Web  hindi.cri.cn
    आपका पत्र मिला 2016-03-09
    2016-05-24 14:42:06 cri


    अनिल:आपका पत्र मिला कार्यक्रम सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल पांडे का नमस्कार।

    हैया:सभी श्रोताओं को हैया का भी प्यार भरा नमस्कार।

    अनिलः दोस्तो, पहले की तरह आज के कार्यक्रम में हम श्रोताओं के ई-मेल और पत्र पढ़ेंगे। इसके बाद एक श्रोता के साथ हुई बातचीत के मुख्य अंआश पेश किए जाएंगे।

    चलिए श्रोताओं के पत्र पढ़ने का सिलसिला शुरू करते हैं। पहला पत्र हमें आया है, पश्चिम पंगाल से हमारे मॉनिटर रविशंकर बसु का। उन्होंने लिखा है......

    इस रविवार अनिल आज़ाद पाण्डेय जी द्वारा पेश किये गए दुनिया भर के ताज़ा समाचार सुनने के बाद अखिल जी और वनिता जी द्वारा पेश "संडे की मस्ती" प्रोग्राम पुरे मनोयोग से सुना।

    आज वैलेंटाइंस डे पर पेश प्रोग्राम दिल को छू गया। इस दिन की हिस्ट्री सुनते ही मैं अपने कॉलेज के दिनों में वापस खो गया। मैं अपनी वाईफ सुदेष्णा की तरफ मोड़ कर थोड़ा सा गुनगुनाया- "ज़रा सी दिल में दे जगह तू/जरा सा अपना ले बना तू / ज़रा सा खाव्बों में सजा तू, ज़रा सा यादो में बसा।"

    तब मेरी पत्नी मुझ से बोली -"अरे महापुरुष! तुमको तो शर्म आनी चाहिए। अब तुम 46 साल की उम्र पार कर चुके हो और तुम्हारा प्यार जताने के कोई उमर नहीं है। अब तुम्हारे प्यार में कोई नहीं फंसने वाला।"

    तब मैंने पत्नी को बोला - "आज वसंत में इतना फूल खिलते है ,इतना बंशी बजती है, इतना पक्षी गाते है। आओ, हम दोनों एक साथ वेलेंटाइन्स डे का मज़ा लेते है।" दिल जवां तो हम हमेशा जवां। अखिल जी, इस सुंदर प्रस्तुति के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद।

    जानकारियों के क्रम में आज सुना है कि ऑस्ट्रैलिया के मेलबर्न शहर में मेट्रो ट्रेन में एक व्यक्ति के पास मछली और चिप्स देखकर मेट्रो में समुद्री चिड़ियों का झुंड घुस आया, जिससे कुछ समय के लिए ट्रैन में दहशत छा गया। यह जानकारी काफी मज़ेदार लगा। वहीं ज़मीन से 20 फुट नीचे गुजरात के अहमदाबाद शहर में देश का पहला अंडरवाटर रेस्तरां के बारे में सुनकर वहां जाने का दिल कर रहा है। पर एक बेरोजगार आदमी के लिए यह एक अधूरा सपना बनकर रहे जायेगा। चीन के झेजियांग प्रांत में नोट बटोरने का अजीब कंपिटीशन के बारे में सुनने के बाद अफ़सोस हो रहा है कि अगर इस कॉम्पिटीशन में मैं भाग लेता तो मैं ही वह पांच मिलियन युआन पकड़ लेता !!! मेरा यह सपना भी अधूरा रहे गया। जोधपुर से मुंबई लौटते वक्त गायक सोनू निगम ने जेट एयरवेज में गाना गाया था जिसके लिए जेट एयरवेज के 5 एयरहोस्टेस को सस्पेंड कर दिया गया है। यह समाचार दुखद लगी परंतु सभी को उड़ान के नियमों का पालन करना चाहिए। हमें पसीना क्यों और कैसे आता है,इस बारे में आप द्वारा दी गई जानकारी मुझे काफी सूचनाप्रद लगी। आज प्रोग्राम में अखिल जी द्वारा पेश प्रेरक कहानी "मेरी ताकत" अच्छा लगा। प्रोग्राम के अंत में 'सनम रे' फिल्म का ट्रेलर सुनवाया जाना भी अच्छा लगा। धन्यवाद।

    हैया:आगे बसु जी लिखते हैं......29 फरवरी 2016 को भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के कोलकाता शहर में स्थित चीनी कौंसल जनरल मा चेनवू (Mr.Ma Zhanwu) ने कौंसुलेट में झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) के कुलपति प्रोफेसर नंद कुमार यादव और भाषा-साहित्य अध्ययन केंद्र की डीन डॉ. श्रेया भट्टाचार्य से मुलाकात की। कौंसुलेट के डेपुटी कौंसल जनरल झोउ माओयी (Mr. Zhou Maoyi), कौंसल झांग चिंग (Mrs. Zhang Jing) और कौंसुलर अताशे चेन अंकाई ( Mr. Chen Ankai) इस बैठक में मौजूद थे।

