हाल ही में कुछ मीडिया ने कहा कि पाकिस्तानी पुलिस ने राजधानी इस्लामाबाद के उपनगरी इलाके में एक गैर-कानूनी इमारत का पता लगाया। देखने में यह इमारत कारखाना जैसा है, लेकिन जांच के बाद स्पष्ट हुआ है कि यह वास्तव में अमेरिका की सेवा करने वाला एक गुप्त खुफिया केंद्र है। अब इस्लामाबाद की पुलिस इस इमारत की विस्तृत जांच कर रही है। पाकिस्तान स्थित अमेरिकी दूतावास ने कहा कि वह सिर्फ एक गेस्ट हाउस है, खुफिया केंद्र नहीं।
पाकिस्तान व अमेरिका के बीच इस नए दौर का अंतरविरोध 13 सितंबर को पाकिस्तान स्थित अमेरिकी दूतावास व अफगानिस्तान स्थित नाटो के अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहायता बल के मुख्यालय पर हुए हमलों के कारण पैदा हुआ है। इन हमलों से भारी हताहती हुई है। इसके लिए अमेरिका ने पाकिस्तान की कड़ी निंदा की है। अमेरिका का मानना है कि इन हमलों में हक्कानी नेटवर्क संगठन का हाथ है और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान में सक्रिय हक्कानी नेटवर्क संगठन से घनिष्ठ संपर्क रखे हुई है। अमेरिका ने बार बार पाकिस्तान पर दबाव डाला और पाकिस्तान से हक्कानी नेटवर्क संगठन का सफाया करने का आग्रह भी किया। लेकिन पाकिस्तान ने अपने राष्ट्रीय हितों को पहली प्राथमिकता देने की जरूरत पर बल दिया। पाकिस्तान ने हक्कानी नेटवर्क से संपर्क होने की बात स्वीकार की है, लेकिन साथ ही कहा कि बहुत से देश हक्कानी नेटवर्क के साथ संपर्क करते हैं।
(नीलम)