Web  hindi.cri.cn
    आपका पत्र मिला 2016-03-16
    2016-05-24 14:44:13 cri

     

    अनिल:आपका पत्र मिला कार्यक्रम सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल पांडे का नमस्कार।

    हैया:सभी श्रोताओं को हैया का भी प्यार भरा नमस्कार।

    अनिलः दोस्तो, पहले की तरह आज के कार्यक्रम में हम श्रोताओं के ई-मेल और पत्र पढ़ेंगे। इसके बाद एक श्रोता के साथ हुई बातचीत के मुख्य अंआश पेश किए जाएंगे।

    चलिए श्रोताओं के पत्र पढ़ने का सिलसिला शुरू करते हैं। पहला पत्र हमें आया है, पश्चिम पंगाल से हमारे मॉनिटर रविशंकर बसु का। उन्होंने लिखा है......

    आज 11 मार्च, 2016 साप्ताहिक "चीन का तिब्बत" प्रोग्राम में हमें दो महत्वपूर्ण रिपोर्ट सुनने को मिली। पहली रिपोर्ट में तिब्बत के पर्यावरण संरक्षण, धर्म, पर्यटन, शिक्षा आदि के बारे में चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा के पूर्णांधिवेशन में भाग ले रहे तिब्बती प्रतिनिधि दल के विचार हमें सुनने को मिले। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की तिब्बत कमेटी के उप सचिव, स्वायत्त प्रदेश के अध्यक्ष लोसांग च्यांगछ्वन ने मीडिया सम्मेलन में कहा कि देश की 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान तिब्बत में आर्थिक विकास में गति मिलने, जन जीवन में सुधार होने, अधिक पूंजी लगाने, समाज की सुस्थिरता बनाये रखने और पर्यावरण संरक्षण कायम करने की उपलब्धियां प्राप्त हुई हैं।उन्होंने बताया कि तिब्बत में आर्थिक और सामाजिक विकास और विभिन्न कार्यों में नई नई प्रगति मिली है। 12वीं पंचवर्षीय योजना में निर्धारित सभी लक्ष्य साकार हो चुके हैं।

    रिपोर्ट में बताया गया है कि 13वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान सछ्वान-तिब्बत रेल मार्ग, ला-लो जलाशय के निर्माण और छिंगहाई-तिब्बत पठार पर पारिस्थितिकी के केंद्रीय क्षेत्र की बहाली, तिब्बत को दक्षिणी एशिया के लिए द्वार खोलने वाला मार्ग बनाने की रूपरेखा भी प्रस्तुत की गयी है। पिछले दस वर्षों में तिब्बत की पूर्ण व्यवस्थाओं खासकर पर्यटन के विकास में छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग की अहम भूमिका साबित हो चुकी है।

    यहां पर मैं उल्लेख करना चाहता हूं कि पहली जुलाई 2006 को छिंगहाई तिब्बत रेल मार्ग पर यातायात शुरू हुआ, रेल मार्ग की कुल लम्बाई 1956 किलोमीटर है। जो दुनिया में समुद्र सतह पर सबसे ऊंची व लम्बी रेल लाइन है, जितना भाग समुद्र-सतह से 4000 मीटर ऊंचाई पर गुजरता है, वह 960 किलोमीटर है। यह रेल मार्ग दुनिया की छत पर दौड़ता इस्पाती मार्ग के नाम से मशहूर है। पिछले दस वर्षों में तिब्बत में भारी परिवर्तन आया है, खासकर रेल मार्ग के खुलने के बाद स्थानीय लोगों का जीवन काफी बदला है।छिंगहाई तिब्बत रेल मार्ग ने स्थानीय निवासियों के जीवन को बहुत परिवर्तित कर दिया, साथ ही तिब्बत के आर्थिक विकास और तिब्बत के निरंतर विकास में भी जीवन शक्ति का संचार किया है। रेल मार्ग के चलते तिब्बत में हरित कृषि व पशुपालन, तिब्बती विशेष औषधि, जातीय कारगरी और पर्यटन उद्योग को बड़ा बढ़ावा मिला है और परिवहन की पूर्ण गारंटी हुई है, इससे संबद्ध उद्योगों का भी विकास हुआ है और रेल लाइन की दोनों ओर आधुनिक वाणिज्य़िक लॉजिस्टिक्स केन्द्रों का भी विकास किया गया है। सछ्वान-तिब्बत रेल मार्ग के निर्माण की समाप्ति पर यह रेल लाइन देश के भीतरी इलाकों को तिब्बत के साथ जोड़ने का दूसरा रेल मार्ग होगा, वह जातीय एकता का रास्ता और तिब्बत को समृद्ध बनाने का रास्ता बनेगा।

