रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने 16 दिसंबर को यात्रा पर आए भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की। दोनों ने द्विपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय स्तरीय रणनीतिक सहयोग और मज़बूत करने पर मंजूरी दी।
मेदवेदेव ने रूस-भारत रणनीतिक साझेदारी संबंधों के विकास का उच्च मूल्यांकन किया। उनका मानना है कि विभिन्न क्षेत्रों में दोनों के सहयोग में उल्लेखनीय कामयाबियां हासिल की हैं। भविष्य में रूस व भारत को ऊर्जा, उद्योग, वैज्ञानिक अनुसंधान और सैन्य तकनीक आदि क्षेत्रों में सहयोग मज़बूत करना चाहिए। विश्व व्यापार संगठन में शामिल होने के बाद रूस द्विपक्षीय व्यापार व निवेश के सहयोग और आगे बढ़ाएगा। वर्ष 2015 में दोनों देशों की द्विपक्षीय व्यापार रक़म 20 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।
सिंह ने कहा कि भारत-रूस द्विपक्षीय सहयोग में प्राप्त उपलब्धियों के प्रति भारत संतुष्ट है। भारत सैन्य, सृजन तकनीक व ऊर्जा, खासकर परमाणु ऊर्जा आदि क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग आगे बढ़ाएगा। इनके अलावा भारत तेल व गैस की परियोजनाओं में सहयोग मज़बूत करना भी चाहता है।
मुलाकात के बाद दोनों ने रणनीतिक सहयोग और मज़बूत करने वाले संयुक्त वक्तव्य तथा सिलसिलेवार सहयोगी दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर किए।
(दिनेश)