तंजानिया के अंतर्राष्ट्रीय संबंध और कूटनीति विद्यालय के प्रोफ़ेसर मासूम शू ने कहा कि इधर के वर्षों में अफ्रीक देशों ने निरंतर तेल, प्राकृतिक गैस और अन्य प्रचुर खनिज संसाधनों का अन्वेषण किया। चीन के विकास के अनुभव से इन संसाधनों के उपयोग और अफ्रीकी देशों के लोगों को इससे लाभ मिलने के लिए महत्वपूर्ण है।
मासूम शू ने कहा कि इधर के वर्षों में अफ्रीकी देशों ने तेल, प्राकृतिक गैस और लकड़ी जैसे अनेक संसाधनों का अन्वेषण किया और कई देशों के साथ संबंधित अंतर्राष्ट्रीय सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर भी किए। इथियोपिया में आयोजित इस सम्मेलन से अफ्रीकी देशों को अच्छा मौका प्रदान किया गया, जिससे इन समझौतों के कार्यान्वयन की गारंटी की जा सके। मुझे विश्वास है कि अफ्रीका और चीन के बीच सहयोग का व्यापक भविय है। चीन विकास करने के लिए अफ्रीकी देशों को सहायता देगा।
विश्व बैंक द्वारा जारी वर्ष 2016 गरीबी और समान समृद्धि रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि वर्ष 2008 के वित्तीय संकट से अब तक विश्व आर्थिक बहाली धीमी है, लेकिन दुनिया में गरीबों की संख्या काफी कम हो रही है। लेकिन दुनिया में फिर भी 80 करोड़ लोग अत्यधिक गरीबी हैं, जिनमें से आधे लोग सहारा के दक्षिण के अफ्रीका में रहते हैं। विश्व बैंक के अधिकारी ने कहा कि अत्यधिक गरीबी को कम करने के क्षेत्र में चीन अन्य देशों के लिए एक मिसाल है।
(वनिता)