    एक अन्य रिपोर्ट में तिब्बती लोगों की स्वास्थ्य स्थितियों के बारे में तिब्बती डाक्टर न्यांग माऔ श्यांग के विचार सुने। प्रति वर्ष मार्च में डॉक्टर न्यांग माऔ श्यांग राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा के अधिवेशन में भाग लेती रही हैं।उन्होंने बताया कि चालीस बरस पहले छिंगहाई-तिब्बत पठार क्षेत्र में महिलाओं का विचार भी आपेक्षाकृत पुराना था। बहुत सी महिलाएं स्त्री रोग होने पर भी शर्मिले स्वभाव के कारण अस्पताल में डाक्टर को दिखाने से इन्कार करती थीं, इसी कारण कई महिलाओं की मौत भी हुई। यह बात भी सही है कि उस समय अस्पताल की स्थितियां भी खराब थीं, बहुत सी प्रसूता महिलाएं अपने घर ही में बच्चे पैदा करती थीं। इसी कारण से बहुत सी महिलाओं की मौत भी हो गई।

    वर्ष 2015 के सितंबर में चीनी राज्य परिषद ने "चीन में लैंगिक समानता और महिलाओं का विकास " श्वेतपत्र जारी कर कहा कि चीनी महिलाओं की स्वास्थ्य स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। आर्थिक विकास के बाद तिब्बत स्वायत्त प्रदेश का स्वरूप बदल गया है। आज तिब्बती महिलाएं रोग होते ही जल्द अस्पताल में जाने लगी हैं और प्रसुता होने से पहले वे अस्पताल में जांच-पड़ताल करने की सेवा लेती रहती हैं। यहां तक कि पहाड़ों में रहने वाली महिलाएं भी अक्सर अस्पताल में इलाज लेने आती रही हैं। डॉक्टर न्यांग माऔ श्यांग ने कहा कि अब महिलाओं को प्रसुता के लिए पाँच सौ युवान की सब्सिडी मिल पाती है और अगर कठिन प्रसव, गंभीर रक्त स्राव या ऑपरेशन करने की स्थिति पैदा होती है तो रोगियों का अधिकांश खर्च बीमा कंपनियां उठाती हैं। तिब्बती महिलाएं कम्युनिस्ट पार्टी और चीन सरकार की अधिमान्य नीति के प्रति बहुत आभारी हैं। रिपोर्ट से पता चला कि वर्ष 2014 के अंत तक चीन में 3131 महिला और बाल स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किये गये हैं, 90 प्रतिशत प्रसूता महिलाओं को बुनियादी स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराया गया है। शहरों और देहातों में प्रसूता महिलाओं की अस्पताल में भर्ती दर 99 प्रतिशत तक जा पहुंची है। प्रसूता महिलाओं की मृत्यु दर भी वर्ष 1990 की 88.8 प्रति लाख से घटकर वर्ष 2014 की 21.7 प्रति लाख तक कम हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन को महिला स्वास्थ्य के संदर्भ में सबसे सफल दस देशों में शामिल किया है। इसके अलावा सभी प्रसूता महिलाओं की भर्ती करवाने और महिलाओं के स्वास्थ्य स्तर को उन्नत करने का लक्ष्य भी देश की 13वीं पंचवर्षीय योजना के मसौदे में निर्धारित किया गया है। इससे यह ज़ाहिर होता है कि चीन में महिलाओं के स्वास्थ्य कार्य को महत्व दिया जा रहा है और महिलाओं का सामाजिक स्थान भी निरंतर उन्नत किया जा रहा है।

