भारत एक बहुत बड़ा रेल-नेटवर्कवाला देश है। रोजाना 2.2 करोड़ भारतीय लोग रेल गाड़ी से यात्रा करते हैं। लेकिन हाल में भारत के रेल क्षेत्र में कुछ समस्याएं मौजूद हैं। इसके लिए भारतीय रेल मंत्री सुरेश प्रभू ने रेल बजट रिपोर्ट में प्रस्तुत किया कि भारत सरकार 5 अरब रूपये का सृजन कोष की स्थापना करेगी और रेल परिवहन समस्याओं को हल करने के लिए सृजन कारोबारों को प्रोत्साहित करेगी। रेल यात्री, ट्रेनमैन और ट्रेवलखाना (Rail Yatri、Trainman、TravelKhana) आदि कंपनियां इससे प्रेरित होकर तकनीक माध्यमों से रेल सेवा की गुणवत्ता को परिपक्व करने की कोशिश कर रही हैं।
रेल यात्री नामक वेबसाइट व एप्प की स्थापना 2014 में हुई, जो यात्रियों को रेल गाड़ी संबंधी सूचनाओं की परामर्श सेवा देती है। लोग इस वेबसाइट सेवा से रेल गाड़ी के रेल स्टेशन पहुंचने, भविष्य की रेल टिकट और रेल गाड़ी के देर होने की सूचनाएं पा सकेंगे। साथ ही ग्राहक इस सेवा से रेल टिकट खरीद सकते हैं, जो समय व पैसे की किफायत कर सकते हैं। रेल यात्री की स्थापना के बाद हर महीने 30 लाख से ज्यादा बार क्लिक होता है। इस साल के पूर्वार्द्ध में रेल यात्री के ग्राहकों की संख्या दोगुनी हो चुकी है। अब उसे इनफोसिस (Infosys) के संयुक्त संस्थापक कपिल सहित अनेक निवेशकों द्वारा पूंजी निवेश किया गया है।