शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ)के सदस्य देशों ने पेईचिंग में कहा कि क्षेत्रीय सुरक्षा, सामाजिक स्थिरता और विकास के लिए उन्हें अफ़गानिस्तान में नशीली दवाओं के नियंत्रण के लिए सहयोग मजबूत करना चाहिये। शंघाई सहयोग संगठन के नारकोटिक्स निरोधी विभाग के निदेशकों की तीसरी बैठक में 2 अप्रैल को यह जानकारी दी गई।
बैठक में कहा गया है कि वर्तमान में अफगानिस्तान में अफीम की खेती व अफ़ीम उत्पादन ऊंचे स्तर पर हो रहा है, जिससे नशीली दवाओं की तस्करी भी बड़े पैमाने पर बढ़ रही है। नशीली दवाओं, आतंकी संगठनों व संगठित अपराधियों की मिलीभगत से इस क्षेत्र की सुरक्षा व स्थिरता के साथ-साथ सामाजिक-आर्थिक विकास भी व्यापक रूप से प्रभावति हुआ है। साथ ही इससे संबंधित देशों की सामाजिक व्यवस्था व लोगों का सामान्य जीवन भी प्रभावित हुआ है।
बैठक के दौरान प्रतिभागियों ने सहमति जताई कि एक महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संगठन के रूप में शंघाई सहयोग संगठन को दवा नियंत्रण में एक और अधिक सक्रिय भूमिका निभाने की जरूरत है। साथ ही प्रभावी ढंग से सदस्य देशों के राज्यक्षेत्र के भीतर नशीली दवाओं की आपूर्ति को कम करने के अलावा युवाओं को एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करना है।
अंजली