    हैया:आगे बसु जी लिखते हैं......आज "दक्षिण एशिया फोकस" प्रोग्राम में पंकज श्रीवास्तव जी ने पत्रकार विजेंद्र सिंह जी के साथ 29 फरवरी को भारत सरकार द्वारा पेश किये गए आम बजट को लेकर एक चर्चा की। बजट पर चर्चा करते हुए पत्रकार विजेंद्र सिंह जी ने केंद्रीय बजट की तारीफ की। उन्होंने कहा कि बजट में किसान, युवा एवं गरीबों का विशेष ख्याल रखा गया है। किसानों की सिंचाई के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के साथ-साथ किसानों व गांव की स्थिति में सुधार के लिए भी बजट में प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार के कौशल विकास कार्यक्रम के तहत अगले तीन वर्षों में एक करोड़ युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। मुझे लगता है कि उन्होंने एक तरफ बीजेपी सरकार का ढोल बजाया। इस बजट आम लोगों एवं गरीबों के लिए हित का बजट होगा और नहीं होगा, वह 2019 साल में पता चल जायेगा।

    अनिल:रविशंकर बसु जी, हमें रोजाना पत्र भेजने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। चलिए, अगला पत्र मेरे हाथ आया है उड़ीसा से हमारे मॉनिटर सुरेश अग्रवाल जी का। उन्होंने लिखा है......केसिंगा दिनांक 12 मार्च। प्रतिदिन की तरह मैंने आज भी अपनी ड्यूटी बखूबी निभायी और सीआरआई हिन्दी का ताज़ा प्रसारण शाम ठीक साढ़े छह बजे नियत समय पर अपने तमाम परिजनों के साथ मिलकर शॉर्टवेव 7265 किलोहर्ट्ज़ की आवृत्ति पर सुना और अब मैं उस पर अपनी त्वरित प्रतिक्रिया आप तक पहुँचाने की क़वायद पूरी करने कम्प्यूटर के समक्ष बैठा हूँ। बहरहाल, ताज़ा अन्तर्राष्ट्रीय समाचारों के बाद पेश साप्ताहिक "आपकी पसन्द" के तहत हर बार की तरह आज भी श्रोताओं के पसन्दीदा छह फ़िल्मी गानों के साथ काफी रोचक और ज्ञानवर्द्धक जानकारी देने हेतु हार्दिक धन्यवाद। पैसा ये पैसा....जीना ये कोई जीना... मार गई मुझे तेरी जुदाई... फिर वही रात...जब छाये मेरा ज़ादू...तथा कभी शादी न करो... आदि गानों के बोल मन में ताज़गी भर गये। दुबई में विश्व की सब से ऊँची इमारत बुर्ज़ ख़लीफ़ा के बाद अब रोज़मेन्ट होटल एण्ड रेजीडेंस नामक एक ऐसी इमारत की जानकारी, जिसके इर्द-गिर्द 75 हज़ार स्क्वायर फ़ीट में जंगल बनाया जायेगा और होटल में आने वाले मेहमानों का लगेज रोबोट उठायेंगे सहित दी गई जानकारी काफी रुचिकर लगी। दो सौ करोड़ की लागत वाली यह बिल्डिंग 2018 में बन कर तैयार हो जायेगी, इसलिये उम्मीद की जा सकती है कि हमारी पीढ़ी वाले लोग भी इसका दीदार कर सकेंगे। चीन में पढ़ाई-लिखाई पर अधिक ध्यान देकर अपना कॅरियर सँवारने में लगी महिलाओं की शादी की उम्र का निकलना और फिर उनके लिये अपमानजनक शब्द शिंग नु (परित्यक्त) का इस्तेमाल किया जाना दुखद लगा। हाँ, संयुक्त राष्ट्रसंघ की बैठक में चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग द्वारा महिलाओं की प्रशंसा किया जाना काफी उत्साहवर्द्धक लगा। धन्यवाद फिर एक अच्छी प्रस्तुति के लिये।

