Web  hindi.cri.cn
    फ़ूयाओ ग्लास द्वारा अमेरिका में कारखाना स्थापित करने पर लोगों का ध्यान केंद्रित
    2017-01-11 11:12:57 cri

    अब हम एक साथ फ़ूयाओ ग्लास कंपनी की पूंजी रणनीति को देखें। अमेरिका में कारखाना स्थापित करने का क्या उद्देश्य है? इसपर कंपनी के अध्यक्ष छाओ तवांग ने कहा कि हम ग्लास उद्योग की आपूर्ति श्रृंखला को विदेशों में ले जाने के लिए अमेरिका गए हैं।

    हाल ही में छाओ तवांग ने मीडिया से कहा कि फ़ूयाओ ग्लास के विकास का ध्यान हमेशा चीन पर केंद्रित रहता है, विदेशों में लगाई गई पूंजी सिर्फ़ कंपनी के व्यापार का एक छोटा भाग है। पिछले पांच वर्षों में फ़ूयाओ ग्लास द्वारा चीन और विदेशों में लगाए गए निवेश की राशि बराबर बनी रही। अमेरिका में कारखाना स्थापित करने के साथ साथ फ़ूयाओ ग्लास ने चीन के थ्येनचिन शरह में अपनी परियोजना भी शुरू कर दी और दक्षिणी चीन के च्यांगसू प्रांत के सूचो औद्योगिक पार्क में विकास की योजना बनाई।

    अमेरिका में पूंजी लगाने की चर्चा में छाओ तवांग ने कहा कि अमेरिका में निवेश करने की योजना 20 वर्ष पहले ही निर्धारित हो चुकी है। हमने अमेरिकी कंपनी को वचन दिया था। आपूर्तिकर्ता होने के नाते हमें ज़िम्मेदारी से अपने वचन का पालन करना चाहिए, नहीं तो हम व्यापार नहीं कर पाएंगे। विदेशों में हमारी कंपनी के सभी निवेश को चीन के राजकीय विकास और सुधार आयोग और वाणिज्य मंत्रालय की अनुमति की आवश्यकता होती है। हम आपूर्ति श्रृंखला का एक भाग हैं, हम ग्लास का उत्पादन करते हैं, तो कार कारखाने के साथ जाना पड़ता है। कार कारखाना कहां बसता है, हम उसके पीछे वहां जाते हैं।

    छाओ तवांग ने कहा कि मेरी व्यापारिक रणनीति के अनुसार मुझे दुनिया भर में उत्पादन की आपूर्ति करने की क्षमता होना पड़ता है, ऐसे में ही हम चीन के बाज़ार में रह सकते हैं। कार का ग्लास बनाने वाली चीनी कंपनी, जो अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने की योग्यता होती है, कुल मिलाकर दो हैं, जिनमें एक मेरी कंपनी है। क्या हम सिर्फ़ चीन में व्यापार करते हैं, विदेश जाकर व्यापार क्यों नहीं करते?

    उद्यमियों की सामान्य पूंजी कार्रवाई को नेटिजनों ने ग़लतफ़हमी कहा। छाओ तवांग के जवाब से अफ़वाह स्पष्ट हुई। वास्तव में मेड इन चाइना का लगातार विकास होने के चलते चीनी उपक्रमों द्वारा विदेशों में व्यापार करना चीनी ब्रांड का प्रभाव बढ़ाने के लिए लाभदायक है।

    चीनी रनमिन विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष ल्यू युआनछुन ने कहा कि उपक्रमों द्वारा विदेशों में पूंजी लगाने के बहुत से कारण होते हैं, जैसा कि व्यापार का रुझान, बाज़ार में अस्थिरता, बाज़ार का वातावरण और उद्यमियों की भावना आदि। एकतरफ़ा तौर पर इसकी व्याख्या नहीं की जानी चाहिए। ल्यू युआनछुन के विचार में फ़ूयाओ ग्लास द्वारा अमेरिका में कारखाना स्थापित करने का कारण संभवतः बाज़ार में दबाव होना है। ग्लास उद्योग उत्पादन की अतिरिक्त क्षमता वाला उद्योग है। इस समस्या के निपटारे के लिए आपूर्ति पक्ष के संरचनात्मक सुधार पर निर्भर ही नहीं, अन्य बाज़ार को भी ढूंढ़ना चाहिए।

    चीनी उपक्रमों के विदेशी बाज़ार में प्रवेश करने के साथ साथ वर्ष 2016 में चीन में आकर्षित विदेशी पूंजी भी सतत बनी रही। चीनी वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल के जनवरी से नवंबर तक चीन ने 7 खरब 31 अरब 80 करोड़ चीनी युआन यानी 1 खरब 13 अरब 79 करोड़ अमेरिकी डॉलर की विदेशी पूंजी का प्रयोग किया, जो वर्ष 2015 की इसी अवधि से 3.9 प्रतिशत अधिक रही।

    चीन में पूंजी वातावरण की चर्चा में चीनी वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता शन तानयांग ने कहा कि चतुर्मुखी तौर पर इसे देखना चाहिए। वर्ष 2016 में बहुत से देशों के निर्माण उद्यमों की चीन में पूंजी में बहुत बढ़ोतरी हुई है। वे मुख्यतः चीन में उद्योगों के समर्थन, बुनियादी संस्थापन और सुधार हो रहे पूंजी बाज़ार पर ध्यान देते हैं।

    चीन सरकार ने स्पष्ट रूप से बताया था कि टैक्स में कटौती और लागत में कमी लाने के लिए कदम उठाया जाएगा और निजी उद्यमियों का विश्वास मज़बूत किया जाएगा। आशा है कि नए साल में उद्यमी चिंता कम करेंगे और शांत रहेंगे।


    1 2
    © China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
    16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040