वर्ष 2008 में पेइचिंग नॉर्मल यूनिवर्सिटी से स्नातक होने के बाद 23 वर्षीय लड़की यू छिंगच्या को जापान के टोक्यो विश्वविद्यालय का ऑफ़र मिला। उनका मेजर है शहरी आपदा का निपटारा। उस वर्ष यू छिंगच्या के गृह नगर दक्षिण-पश्चिमी चीन के स्छ्वान प्रांत के छंगतू शहर से 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पेइछुआन काउंटी में जबरदस्त भूकंप आया था। पढ़ाई के लिए विदेश जाने से पहले दो महीनों की छुट्टियों में यू छिंगच्या घर और भूकंप ग्रस्त क्षेत्रों के बीच आती जाती थीं। वे भूकंप के बाद पुनर्निर्माण में अपना योगदान करना चाहती थीं।
उसके बाद सात वर्षों में यू छिंगच्या ने टोक्यो विश्वविद्यालय में ग्रेजुएट, डॉक्टरेट और पोस्टडॉक्टोरल की पढ़ाई पूरी की। इस बीच वर्ष 2011 में जापान में भूकंप आया। यू छिंगच्या ने अध्यापकों और सहपाठियों के साथ कई बार भूकंप ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया और प्रयोगशाला में मॉडल बनाकर पुनर्निर्माण की योजना बनाई। अकसर भूकंपग्रस्त क्षेत्रों में जाने से यू छिंगच्या का मन डूबता हुआ सा लगा था। इसके साथ साथ पठन-कार्य में दबाव होने की वजह से उन्होंने ख़ुद को तनाव रहित बनाने की बात करने का फैसला किया।
"उस समय मैं रोज़ कम्प्यूटर के सामने बैठकर मॉडल और योजना बनाती थी, तब मैं सोचती थी कि ख़ुद को तनाव रहित बनाने की बात करूं। मेरे घर के आसपास इकोले डे पेटिसरी डे टोक्यो (ECOLE DE PATISSERIE DE TOKIO) स्थित है, जो जापान में सर्वश्रेष्ठ पेस्ट्री बनाने वाले स्कूलों में से एक है। वहां पर रोज़ाना तीन-चार प्रकारों के डेज़र्ट के साथ साथ कर-निर्धारण, लेखा-गणित, स्वास्थ्य विनियम और सामग्री विज्ञान आदि बुनियादी पाठ्यक्रम भी सीखाए जाते हैं। दो वर्षों में मैंने करीब 500 प्रकार के डेज़र्ट बनाना सीखा है।"