चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा का नियमित वार्षिक सम्मेलन 14 मार्च को पेइचिंग में संपन्न हुआ , समाप्ति पर चीनी प्रधान मंत्री वन च्या पाओ ने चीनी व विदेशी संवाददाताओं से मुलाकात की । तीन घंटे चले संवाददाता सम्मेलन में वन च्या पाओ ने बड़ी संजीदगी के साथ 14 चीनी व विदेशी संवाददाताओं द्वारा पूछे गये उन सवालों का जवाब दिया । उन्होंने जोर देते हुए कहा कि चीन का सुधार महत्वपूर्ण दौर में प्रविष्ट हो गया है , सुधार ठहराव के बजाये आगे बढना जरूरी है , पीछे नहीं हट सकता , स्थगित होने व पीछे हटने का कोई रास्ता नहीं है ।
1991 से लेकर अब तक चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा के वार्षिक सम्मेलन के प्रवक्ता के निमंत्रण पर चीनी प्रधान मंत्री सम्मेलन की समाप्ति पर देशी विदेशी संवाददाता सम्मेलन आयोजित करते आये हैं , यह संवाददाता सम्मेलन बाहरी दुनिया के लिये चीनी सरकार के घरेलू व राजनियक नीतियों का अध्ययन करने वाले अहम झेरोखों में से एक बन गया है । इस साल की सरकारी कार्य रिपोर्ट में चीनी आर्थिक वृद्धि का लक्ष्य 7.5 प्रतिशत निश्चित किया गया है , जिस पर विश्व का ध्यान केंद्रित हो गया है । इस बात की चर्चा में वन च्या पाओ ने कहा कि चीन सचे मायने में आर्थिक वृद्धि को बैज्ञानिक व तकनीकी प्रगति और श्रमिकों की गुणवत्ता के सहारे पर स्थानांतरित करने और उच्च क्वालिटी की वृद्धि को मूर्त रुप देने को तैयार है । चीन की कुल आर्थिक मात्रा 470 खरब य्वान पहुंचने की पृष्ठभूमि में इसी प्रकार वाले सुधार का आखिर मकसद यह है कि चीनी आर्थिक विकास आम नागरिकों के जन जीवन को लाभ पहुंचा दे ।
चीनी अर्थतंत्र असंतुलन , अमध्यस्थता और अनिरंतरता के सवाल को दूर कर सचे मायने में क्वालिटी को प्राथमिकता देने वाले विकास रास्ते पर बढने में सक्षम है और मूल रुप से विश्व आर्थिक विकास के लिये लाभदायक होगा । अब हमारे लिये अर्थतंत्र के स्थिर व तेज विकास व ढांचागत समायोजन बनाये ऱखने और मुद्रास्फीति की प्रत्याशा को नियंत्रित करने के संबंध से अच्छी तरह निपटाना जरुरी है । साथ ही हमें कुल आर्थिक मात्रा के जरिये अधिकतर आर्थिक लाभ प्राप्त करने की भरसक कोशिश करनी चाहिये , ताकि आम लोगों को अधिकाधिक लाभ मिल सके ।
चालू वर्ष मौजूदा सरकार का शासन करने का अंतिम साल है । 14 मार्च को हुए संवाददाता सम्मेलन में वन च्चा पाओ ने कई बार जोर देते हुए कहा कि सरकार का अधिकार जनता द्वारा सौंपा गया है । उन्होंने मान लिया है कि आर्थिक विकास व सुधार प्रक्रिया की गहराई के चलते चीनी समाज के सामने अन्यायपूर्ण बंटवारे , ईमानदारी की कमी और भ्रष्टाचार जैसे वास्तविक समस्याएं मौजूद हैं , और तो औस राजनीतिक प्रणाली का सुधार , खासकर पार्टी व देश की नेतृत्वकारी प्रणाली का सुधार करना अत्यावश्यक है । उन्होंने बल देते हुए कहा कि चीनी राजनीतिक प्रणाली के सुधार को चीन की वास्तविक राष्ट्रीय स्थिति पर आधारित होना चाहिये ।
