6 से 7 जून तक शांगहाई सहयोग संगठन का 12बां शिखर सम्मेलन पेइचिंग में हो रहा है , यह एक विशाल व उच्च स्तरीय कूटनीतिक सम्मेलन ही है । मेजबान देश चीन को छोड़कर दसेक देशों के नेता , संयुक्त राष्ट्र , स्वतंत्र समुदाय , सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन , यूरोशियाई आर्थिक समुदाय आदि अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि इस सम्मेलन में भाग लेने आये हैं , इसी बीच वे राजकीय यात्रा समेत विविधतापूर्ण द्विपक्षीय वार्ताएं भी कर देंगे । मौजूदा शिखर सम्मेलन में वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय परिस्थितियों पर अपना रुख स्पष्ट किया जायेगा , विभिन्न क्षेत्रों में ठोस सहयोग का विन्यास किया जायेगा और इस संगठन के भावी एक दशक की विकास योजना बनायी जायेगी , जिस से शांगहाई सहयोग संगठन की सार्थक व खुली सहयोग विशेषता अच्छी तरह अभिव्यक्त हो गयी है और अपनी विशेष जीवनी शक्ति भी प्रदर्शित हुई है । यह शिखर सम्मेलन शांगहाई सहयोग संगठन को एक नयी बुलंदी पर पहुंचाने का नया मौका उपलब्ध करा देगा ।
पेइचिंग शिखर सम्मेलन शांगहाई सहयोग संगठन का अध्यक्ष देश होने के नाते चीन की अंतिम अहम कूटनीतिक गतिविधि है । अस्ताना शिखर सम्मेलन में चीन के प्रस्ताव के अनुसार जून 2011 से शुरु अच्छे पड़ोसियों जैसा मैत्रीपूर्ण वर्ष पूरा हो रहा है । पिछले एक साल में चीन ने विदेश मंत्री , रक्षा मंत्री , सुरक्षा सम्मेलन के सचिव , वित्त मंत्री व केंद्रीय बैंक गवर्नर , सुप्रीम कोर्ट राष्ट्रपति आदि अनेक मंत्री स्तरीय सम्मेलन बुला लिये हैं और शांगहाई सहयोग संगठन के विभिन्न क्षेत्रों और बहुपक्षीय सहयोग के विकास को बढावा दिया है ।
पेइचिंग शिखर सम्मेलन ऐसी पृष्ठभूमि में हो रहा है , जबकि सीरिया सवाल गतिरोध में पड़ गया है , अफगान परिस्थिति में निरंतर बिगाड़ आयी है , यूरोपीय कर्ज संकट का लगातार विस्तार हो गया है , क्षेत्रीय सुरक्षा परिस्थिति और अधिक तनावपूर्ण हो गयी है । बहुपक्षीय सहयोग और एक दूसरे के समर्थन के जरिये बाहरी सुरक्षित व आर्थिक वातावरण में हुए बदलाव से उत्पन्न नाना प्रकार वाली चुनौतियों का समान रुप से सामना करना शांगहाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों की सहमति बन गया है । परिवर्तनशील व जटिल अंतर्राष्ट्रीय परिस्थितियों के मद्देनजर शांगहाई सहयोग संगठन ने धैर्य से सदस्य देशों के अंदरुनी राजनीतिक सुरक्षा और आर्थिक विकास को सुनिश्चित कर दिया है और समान दिलचस्पी वाले भारी अंतर्राष्ट्रीय व क्षेत्रीय मामलों पर अपना रुख व्यक्त किया है , जिस से शांगहाई सहयोग संगठन की जिम्मेदाराना अंतर्राष्ट्रीय छवि प्रदर्शित ही नहीं , बल्कि शांगहाई भावना को केंद्र बनाने वाली सहयोग धारणा भी अच्छी तरह प्रकट हो गयी है । पेइचिंग शिखर सम्मेलन चिरस्थायी शांतिपूर्ण व समान समृद्धिशाली क्षेत्र की स्थापना के बारे में घोषणा पत्र भी जारी करेगा , जिस से शांगहाई सहयोग संगठन का अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण और अंतर्राष्ट्रीय नयी व्यवस्था की स्थापना का रचनात्मक रुख पूर्ण रुप से प्रकट हो गया है ।
