हाल में भारतीय पोस्ट ऑफिस ने घोषणा की कि वह औपचारिक तौर पर गंगा नदी का पानी बेचने का व्यवसाय शुरू करेगा। गंगाजल नामक यह पानी गंगा के दो स्थलों में बनाया जाएगा। एक स्थल गंगा के जन्मस्थल गंगोत्री और दूसरा गंगा के पास पवित्र शहर ऋषिकेष है। गंगाजल भारत के सभी पोस्ट ऑफिसों में बेचे जाएगा। ग्राहक गंगाजल को ईएमएस के जरिए अपने घर पहुंचाने का विकल्प भी चुन सकते हैं। भारतीय राष्ट्रीय पोस्ट ऑफिस के अधिकारी ने कहा कि लोग वेबसाइट पर आर्डर भी कर सकते हैं। ऋषिकेष में बनने वाले 200 मिलीलीटर गंगाजल की कीमत 15 रूपये यानी करीब 0.22 अमेरिकी डॉलर है। जबकि गंगोत्री से निकले 200 मिली लीटर गंगाजल की कीमत 25 रूपये रखी गयी है।
गौरतलब है कि गंगा भारतीय लोगों की माता नदी मानी जाती है, भारतीय लोग गंगा नदी का बड़ा सम्मान करते हैं। लेकिन औद्योगिक कचरे, शहरी प्रदूषित पानी और मरे जानवरों व शवों की वजह से गंगा का पानी प्रदूषित हो चुका है। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद गंगा का सफ़ाई अभियान चलाया गया। लेकिन भारतीय पर्यावरण संरक्षण विभाग की इस जनवरी की रिपोर्ट के अनुसार इस अभियान का बहुत कम असर है।
गंगा नदी के किनारे स्थित कुछ दुकानदारों ने कहा कि वास्तव में वे कई सालों से गंगाजल बेचते आए हैं। दुकानदार सुब्रत खान ने कहा कि शुरू में उसकी कंपनी गंगा के पानी को स्वच्छ बनाकर बेचती थी। लेकिन बिक्री इतनी अच्छी नहीं थी। उन्हें महसूस हुआ कि स्थानीय लोग गंगा जल को साफ नहीं करना चाहते थे। इसलिए उन्होंने गंगा जल को बिना साफ किए ही बेचा। मूल गंगाजल लोगों को ज्यादा पसंद आया।