मुझे अच्छी तरह मालूम है कि सुधार बहुत कठिन है , कोई भी सुधार जन जागरण , जनता के समर्थन और जनता की सक्रियता और आविष्कृत भावना पर निर्भर है । चीन एक अरब तीस करोड़ जन संख्या वाला बड़ा देश है , इतने बड़े देश को अपनी राष्ट्रीय स्थिति से प्रस्थान कर कदम ब कदम समाजवादी लोकतांत्रिक राजनीति की स्थापना करनी चाहिये । यह कोई आसान काम नहीं है , लेकिन सुधार को ठहराव के बजाये आगे बढना है , पीछे नहीं हट सकता , स्थगित होने और पीछे हटने का कोई रास्ता नहीं है ।
मौजूदा संवाददाता सम्मेलन में वन च्या पाओ ने जोर देकर कहा कि मौजूदा सरकार के शासन तले चीनी अर्थतंत्र व समाज का निरंतर विकास होता गया है , मानवाधिकार का सम्मान व गारंटी चीनी संविधान में कलमबंद कर दिया गया है , कार्यांवित हजार वर्ष से अधिक पुराना कृषि कर 90 करोड़ से ज्यादा किसानों वाले देश में रद्द किया गया है , नौ वर्ष वाली अनिवार्य शिक्षा प्रणाली लोकप्रिय हो गयी है , पेंशन और चिकित्सा आदि सामाजिक गारंटी व्यस्थाएं भी क्रमशः संपूर्ण हो गयी हैं । लेकिन अनेक कारणों की वजह से वर्तमान में विविधतापूर्ण समस्याएं फिर भी मौजूद हैं । अपने कार्यकाल के अंतिम साल में मौजूदा सरकार अवश्य ही निम्न कई कठिन कामों को बखूबी अंजाम देगी ।
प्रथम काम है कि आय की बटवारा प्रणाली के सुधार का आम प्रस्ताव निर्धारित किया जायेगा । दूसरा काम है कि ग्रामीण सामूहिक भूमि वसूली का मुआवजा नियम निर्धारित कर लागू किया जायेगा और सचे मायने में किसानों के ठेके पर लेने वाली भूमि का संपत्ति अधिकार सुनिश्चित किया जायेगा । तीसरा काम है कि शहरी व ग्रामीण पेंशन बीमा को पूर्ण रुप से साकार किया जायेगा । चौथा काम है कि नये मापदंड के अनुसार गरीब क्षेत्रों में गरीबी उम्मूलन को चौरफा तौर पर बढावा दिया जायेगा और पांचवां काम है कि हम जी डी पी के चार प्रतिशत का शिक्षा खर्च बजट में शामिल कर देंगे और इस लक्ष्य को साकार बनाने की पूरी कोशिश करेंगे और इस खर्च का युक्तिसंगत प्रयोग करने देंगे ।
घरेलू मामलों को छोड़कर चीनी राजनयिक नीतियां भी ध्यानाकर्षक केंद्र भी हैं । अल जज़ीरा के संवाददाता के प्रश्न का जवाब देते हुए वन च्चा पाओ ने कहा कि सीरिया समस्या पर चीन का कोई स्वार्थ नहीं है , चीन सीरिया सरकार समेत किसी भी पक्ष का पक्षपात नहीं करता । चीन वास्तविक तथ्यों के आधार पर अपने सही फैसले और रुख का निर्णय कर लेगा ।
उन का कहना है कि आम लोगों की जान सुरक्षा को सुनिश्चित करना चाहिये । विभिन्न सीरियाई पक्षों को तुरंत ही बेगुनाह लोगों की हत्या को बंद करना ही होगा । चीन सीरियाई जनता की सुधार व अपने हितों की रक्षा करने की युक्तिसंगत मांग का सम्मान करेगा ।