सिंगल सर्विंग कंटेनर: वजन कम करने के सुझावों में से एक महत्वपूर्ण सुझाव है भोजन के भाग के आकार को नियंत्रित करना. भोजन के बड़े बर्तन को अच्छी तरह से सिंगल सर्विंग कंटेनर में रखें. आपके द्वारा बनाये गये इस तरह के मिनी मील्स तब आसानी से खा सकते हैं जब आप जल्दबाजी में हों और ये आपके लिए काफी फायदेमंद होंगे. साथ ही इनमें आपके ग्रोसरी स्टोर के फ्रीजर सेक्शन से खरीदे गये सिंगल सर्विंग मील की तुलना में कैलोरी और सोडियम भी कम होगा.
किचन स्केल: डिजीटल किचन स्केल भी आकार, भाग और सामग्री मापने का बेहतरीन तरीका है. खाना पकाने की प्रक्रिया के दौरान आप प्रत्येक सामग्री की उचित मात्रा डालकर कैलोरीज में कटौती कर सकती हैं. अगर आप कप या चम्मच से नापेंगी तो चूक होने की संभावना कम होगी. एक डिजीटल स्केल आपको प्रत्येक सामग्री को शुद्धता के साथ मापने का मौका देता है.
स्टोर में उपलब्ध पैक्ड चीजों की तुलना में घर में बनी कुकीज ज्यादा स्वास्थ्यकर होती हैं. कई स्टोर्स पर बेक तो अच्छा किया जाता है लेकिन उसमें ट्रांस फैट होता है जो कैलोरीज को जोड़ते हैं और कोलेस्ट्रॉल और हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ाते हैं. हालांकि घर पर बनी चीजों में भी भरपूर फैट होता है. इसलिए स्वास्थ्यकर भोजन बनाने के लिए सब्सट्यूटिंग चीजें जैसे तेल और मक्खन के स्थान पर एप्पल सॉस का इस्तेमाल करें.
एप्पल सॉस को तेल से स्वैपिंग (अदला बदली) करने से फैट में कमी होगी और कैलोरीज भी कट होगी. लेकिन साथ ही यह आपके बने हुए पकवान का टेक्सचर बदल देगा. इस तरह का सब्सट्यूशन आमतौर पर मफीन्स, बार्स या केक के लिए बेहतर होता है. जब अदलाबदली करें तो तेल की जगह एप्पल सॉस का उतना ही भाग लें फिर आवश्यकतानुसार घटा-बढ़ा लें. बेहतर रिजल्ट के लिए लो शुगर वैराइटी वाले एप्पल सॉस का चयन करें.
व्हाइट बीन्स : क्रीमी सूप रेसीपीज में अक्सर गाढ़ा टेक्सचर लाने के लिए क्रीम या होल मिल्क मिलाया जाता है. व्हाइट बीन्स की प्यूरी से भी बिना कैलोरीज या फैट डाले, इसी तरह का रिजल्ट मिलता है. अगली बार जब आप अपना फेवरेट क्रीम सूप इसी तरह से तैयार करें. कुकिंग प्रक्रिया के अंत में जब क्रीम मिलाया जाता है तब आप एक कैन व्हाइट बीन्स को फूड प्रोसेसर में प्यूरी बना कर मिलायें. प्यूरी की थोड़ी सी मात्रा या अपनी आवश्यकतानुसार मात्रा सूप में मिलाएं. इस तरह की हेल्दी कुकिंग टिप फैट और कैलोरीज को कट करते हुए आपके सूप में हेल्दी प्रोटीन मिलेगा.
चिकन/वेजिटेबल स्टॉक: कई व्यंजनों में चिकन स्टॉक भी तेल, क्रीम या मक्खन का बेहतरीन सबस्टीट्यूट होता है. स्टॉक व्यंजन में नमी बनाये रखता और उसे चिपकने से बचाता है, जैसे आप सॉटेड वेजीटेबल्स बनाते हैं, तो रेस्टोरेंट का शेफ पैन में स्वाद बढ़ाने के लिए ऑलिव ऑयल या मक्खन मिला सकता है. लेकिन इसके स्थान पर चिकन स्टॉक का प्रयोग करने से आप फैट और कैलोरीज को कट कर सकते हैं. साथ ही चिकन स्टॉक से क्रीमी टेक्सचर भी मिलता है.