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    संडे की मस्ती 2017-06-25
    2017-06-25 19:57:00 cri

    सपना- चलिए दोस्तों, अजीबोगरीब और चटपटी बातों का यह सेगमेंट यहीं समाप्त होता है, चलिए... अभी हम सुनते हैं यह हिन्दी गाना...उसके बाद हम आपको ले चलेंगे मनोरंजन के दूसरे सेगमेंट की तरफ

    (Hindi Song)

    अखिल- दोस्तों, आपका एक बार फिर स्वागत है हमारे इस मजेदार कार्यक्रम संडे की मस्ती में... मैं हूं आपका दोस्त एन होस्ट अखिल पाराशर।

    सपना- और मैं हूं आपकी दोस्त सपना....

    (Music)

    सपना- चलिए दोस्तों, अभी हम अखिल जी से सुनते हैं एक प्रेरक कहानी। कहानी का शीर्षक है पिंकी और राजू!

    (Music)

    अखिल- दोस्तों, शाम का वक़्त था, सोसाइटी के पार्क में ढेरों बच्चे खेलने में मस्त थे। उन्हीं बच्चों में पिंकी और राजू भी शामिल थे। पिंकी के पास टॉफ़ी का एक पैकेट था और राजू रंग-बिरंगे पत्थरों के साथ खेल रहा था। खेलते-खेलते पिंकी की नज़र राजू के पत्थरों पर पड़ी। उसका बाल-मन उन्हें देखते ही मचल पड़ा। वह फ़ौरन राजू के पास गयी और बोली, "राजू, क्या तुम ये सारे पत्थर मुझे दे सकते हो? इनके बदले में मैं तुम्हे टॉफ़ी का ये पैकेट दे दूंगी।"

    टॉफियाँ देखते ही राजू के मुंह में पानी आ गया। उसने मन ही मन सोचा, "पत्थरों से तो मैं कई दिन से खेल रहा हूँ, क्यों न इन्हें देकर सारी टॉफियाँ ले लूँ।"

    उसने कहा, "ठीक है पिंकी मैं अभी तुम्हे अपने पत्थर दे देता हूँ", और ऐसा कह कर वो दूसरी तरफ घूम कर पत्थर उठाने लगा। अपने पसंदीदा पत्थरों को देखकर उसके मन में लालच आ गया और उसने कुछ पत्थर अपने जेब में छुपा लिए और बाकियों को थैले में रख दिया।"ये लो पिंकी, मेरे सारे पत्थर तुम्हारे, अब लाओ अपनी टॉफियाँ मुझे दे दो", राजू बोला।

    पिंकी ने फ़ौरन टॉफियों का थैला राजू को पकड़ा दिया और मजे से पत्थरों से खेलने लगी। देखते-देखते शाम ढल गयी और सभी बच्चे अपने-अपने घरों को लौट गए। रात को बिस्तर पर लेटते ही राजू के मन में ख़याल आया, "आज मैंने पत्थरों के लालच में चीटिंग की"

    उसका मन उसे कचोटने लगा। फिर वह खुद को समझाने लगा, "क्या पता जिस तरह मैंने कुछ पत्थर छुपा लिए थे पिंकी ने भी कुछ टॉफियाँ छिपा ली हों"और यही सब सोच-सोच कर वह परेशान होने लगा और रात भर ठीक से सो नही पाया। उधर पिंकी पत्थरों को हाथ में पकड़े-पकड़े कब गहरी नींद में चली गयी उसे पता भी नही चला।

    अगली सुबह दरवाजे की घंटी बजी। पिंकी ने दरवाजा खोला। सामने राजू खड़ा था। राजू अपने जेब से पत्थर निकाले हुए बोला, "ये लो पिंकी इन्हें भी रख लो" और उन्हें देते ही राजू अपने घर की ओर भागा। उस रात राजू को भी अच्छी नींद आई।

    दोस्तों, भगवान् ने हम इंसानों को कुछ ऐसा बनाकर भेजा है कि जब भी हम कुछ गलत करते हैं हमारा मन हमें आगाह कर देता है। ये हम पर है कि हम उस आवाज़ को सुनते हैं या नज़रअंदाज कर देते हैं। सही मायने में इस कहानी का हीरो राजू है क्योंकि गलती तो सबसे होती है पर उसे सुधारने की हिम्मत सबमे नहीं होती। हमारा भी यही प्रयास होना चाहिए कि हम अपने अंतःकरण की आवाज़ को अनसुना ना करें और एक guilt free life यानि अपराध मुक्त जीवन जियें. याद रखिये- शुद्ध अंतःकरण ही सबसे नर्म तकिया होता है।

