ऊरूमुची शहर में नवनिर्मित एक नयी रिहाइशी बस्ती है , बस्ती में एक वर्गकिलोमीटर की परिधि का छोटा पार्क बनाया गया । पार्क में ताजा ताजा फुलों की क्यारी है , हरा भरा घास मैदान है और सुन्दर वन्य बगीचा है , ताजा और शांत वातावरण वाला पार्क बस्ती के निवासियों का मनपसंद व्यायाम स्थल है ।
मध्य शरद का मौसम है , उत्तरी चीन में स्थित ऊरूमुची शहर में मौसम शीतल हो गया , लेकिन शहर के इस बस्ती पार्क में रोज सुबह लोगों का प्रातःकालीन व्यायाम के लिए उत्साह बड़ा गर्मजोशी रहा ।
पार्क में पक्षियों की मधुर चहक सुनाई दे रही है , दरअसल यह मोहक आवाज पेड़ों पर लटकाए पक्षी पिंजड़ों में पालित कोयल और तोता जैसी सुन्दर चिड़ियाओं के गले से निकली है । पेड़ों के पास पक्षी पालने वाले शौकिन लोग आपस में पक्षी पालने के अनुभवों का आदान प्रदान कर रहे हैं और अपनी अपनी पसंदीदा पक्षी को दूसरों को दिखा रह हैं ।
इस साल 65 वर्षीय बुजुर्ग निवासी श्री हो को बारिश के दिन को छोड़ कर रोज इस पार्क में चिड़िया लिए आते हैं और उन्हें पक्षी पालन का विशेष शौक है ।
श्री हो के अनुसार पक्षी पालन स्वास्थ्य के लिए बड़ा लाभदायक है , पक्षी रोज समय पर चहकती है और उड़ना फूदकना चाहती है , उस के जीनव का अपना नियम होता है। पक्षी पालने वाले शौकिन लोग अवश्य उस के नियम के अनुसार क्रियाशील रहते है , इसतरह व्यायाम का लाभ प्राप्त भी कर लेते हैं । पक्षी की चहक सुनने से भी हमारा मन आनंदित हो उठता है और खुशी की मुद्रा में उत्साहित हो जाता है ।
पार्क में वृद्धवृद्धाओं का एक झुंड है ,मधुर संगीत की धुन में वे बड़े आनंद के साथ नाचते हैं , संगीत के ताल पर वे घूमते झूमते नाचगान में संग्लन रहे और मुखों में मीठी मुस्कान खिली हुई है । यह नृत्य दल स्थापित हुए तीन साल हो गया है , दल के सदस्यों की संख्या कभी सौ तक भी पहुंची है , वे बुजुर्ग लोग सभी नाच के शौकिन हैं , साल के अप्रेल से अक्तूबर तक ऊरूमुची का मौसम अच्छा है , तो वे रोज सुबह साढे सात बजे पार्क में आते हैं , वे सिन्चांग के विभिन्न जातीय नृत्य सीखते हैं और स्वास्थ्य लाभ के लिए अन्य प्रकार के नाच भी करते हैं।