थिर पुनरुत्थान को गति देने , अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली को सुधारने में तेजी लाने , अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के स्वस्थ विकास और सतत विकास बढाने पर अडिग रुप से कायम रहें ।

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष को धन राशि सहायता देने के बारे में मामला सब से ध्यानकर्षक है , हू चिन थाओ ने सम्मेलन में चीन द्वारा प्रदत्त ठोस धन राशि की घोषणा करने के साथ साथ जताया है कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा प्रणाली के सुधार का फौरी कार्य यह है कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष संगठन के 2010 के कोटे और सुधार प्रस्ताव को मूर्त रुप दिया जाये , विकासमान देशों के प्रतिनिधित्व और सम्वाद अधिकार व अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय निगरानी को सुदृढ़ किया जाये और स्थिर , व्यवस्थित व समन्वित अंतर्राष्ट्रीय रिजर्व मुद्रा प्रणाली की स्थापना की जाये ।

विकास सवाल पर जोर और विकसित देशों व विकासमान देशों के समान विकास का समर्थन हू चिन थाओ के इस भाषण का दूसरा प्रमुख विषय है । उन्होंने कहा कि विश्व वित्तीय संकट के मुकाबले के लिये संबंधित देशों की नीतियों से विकासमान देशों पर पड़ने वाले प्रभाव को महत्व देना और उत्तर व दक्षिण के बीच मौजूद अंतर को कम करना चाहिये । इस के साथ ही हू चिन थाओ ने यह भी जता दिया है कि हरित वृद्धि को गति देना संसाधनों व पर्यावरण में तनाव को शिथिल बनाने और विश्व अर्थव्यवस्था का सतत विकास करने का महत्वपूर्ण माध्यम ही है ।

चीन की आर्थिक परिस्थिति के बारे में हू चिन थाओ ने कहा कि चीन अर्थतंत्र के स्थिर व काफी तेज विकास को बनाये रखने और आर्थिक ढांचे का समायोजन करने तथा मुद्रास्फीति पर नियंत्रण करने के प्रत्य़ाशित संबंध से सही ढंग से निपटने को संकल्पबद्ध है , घरेलू मांग का विस्तार करने के चलते अर्थतंत्र के स्थिर व काफी तेज विकास व दामों को मूलतः स्थिर नियंत्रित करने और समाज की सामंजस्यपूर्ण स्थिरता को बरकरार रखने पर जोर देगा ।

स्थानीय समय के अनुसार 19 जून को जी बीस समूह का सातवां शिखर सम्मेलन लोस कावोस में जारी रहेगा । 19 को होने वाले दो पूर्णाधिवेशनों में हिस्सेदार नेता विशेष तौर पर अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली के जजबूती व विकास मामले पर विचार विमर्ष कर देंगे । जबकि कार्य भोज में वे व्यापार व रोजगार मामलों पर केंद्रित रुप से चर्चा करेंगे । यह शिखर सम्मेलन स्थानीय समय के अनुसार 19 जून के दोपहर बाद समाप्त होगा , मौजूदा शिखर सम्मेलन में अंतिम परिणाम काफी रोमांचक है ।

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