    सपना- तो दोस्तों, ये थी अखिल जी द्वारा प्रस्तुत प्रेरक कहानी जिसका शीर्षक था पिंकी और राजू। चलिए दोस्तों, हर बार की तरह इस बार भी हम आपको नई रिलिज हिन्दी फिल्मों के बारे मे बताएंगे और फिल्म का प्रोमो भी सुनवाएंगे। हम आपको बताते हैं कि इस शुक्रवार रिलिज हुई है फिल्म 'ट्यूबलाइट'

    (Music)

    अखिल- दोस्तों, इस शुक्रवार को सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट रिलिज हुई है। यह कबीर खान द्वारा निर्देशित एक ड्रामा फिल्म है, जिसके निर्माता कबीर खान और सलमान खान हैं। इस फिल्म में सलमान खान के साथ उनके भाई सोहेल खान के अलावा चीनी एक्‍ट्रेस झू-झू भी हैं। इस फिल्म की कहानी 1962 के भारत-चीन युद्ध के समय की है। सलमान खान ने एक भारतीय व्यक्ति की भूमिका निभाई है, जिसे चीन की एक लड़की से प्यार हो जाता है। य‍ह फिल्‍म दुनिया के 50 देशों में 9000 से ज्‍यादा स्‍क्रीन्‍स पर रिलीज हुई है। स्‍क्रीन्‍स के मामले में सलमान खान की 'ट्यूबलाइट' भारत और दुनिया भर में अब तक की सबसे बड़ी रिलीज है। आइए... हम आपको सुनवाते हैं 'ट्यूबलाइट' फिल्म का ट्रेलर

    (Trailor- Tubelight)

    सपना- तो दोस्तों, यह था फिल्म 'ट्यूबलाइट' का ट्रेलर, चलिए हंसी-खुशी की डबल डोज देने के लिए हम हर बार की तरह इस बार भी आपके लिए लेकर आए हैं कुछ मजेदार जोक्स, जिन्हें सुनकर आप जरूर हो जाएंगे लोट-पोट... आइए.. सुनते हैं ये कुछ मजेदार जोक्स

    (Music)

    1. बहुत तेज बारिश हो रही थी। एक बुजुर्ग महिला अलीगढ से दिल्ली जाने वाली बस में बैठी।

    महिला (कंडक्टर से) : अरे बेटा, ग़ाज़ियाबाद आ जाए, तो बता देना।

    कंडक्टर : ठीक है माता जी।

    कंडक्टर उस बुजुर्ग महिला को बताना भूल गया और बस ग़ाज़ियाबाद से आगे पहुंच गई।

    महिला : बेटा, ग़ाज़ियाबाद आ गया?

    कंडक्टर : माता जी, वो तो बहुत पीछे रह गया।

    महिला (रोती हुई) : मुझे वापस ले चल बेटा…

    महिला को इतना रोता देख सभी यात्रियों ने कंडक्टर से बस वापस ले जाने को कहा। ग़ाज़ियाबाद पहुंचने पर कंडक्टर बोला : माता जी, ग़ाज़ियाबाद आ गया। उतर जाओ।

    महिला👰: उतरूं क्यों बेटा?

    कंडक्टर (हैरान होकर) : तो बस वापस क्यों लाने को बोला?

    महिला : मुझे डॉक्टर ने कहा था कि ग़ाज़ियाबाद पहुंचकर कैपसूल खा लेना। दो मिनट रुक, कैपसूल खा लुं, जाना तो मुझे भी दिल्ली ही है…. (हंसी की आवाज)

    2. पत्नी- सुनो जी, ये बताओ... आप मुझसे कितना प्यार करते हो ... How much do u love me ?

    पति- 72%

    पत्नि- हायययय.... 100% क्यों नहीं

    पति- अरी पगली, 28% GST भी तो लगेगा (हंसी की आवाज)

    3. रमेश पप्पु से- अरे पप्पु, तेरा आज सुबह से मुड क्यों खराब है?

    पप्पु- कुछ नहीं यार, एक लड़की ने मेरा पागल बना दिया।

    रमेश- वो कैसे

    पप्पु- यार, मैं Delhi Metro में बैठा था, एक लड़की बगल में खड़ी थी। उसने अपने फोन में राष्ट्रगान बजा दिया, मैं जैसे ही खड़ा हुआ, वो बैठ गयी। (हंसी की आवाज)

    (Music)

    अखिल- दोस्तों, अब हम आपसे विदा लेते हैं। अब हमारा जाने का वक्त हो चला है... अगले हफ्ते हम फिर लौटेंगे, इसी समय, इसी दिन अपनी मस्ती की पाठशाला लेकर। आप हमें लेटर लिखकर या ई-मेल के जरिए अपनी प्रतिक्रिया, चुटकुले, हंसी-मजाक, मजेदार शायरी, अजीबोगरीब किस्से या बातें भेज सकते हैं। हमारा पता है hindi@cri.com.cn। अभी के लिए मुझे और सपना जी को दीजिए इजाजत। गुड बॉय, नमस्ते।


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