    हैया:आगे सुरेश अग्रवाल जी लिखते हैं......ताज़ा अन्तर्राष्ट्रीय समाचारों के बाद पेश साप्ताहिक "सण्डे की मस्ती" का ताज़ा अंक हर बार की तरह आज भी लाज़वाब लगा। कार्यक्रम की शुरुआत मधुर चीनी गीत से किये जाने के बाद सण्डे स्पेशल में हमारे मिल्की-वे के पीछे छिपी सैंकड़ों आकाशगंगाओं का रहस्योद्घाटन किया जाना ज्ञानवर्द्धक लगा। चीन के चेच्यांग में डॉक्टर द्वारा मृत घोषित बच्चे का पन्द्रह घण्टे बाद पुनः जीवित हो उठना हैरतअंगेज़ लगा। वैसे इसमें कहीं न कहीं चूक डॉक्टर की ही रही है। चीन में बोतलबन्द पानी की तरह बोतलबन्द हवा का बिकना अभिजातवर्ग का शौक़ कहना उचित होगा। दक्षिणी चीन में शादी के तुरन्त बाद एक युगल की जुदाई का किस्सा भावुक कर गया। बेहतर होता यह किस्सा सुनाने के बाद आप "हाय-हाय ये मज़बूरी, यह मौसम और ये दूरी......हिन्दी गीत भी बजाते ! गुजरात के तुलसी श्याम नामक स्थान पर मुझ द्वारा प्रेषित जानकारी साझा करने का शुक्रिया। सामान्य-ज्ञान स्तम्भ के तहत चन्द्रमा पर किसी चीज़ का भार क्यों कर कम हो जाता है, जानकारी भी काफी सूचनाप्रद लगी। प्रेरक कहानी -मज़दूर के जूते तथा जीवनमंत्र के तहत फ़र्स्ट इम्प्रेशन इज़ द लास्ट इम्प्रेशन पर मोटिवेशनल गुरु राजेश अग्रवाल का मन्त्र क़ाबिल-ए-तारीफ़ लगा। मनोरंजन सेगमेण्ट में आगे इस शुक्रवार रिलीज़ हुई हिमेश रेशमिया की फ़िल्म "तेरा सुरूर-2" की चर्चा के साथ उसका प्रोमो सुनवाया जाना भी रुचिकर लगा। आज के तमाम जोक्स उम्दा थे, फिर भी हरियाणवी छोरे और दिल्ली की छोरी वाले जोक को कुछ अधिक अंक दिये जा सकते हैं। धन्यवाद फिर एक अच्छी प्रस्तुति के लिये।

    अनिल:सुरेश अग्रवाल जी, हमें पत्र भेजने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। चलिए, अगला पत्र मेरे हाथ आया है छत्तीसगढ़ से चुन्नीलाल कैवर्त जी का। उन्होंने लिखा है......सादर नमस्कार तथा आप सबको रंगों का त्योहार 'होली'की हार्दिक शुभकामनायें! आशा है, आप सब सकुशल होंगे। आपके द्वारा प्रस्तुत नया कार्यक्रम 'बाल-महिला स्पेशल'का पहला अंक सुना। प्रस्तुति आकर्षक और ज्ञानवर्धक लगी। दो दिन पहले यानी 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस था। कार्यक्रम में इस दिवस के अस्तित्व में आने की जानकारी मिली। यह जानकर बहुत अच्छा लगा कि चीन में इस दिवस पर महिलाओं को कुछ न कुछ इनाम मिलते हैं। उनमें कुछ लोगों को शायद पैसे मिलते हैं। कुछ लोगों को पुरस्कार मिलते हैं। और कुछ लोगों को आधे दिन की छुट्टी भी मिलती है। भारत में भी चीन की तरह विशेष महिलाओं को सम्मानित किया जाता है और सरकार द्वारा महिलाओं की सुविधा और लाभ के लिए कुछ योजनाओं की घोषणा की जाती है। पंचायतों में महिलाओं के लिए 50% पद आरक्षित हैं। लोक सभा में इस दिन महिला सांसदों ने एक तिहाई सदस्यों को महिलाओं के लिए आरक्षित करने की मांग की है। भारत में महिला कर्मचारियों को 'मेटरनिटी'के लिए लंबी छुट्टी देने का नियम है। कल्याणकारी योजनाओं से लेकर सरकारी नियुक्तियों में भी महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था है।

