चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ ने स्थानीय समय के अनुसार दस नवम्बर के दोपहर बाद हवाई में अमरीका के उद्योग व वाणिज्य जगतों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की । हू चिन थाओ ने मुलाकात में कहा कि वर्तमान परिस्थिति में चीन व अमरीका के आर्थिक व व्यापारिक सहयोग के सामने चुनौति ही नहीं , विकास का महत्वपूर्ण मौका भी मौजूद है । आशा है कि दोनों पक्ष आपसी सहयोग को अधिक गहराई में ले जायेंगे । लीजिये सुनिये इस संदर्भ में एक समीक्षा ।
वर्तमान विश्व आर्थिक पुनरुत्थान में अस्थिर व अनिश्चित तत्व बढने की स्थिति में इसी प्रकार का आदान प्रदान अत्याधिक महत्वपूर्ण है । आशा है कि आज की मुलाकात समझदारी , मैत्री और सहयोग को बढावा देने के लिये फायदेमंद है । स्थानीय समय के अनुसार दस नवम्बर को हू चिन थाओ ने अमरीका के हवाई पहुंचने के बाद तुरंत ही मोर्गन , जनरल इलेक्ट्रिक कम्पनी और वाल मार्ट आदि विश्वविख्यात अमरीकी उपक्रमों के प्रतिनिधियों से भेंट की । अमरीकी वाणिज्य संघ के अध्यक्ष थोमस डेनोहू ने अमरीकी उद्योग व वाणिज्य जगतों की ओर से हू चिन थाओं के प्रति जोशीला स्वागत व्यक्त किया ।
अमरीकी उद्योग व वाणिज्य जगत हमेशा से चीनी आर्थिक विकास का दृढ़ समर्थक रहे हैं , चीन फिर भी अमरीका का प्रथम बड़ा निवेशक और निर्यातक देश है । अमरीकी वाणिज्य जगत आप से मुलाकात करने को उत्सुक है ।
थोमस डेनोहू ने कहा कि अमरीका व चीन का आर्थिक व व्यापारिक संबंध 21वीं शताब्दी में सब से महत्वपूर्ण द्विपक्षीय आर्थिक व व्यापारिक संबंध ही है । अमरीकी उद्योग व वाणिज्य जगत हमेशा अमरीका चीन संबंध के विकास का समर्थन करने वाली शक्ति ही हैं और चीन में पूंजी बढाने और पारस्परिक लाभ व सहयोग को बढाने को तैयार भी हैं । प्रमुख संघीय एक्सप्रेस संचालन अधिकारी मिचेल डुक ने मुलाकात में वर्तमान परिस्थिति में अमरीका व चीन के आर्थिक व व्यापारिक सहयोग के विकास पर अपना विचार व्यक्त किया । उन्होंने बौद्धिक संपदा अधिकार संरक्षण और अमरीका में चीनी पूंजी निवेश के विस्तार पर सुझाव भी पेश किये हैं ।
हू चिन थाओ ने कहा कि चीन व अमरीका के बीच आर्थिक व व्यापारिक सहयोग का सारतत्व पारस्परिक लाभ और उभय जीत ही है , चीन व अमरीका के आर्थिक व व्यापारिक सहयोग को गहराई में ले जाना न सिर्फ दोनों देशों की जनता की भलाई से संबंधित है , बल्कि विश्व आर्थिक बहाली और विकास की संभावना से जुड़ा हुआ है । वर्तमान परिस्थिति में चीन व अमरीका के आर्थिक व व्यापारिक संबंध के सामने चुनौति ही नहीं , विकास का महत्वपूर्ण मौका भी मौजूद है । हू चिन थाओ ने कहा कि चीन अमरीका अपने अपने आर्थिक ढांचे के समायोजन , खासकर चीन की आगामी पांच वर्षीय आर्थिक व सामाजिक विकास योजना ने दोनों पक्षों के आर्थिक व व्यापारिक सहयोग के लिये मौका ला दिया है ।