शांगहाई सहयोग संगठन की मध्यम अवधि की विकास योजना अध्यक्ष देश की हैसियत से चीन द्वारा इसी संगठन के भावी विकास को दिये जाने वाला एक बड़ा योगदान ही है । शांगहाई सहयोग संगठन ने पहली बार भावी एक दशक के विकास के लिये स्पष्ट रुप रेखा तैयार कर दी है । इस से जाहिर है कि पेइचिंग शिखर सम्मेलन 2011 में हुए अस्ताना शिखर सम्मेलन का जारी रुप है । अस्ताना शिखर सम्मेलन में शांगहाई सहयोग संगठन के एक दशक के विकास का सारांश निकाल दिया गया है और सहमति और विश्वास और मजबूत हो गया है । मौजूदा शिखर सम्मेलन स्पष्ट सहयोग लक्ष्य पेश करेगा और बहुपक्षीय सहयोग के प्रमुख क्षेत्र व प्राथमिक दिशा निश्चित कर देगा । योजना को मूर्त रुप देने के चलते शांगहाई सहयोग संगठन का आधार और सशक्ति और मजबूत होगी ।
अध्यक्ष देश का जिम्मा संभालने के दौरान चीन ने शांगहाई सहयोग संगठन के सुरक्षित , आर्थिक व मानवीय सहयोग के लिये ठोस काम किये हैं । घोषणा पत्र व योजना के अलावा मौजूदा शिखर सम्मेलन अपनी क्षेत्रीय शांति , सुरक्षा और स्थिरता के लिये खतरे के मुकाबले के बारे में शांगहाई सहयोग संगठन के राजनीतिक व कूटनीतिक कदमों व तंत्र नियमों की संशोधित काँपी और आतंकवाद , पृथकतावाद और उग्रवाद पर रोक के बारे में शांगहाई सहयोग संगठन के 2013 से 2015 तक सहयोग कार्यक्रम भी पारित कर देगा , चीन ने उक्त पारित दस्तावेजों में काफी ज्यादा ठोस प्रस्वात भी पेश किये हैं ।
मौजूदा शिखर सम्मेलन से शांगहाई सहयोग संगठन का प्रभाव पूर्ण रुप से विस्तृत हो गया है । यह शिखर सम्मेलन अफगानिस्तान को पर्यवेक्षक देश और तुर्की को वार्ताकार देश का रुप देगा , जिस से जाहिर हो गया है कि यह संगठन अफगानिस्तान के शांतिपूर्ण पुनर्निर्माण में और सकारात्मक भूमिका निभाने को तैयार है और शांगहाई सहयोग संगठन के साथ सदिच्छा से सहयोग करने वाले देशों के लिये गेट खोलता है । शांगहाई सहयोग संगठन ने संयुक्त राष्ट्र संघ की संबंधित संस्थाओं तथा अन्य क्षेत्रीय संगठनों के साथ सहयोग में लगातार सार्थक परिणाम प्राप्त कर लिये हैं , अब अधिकाधिक देश व अंतर्राष्ट्रीय संगठन शांगहाई सहयोग संगठन की सहयोग धारणा और सिद्धांत से सहमत हुए हैं और शांगहाई सहयोग संगठन के साथ और घनिष्ठ सम्पर्क कायम करना चाहते हैं । इस से जाहिर है कि शांगहाई सहयोग संगठन प्रतिष्ठित व प्रभावशाली नये क्षेत्रीय सहयोग तंत्र का रुप ले रहा है , उस की विशाल संभावनाएं हैं ।