    कार्यक्रम के दूसरे भाग में थाईवानी प्रसिद्ध गायिका छैए छिन की विस्तृत कहानी सुनने को मिली ,जो काफी रोचक लगी।चीनी शौकिनों के मन में छैए छिन ने एक बहुत महत्वपूर्ण स्थान बना रखा है , इस की जगह शायद कोई अन्य गायिका नहीं ले सकती। और उन्हें चीनी भाषा के गीत मंच में एक सदाबहार गायिका माना जाता है। कार्यक्रम में छैए छिन के द्वारा गाये गये दो सदा बहार गीत 'भूल गया समय' और 'आप की कोमलता' भी सुनने को मिले। सुश्री छैए छिन की आवाज़ सचमुच बहुत मधुर व प्राकृतिक है। उनके गीत में क्लासिक रोमान्टिक व सुरुचिपूर्ण उदासी भी छिपी हुई है। बहुत से उनके प्रेमी उन की आवाज़ सुनकर मुग्ध हो जाते होंगे।

    गीतों के भावार्थ सहित कार्यक्रम की प्रस्तुति जानदार लगी। गायिका छैए छिन की कहानी के दूसरे भाग की हमें बेसब्री के साथ प्रतीक्षा है।कार्यक्रम में चीन की ऐसी महिलाओं एवं बच्चों की कहानियां सुनवाया करें,जो जीवन के अलग-अलग क्षेत्र में लोकप्रिय हों। धन्यवाद।

    हैया:चुन्नीलाल कैवर्त जी, पत्र भेजने के लिये आप का बहुत-बहुत शुक्रिया। चलिए, अगला पत्र आया है गुजरात से मकवाना विशाल जी का। उन्होंने लिखा है......सी आर आई के पूरे स्टाफ को मेरा नमस्कार। आपके प्रोग्राम में बहुत से परिवर्तन आये हैं जो बहुत अच्छे लगे। प्रोग्राम से हमारी जानकारी भी बढ़ती है और मनोरंजन भी भरपूर होता है। 7 मार्च को चीन का भ्रमण प्रोग्राम में तिब्बत चरवाहों की कहानी सुनी। वहीं पेइचिंग के बारे में जानकारी पसंद आई। जीवन के रंग प्रोग्राम में भी मजा आ गया। 8 मार्च को चीन भारत आवाज और नमस्कार चाईना प्रोग्राम सुना। 9 मार्च को विश्व आइना आपका पत्र मिला प्रोग्राम सुना जो मुझे अच्छा लगा। साथ में श्रोता के साथ बातचीत भी अच्छी लगी। 10 मार्च को बाल महिला स्पेशल में महिलाओं के बारे में बहुत कुछ जाना। टी टाइम प्रोग्राम में महिला की विशेष एयर इंडिया की जानकारी दी। आँचल धरा नाम की महिला मुम्बई से गोवा तक 26 दिन तक पैदल चली। मनोरंजन सम्बन्धी जानकारी सुनी। हेल्थ टिप्स में हरी मिर्च के बारे में बताया गया, जो उपयोगी लगा। शानदार प्रस्तुति के लिए शुक्रिया।

