अब एंजल बाल कोरस की कुल चार शाखाएं स्थापित हुई हैं, और सदस्यों की संख्या 200 तक पहुंच गई है। कोरस के 20 प्रबंधकों और शिक्षकों को चुनने में सोंग इंगफ़ांग बहुत गंभीर रुख़ अपनाती हैं।
उन्होंने कहा, हमारी टीम एक उच्च गुणवत्ता वाली टीम है। क्योंकि इससे पहले मैंने कई वर्षों तक बुनियादी शिक्षा का कार्य किया है। मुझे पता है कि कौन से अध्यापक अच्छी तरह से बच्चों को शिक्षा दे सकते हैं। मैंने बड़ी कोशिश कर उन अच्छे अध्यापकों को अपने कोरस में आकर्षित किया है। शिक्षा एक ईमानदारी भरा काम है। क्योंकि हमारे बच्चे सबसे महत्वपूर्ण और सबसे मूल्यवान हैं। अभिभावक अपने बच्चों को मेरे हाथों में सौंपते हैं, यह ज़ाहिर हुआ है कि वे मुझ पर बड़ा विश्वास करते हैं।
वर्ष 2012 में सोंग इंगफ़ांग ने जंगली जानवरों की रक्षा के लिये एक चैरिटी गीत शूटिंग किया। इस कार्रवाई से उन्होंने पहली बार सफलता से लोकोपकार संगठनों का ध्यान खींचा। वास्तव में सोंग के मन में बहुत पहले से ही एक लोकोपकार का सपना पैदा हुआ था। इसकी चर्चा में उन्होंने कहा,मेरी टीम के विकास का विचार तो लोकोपकार और फ़ैशन है। अब पेइचिंग में बहुत लोकोपकार संगठन मेरे कोरस के साथ घनिष्ठ सहयोग संबंध रखते हैं। मुझे लगता है कि संगीत का मूल्य तो उसका सामाजिक प्रकार्य है, और हमें इस सामाजिक प्रकार्य की भूमिका अच्छी तरह से निभानी चाहिये।
गौरतलब है कि एंजल बाल कोरस के बच्चों ने सौ से ज्यादा लोकोपकार गतिविधियों में प्रदर्शन किया है। उनकी नज़र में मंच की कोई भिन्नता नहीं है। पर संगीत की भूमिका उनके प्रदर्शन द्वारा ज्यादा बड़ी हो गयी। इस वर्ष के फ़रवरी में सोंग ने पति की सलाह और मदद से पेइचिंग के नेत्रहीन स्कूल के साथ सहयोग करके एक चाँदनी नेत्रहीन बाल कोरस की स्थापना की, जिसमें कुल 20 से अधिक नेत्रहीन बच्चे शामिल हुए हैं। इसकी चर्चा में सोंग इंगफ़ांग ने कहा, कई वर्षों से हम रंगारंग लोकोपकार गतिविधियों में भाग लेने की कोशिश कर रहे हैं। हम हमेशा ऐसा सोचते हैं कि क्या हम भी समाज के लिये कुछ काम कर सकते हैं?बाद में हमने भी कुछ लोकोपकार वाले कार्यक्रम पेश किये हैं। हमें आशा है कि कोरस के प्रदर्शन से हम ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद कर सकेंगे।