भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह 9 नवंबर को राजधानी नई दिल्ली से 17वें सार्क शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए मालदीव रवाना हो गए।
सूत्रों के मुताबिक इस बार के सार्क शिखर सम्मेलन में मनमोहन सिंह व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ़ रजा गिलानी की मुलाकात पर मीडिया का ध्यान केंद्रित है। यह दोनों देशों के नेताओं के गत वर्ष के अप्रैल में भूटान में आयोजित 16वें सार्क शिखर सम्मेलन में वार्ता करने के बाद अब तक पहली मुलाकात है। रिपोर्ट के मुताबिक दोनों देशों के नेता इस बार की मुलाकात के जरिए द्विपक्षीय संबंध व क्षेत्रीय स्थिति आदि मुद्दों पर फिर एक बार अपना-अपना रुख स्पष्ट करेंगे।
इस साल सार्क शिखर सम्मेलन का विषय पुल का निर्माण करना है, जिससे जाहिर है कि दक्षिण एशिया के सभी देशों की आशा है कि आपसी और अपने क्षेत्रों व संसार के अन्य क्षेत्रों के बीच समझ व विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार किया जाएगा। सम्मेलन की समाप्ति के बाद एक संयुक्त घोषणा भी जारी की जाएगी, जिसमें सार्क के सभी सदस्य देशों के वातावरण व सामाजिक विकास आदि मामलों पर रुख स्पष्ट किया जाएगा।
सार्क 1985 के दिसंबर में स्थापित किया गया है, जिसके सदस्य देश बंगालदेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान व श्रीलंका सात एशियाई देश हैं। 2005 के नवंबर में अफगानिस्तान सार्क में भाग लिया, जो आठवां सदस्य देश बन गया।
(नीलम)