    अनिल:मकवाना विशाल जी, अपनी प्रतिक्रिया हम तक पहुंचाने के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया। चलिए, आगे पेश है दिल्ली से अमीर अहमद जी का पत्र। उन्होंने लिखा है...... आज आपकी वेबसाइट के माध्यम से चीन के तिब्बत की संस्कृति को देखकर और सुनकर खूब आनंद उठाया। आपकी वेबसाइट में कई वीडियो थे, जिन्हें देखकर अच्छा लगा।....जन्म भूमि सैंच्यांगयुआन तिब्बती लोक गीत जिसको श्रीमती यांगचिन लानत्से ने प्रस्तुत किया है वो बहोत अच्छे लगे जिसको बोल पहाड़ों की घाटी में सुनाई दे रही है। वास्तव में ये गीत बहोत अच्छे लगे। साथ ही नव वर्ष के आगमन पर नृत्य गान भी काफी मज़ेदार लगा। कलाकार रंग बिरंगे वस्त्रों में गज़ब का नृत्य प्रस्तुत किये हैं वाकई बहोत ही उत्तम नृत्य थे जिसकी जितनी प्रसन्नसा की जाये कम है। दूसरा विडिओ जो तिब्बती क्षेत्र के स्थानीय गांव में च्वोवू नृत्य था वो भी कलात्मक डांस और बोल सीधे दिल तक पहुँच ते थे। नृत्य के साथ साथ इसके इतिहास के बारे में भी जानकारी दीगयी है ये बहोत अच्छी बात है हम नृत्य को देखने के साथ साथ हम सम्पूर्ण जानकारी भी मिल जाती है जैसे हमें मालूम हुआ की शूयू में च्वोवू नृत्य जो इसी क्षेत्र में एक विशेष प्रकार का नृत्य है। जिससे यूशू लोगों के जीवन में मानसिक शक्ति दिखाई जाती है। सच जो कलाकार थे उनके चेहरे से ही शक्ति साफ साफ झलकती थी। सच गीत के क्या बोल हैं। पर्वत देवता से प्रार्थना करते हैं हम। आने वाले वर्षों में मौसम अच्छा रहे। क्या खूब बोल है मन आत्मा को संतुस्टी पहुँचने वाले बोल हैं आने वाले दिनों के लिए प्रार्थना है इस गीत के लिए दिल से नमन। एक और विडिओ बर्फीले छेत्र में योवा जिसके शुभ क्या खूब है जिसमें कलाकार श्री निमा त्सेरन ने संस्कृति वस्त्र में बहोत प्रसन्न मुद्रा में गीत प्रस्तुत किये है। क्या म्यूज़िक और क्या ज़बरदस्त बोल जिसको बार बार गुन गुनाने को दिल कह ता है। और जब परदेशियों पर आधारित बोल हो तो हम जैसे परदेशी जो घर गाव को छोड़ कर महा नगर में रह रहे हो उनको ये गीत पसंद न आये ऐसा हो नही सकता। बोल। जो बार बार दिल में रच बस गया है। युवावस्था में बन गया था परदेसी। परदेस में अधिक थी खुशियां। बहुत शानदार है बर्फीले पर्वत। एक और वीडियो जिसमें पुरुष और महिला युगल गीत शुभ खांगपा लोक गीत सुना और देखा बहोत अच्छा लगा। लामू, सांगपू जा जी ने गीत को बहोत शानदार अंदाज़ में गीत प्रस्तुत किये हैं सच बहोत अच्छे लगे। जिसके बोल

    सपने में है प्रेमिका। बहुत मधुर और बहोत अच्छे बोल थे जिसमें संसार में अमन शांति पर ज़ोर दिया गया था। साथ आपको बताना चाहता हूँ की चोवू नृत्य के हवाले से जिसमें आबा तिब्बती प्रिफेक्चर की च्युचाइगो कांउटी के छाओदी जिले में गैरभौतिक सांस्कृतिक अवशेष प्रदर्शन मंडली की प्रस्तुति बहुत उत्तम तो थी साथ ही बहुत आकर्षित भी कर रही थी इस के माध्यम से यहाँ की संस्कृति को जानने का मौका मिला और आनंद भी उठाया।मालूम हुआ कि घने जंगलों में पाईमा जो सफेद घोड़ा से तात्पर्य है जहाँ तिब्बती लोग रहते हैं। च्युचाईगो के पहाड़ों में एक हज़ार से अधिक वर्षों के भीतर वे इस प्राचीन नृत्य को विरासत के रूप में संजोते हुए विकास करते हैं।नृत्य में हमने देखा की कलाकार लोग मुंह पर लकड़ी से बने हुए मुखौटे पहनकर गाते नाचते हैं, और मालूम हुआ की यहाँ के लोग इसी तरह ही पूजा और प्रार्थना भी करते हैं।काफी अच्छा नृत्य लगा। तीन नदियों से गुजती है ये आवाज़ वीडियो में भी काफी अच्छा गीत लगा। इस विडिओ में कई सारे लोक गीत थे और सभी बहोत अच्छे थे। सभी विडिओ बेहद रोचक और बहोत ही उत्तम है इन विडिओ के माध्यम से हम ने चीनी नव वर्ष वसंत उत्सव का आनंद तिब्बती संस्कृति के लोक गीत ,नृत्य और कलाकारों द्वारा अभिनय से आनंद खूब उठाया। ऐसा लग रहा था हम भी तिब्बेती कल्चर में पूरी तरह रंग में रंग चुके हैं ,वास्तव में बेहद ज्ञानवर्धक विडिओ हैं जिनको देख कर ,गीत को सुन कर दिल में ही बसा लेने को दिल करता है सच गीत के बोल गायिका की आवाज़ में तो नही समझ आरहे थे लेकिन बोल के न समझ के बावजूद भी धून म्यूज़िक ने पहले चरण में दिल को जीत लिया था। और जैसे जैसे बोल को पढ़ा बार बार दिल से ज़बान से वाह वाह ही निकला और मैं गीत और नृत्य के समापन के बाद अपने आपको कलेपिंग करने से रोक नही पाया।