चीन की आगामी पांच वर्षिय आर्थिक व व्यापारिक योजना ने घरेलू मांग के विस्तार को आर्थिक विकास के फारमूले में बदल करने का प्रमुख लक्ष्य बना दिया है , औद्योगिकरण , शहरीकरण और कृषि आधुनिकीकरण की प्रक्रिया में उपभोग व पूंजी निवेश की तीव्र मांग पैदा होगी । आगामी पांच सालों में चीन का कुल आयात 80 खरब अमरीकी डालर तक पहुंच जायेगा , आगामी 2015 तक सामाजिक उपभोक्ता वस्तु बाजार का पैमाना 50 खरब अमरीकी डालर होगा , यह अमरीका के निर्माण उद्योग के पुनरुत्थान व निर्यात में गुनों वृद्धि होने के लक्ष्य के लिये विशाल बाजार मुहैया कर देगा । यदि अमरीका चीन के प्रति हाई टेक के निर्यात पर लगे प्रतिबंध को हटाये , तो चीनी अमरीकी व्यापार के असंतुलन के लिये लाभदायक ही नहीं , अमकीरा के अर्थतंत्र व रोजगार को बढावा देने के लिये मददगार भी सिद्ध होगा ।
हू चिन थाओ ने कहा कि यह मौका चीन व अमरीका के अपने अपने आर्थिक ढांचे के समायोजन , अमरीका में चीन की पूंजी में तेज वृद्धि , दोनों देशों के आर्थिक व व्यापारिक सहयोग के नये विकास बिंदु और गहराई में विकसित होने वाले चीनी व अमरीकी क्षेत्रीय सहयोग से पैदा होता है । उन्होंने कहा कि अमरीका में चीनी उपक्रमों की पूंजी चीनी कारोबारों के विकास के लिये फायदेमंद ही नहीं , अमरीका के अर्थतंत्र व रोजगार के लिये योगदान भी देगी ।चीन ने अमरीका सरकार के इस रुख का सकारात्मक रुप से मूल्यांकन किया है कि उस ने चीनी उपक्रमों का अमरीका में पूंजी निवेश करने के लिये स्वागत किया है , आशा है कि अमरीका इस संदर्भ में और अधिक ठोस कार्यवाही करेगा ।
आंकड़ों के अनुसार वर्तमान स्तर और वृद्धि गति के अनुसार चीन अमरीका व्यापार आगामी तीन चार सालों में पांच करोड़ अमरीकी डालर से अधिक होगा ।तेज विकसित चीन अमरीका आर्थिक व व्यापारिक सहयोग से दोनों देशों के उपक्रमों को प्रतिस्पर्द्धा का सामना करना पड़ेगा ।इस के अलावा चीन व अमरीका दोनों पक्षों के बीच नये ऊर्जा , स्वच्छ ऊर्जा , ऊर्जा की बचत व कम उत्सर्जन , जैविक दवा दारु उड्डयन और अंतरिक्ष आदि क्षेत्रों में सहयोग की तीव्र मांग और एक दूसरे की पूरक श्रेष्ठता मौजूद है । यदि इन क्षेत्रों में निहित शक्तियों को प्रदर्शित किया जाये , तो चीन व अमरीका के आर्थिक व व्यापारिक संबंधों की संभावनाएं अधिक उज्जवल होंगी ।
हू चिन थाओ ने मुलाकात के मौके पर चीनी व अमरीकी उपक्रमों से अपील की है कि समान सलाह मशविरे पर कायम होकर बाजार व विश्व व्यापार संगठन के नियमों का अनुसरण करते हुए आर्थिक व व्यापारिक विवादों का समुचित रुप से समाधान किया जाये , न कि आर्थिक व व्यापारिक सवालों को राजनीतिकरण का रुप दिया जाये और संरक्षणवाद का पक्ष लिया जाये । साथ ही उन्होंने जोर देते हुए भी कहा कि चीन का बौद्धिक संपदा अधिकार का संरक्षण करने का संकल्प अविचल है , काफी संपूर्ण बौद्धिक संपदा अधिकार कानूनी व्यवस्था कायम की गयी है , भावी कार्य का जोर कानूनों के पालन पर लगाया जायेगा । चीन अमरीका के साथ वार्तालाप व आदान प्रदान को सृदृढ़ बनाने और बौद्धिक संपदा अधिकार संरक्षण को समान रुप से बढावा देने के लिये तैयार है ।