कुछ समय पहले भारतीय लोगों ने दीवाली का त्यौहार मनाया। इस दौरान लोग पटाखे छोड़ते हैं और रोशनी कर त्यौहार की खुशियां मनाते हैं। पटाखों से लोगों का उत्साह तो बढ़ा, लेकिन राजधानी दिल्ली धुंध की चादर में लिपट गयी। कई दिनों तक दिल्ली में प्रदूषण छाया रहा।
प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए भारत सरकार ने दिल्ली में कुछ जगहों पर वायु शोधक उपकरण लगाने का ऐलान किया।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने एक न्यूज ब्रीफिंग में कहा कि सरकार दिल्ली के पाँच प्रमुख चौराहों पर वायु शोधक उपकरण लगाएगी, ताकि प्रदूषण के स्तर को कम किया जा सके। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार उक्त चौराहों पर स्प्रे डिवाइस भी लगाएगी। ताकि स्थिति बेहतर हो सके।
राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता केंद्र के मुताबिक इस साल दीवाली के दौरान दिल्ली की वायु में हानिकारक PM2.5 कण स्तर अति गंभीर स्थिति में पहुंचा। PM2.5 कण बहुत छोटे होते हैं, जो लोगों के फेफड़ों से अंदर प्रवेश कर खून में पहुंच जाते हैं। जिससे फेफड़े और हृदय कैंसर की आशंका बढ़ जाती है। दिल्ली अब विश्व में सबसे प्रदूशित शहरों में से एक बन चुका है। शहरीकरण, डीजल इंजन, कोयला आधारित बिजली संयंत्रों और उद्योग निकासी से दिल्ली में वायु की गुणवत्ता लगातार खराब हुई है।