    हैया:अमीर अहमद जी, पत्र भेजने के लिये शुक्रिया। दोस्तों, मेरे पास जो पत्र आया है, उसे भेजा है, छत्तीसगढ़ से चुन्नीलाल कैवर्त जी ने। उन्होंने लिखा है......

    आज 5 मार्च की सुबह पेइचिंग के जन वृहद भवन में 12वीं एनपीसी का चौथा सम्मेलन उद्घाटित होने पर चीनी जनता और जन प्रतिनिधियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें ! हम 2016 एन पी सी और सी पी पी सी सी के वार्षिक सम्मेलनों की पूर्ण सफलता की कामना करते हैं !!

    पूरी दुनियां के नेताओं और संवाददाताओं का ध्यान आजकल 2016 एन पी सी और सी पी पी सी सी के वार्षिक सम्मेलनों की ओर है। हम श्रोता गण और नेटीजनों का ध्यान भी इन्ही दो महत्वपूर्ण वार्षिक सम्मेलनों पर है। खुशी की बाते है की सी आर आई की वेब साइट के माध्यम से हमें हजारों किलोमीटर दूर से भी इन सम्मेलनों के बारे में पल पल की खबरें मिल रही हैं। इसके लिए चाइना रेडियो इंटरनेशनल के सभी रिपोर्टरों ,संवाददाताओं एवं अधिकारी-कर्मचारियों का हार्दिक धन्यवाद।

    परिवर्तन प्रकृति का नियम है।आगामी 7 मार्च से चाइना रेडियो इन्टरनेशनल के हिंदी कार्यक्रमों में परिवर्तन आ गया है, जिसमें कुछ कार्यक्रमों नये कार्यक्रमों का जोड़ा गया है। हम इस परिवर्तन का तहे दिल से स्वागत करते हैं। आशा है,नये कार्यक्रम भी दिलचस्प और सूचनाप्रद होंगे। मेरा सुझाव है कि सी आर आई में एक ऐसा कार्यक्रम होना चाहिये ,जिसमें श्रोता चीन के बारे में अपने प्रश्नों के उत्तर सुन सकें। इस समय सी आर आई के प्रसारण की गुणवत्ता अच्छी है। इसके लिए आपे तकनीकी विभाग की जितनी भी तारीफ की जाये ,कम होगी। पुनः एक बार आप सबका हार्दिक धन्यवाद।

    हैया:अब सुनिए हमारे श्रोता दोस्त कृष्ण मुरारी सिंह किसान जी के साथ हुई बातचीत का दूसरा भाग।

    अनिल:दोस्तो, इसी के साथ आपका पत्र मिला प्रोग्राम यही संपन्न होता है। अगर आपके पास कोई सुझाव या टिप्पणी हो तो हमें जरूर भेजें, हमें आपके खतों का इंतजार रहेगा। इसी उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी दिन इसी वक्त आपसे फिर मुलाकात होगी। तब तक के लिए अनिल पांडे और हैया को आज्ञा दीजिए, नमस्कार।

    हैया:गुडबाय।

    © China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
    16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040