    सीयूजे के प्रतिनिधिमंडल से विभिन्न मुद्दों पर वार्ता करते हुए चीनी कॉन्सुलेट जनरल मा चेनवू ने मेहमानों को यह खुशखबरी दी कि कन्फ्यूशियस संस्थान मुख्यालय (Hanban/ हानपान ) पहले से ही सीयूजे में एक स्वयंसेवक चीनी शिक्षक भेजने की मंजूरी दे दी है और उन्होंने जल्द ही भारत में आएंगे। मा चेनवू ने प्रतिनिधिमंडल को उत्तर चीन के शानसी प्रांत और झारखंड के बीच उच्च स्तरीय आवाजाही के बारे में अवगत कराया।

    वीसी प्रो. नंद कुमार यादव ने सीयूजे में चीनी भाषा की पढ़ाई के प्रगति के लिए कॉन्सुलेट जनरल मा चेनवू को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सीयूजे बेसब्री से चीनी शिक्षक के लिए इंतजार कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने बल देकर कहा कि चाईनीज कॉन्सुलेट के साथ सीयूजे ने चीन-भारत सांस्कृतिक और शैक्षिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए तैयार है।

    भेंट में दोनों पक्षों ने निकट भविष्य में सीयूजे में चीनी भाषा प्रतियोगिता,चीनी फिल्म महोत्सव और "चीनी दिवस" का आयोजन को लेकर विचार-विमर्श किया। बाद में, मा चेनवू और वीसी यादव ने कन्फ्यूशियस संस्थान मुख्यालय (हानपान) के माध्यम से झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय में चाइनीज़ शिक्षकों को आने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किया।

    अनिल:रविशंकर बसु जी, हमें रोजाना पत्र भेजने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। चलिए, अगला पत्र मेरे हाथ आया है उड़ीसा से हमारे मॉनिटर सुरेश अग्रवाल जी का। उन्होंने लिखा है......

    केसिंगा दिनांक 4 मार्च। प्रतिदिन शाम साढ़े छह बजे शॉर्टवेव पर अपने तमाम परिजनों के साथ मिलकर सीआरआई हिन्दी का ताज़ा प्रसारण सुनना मेरे लिये नित्य की संध्या-आरती जैसा बन गया है और जब तक इसे सुन आप तक रोज़ अपनी बात नहीं भेज देता, मन को चैन नहीं मिलता। इसी क्रम में हमने आज भी ताज़ा प्रसारण शॉर्टवेव 7265 किलोहर्ट्ज़ की आवृत्ति पर सुना और अब मैं उस पर हम सभी की मिलीजुली प्रतिक्रिया के साथ आपके समक्ष उपस्थित हूँ। बहरहाल, ताज़ा अन्तर्राष्ट्रीय समाचारों में अन्य ख़बरों के अलावा आज 4 मार्च की सुबह पेइचिंग में आयोजित 12वीं चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा (एनपीसी) की स्थाई कमेटी के चौथे सम्मेलन की न्यूज़ ब्रीफिंग में प्रवक्ता फुं यींग द्वारा प्रदत्त विस्तृत ब्यौरा सुन कर लगा कि हम स्वयं वहां उपस्थित हैं। जानकारी के अनुसार 12वीं एनपीसी का चौथा सम्मेलन 5 मार्च की सुबह 9 बजे आयोजित होगा। सम्मेलन में कुल 9 कार्यसूचियां हैं, सरकारी कार्य रिपोर्ट समेत 6 रिपोर्टों पर विचारार्थ करने के अलावा, 13वीं पंचवर्षीय योजना और दानशील कानून मसौदे पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा तथा यह सम्मेलन कुल ग्यारह दिन चलेगा।दिनांक 16 मार्च की सुबह 12वीं एनपीसी का वार्षिक सम्मेलन समाप्त होगा। इसके बाद चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग देशी-विदेशी संवाददाताओं से मुलाकात करेंगे और उनके सवालों के जवाब देंगे। फुं यींग ने यह भी कहा कि 3200 से अधिक संवाददाता सम्मेलन की रिपोर्टिंग करेंगे, जिनमें 1 हजार से अधिक विदेशी संवाददाता शामिल हैं। बहरहाल, समाचारों बाद हमने साप्ताहिक "चीन का तिब्बत" के तहत तिब्बत की मोथो काउन्टी के ग्रामीण पर्यटन एवं उसके चहुँमुखी विकास हेतु दक्षिणी चीन के क्वांगटोंग से तिब्बत पधार कर अपनी सेवाएं प्रदान करने वाले श्री चांग ह्वे (नाम जैसा समझ में आया) पर आधारित रिपोर्ट सुन कर उनके प्रति आभार प्रकट करने से स्वयं को नहीं रोक पाया। श्री चांग ह्वे को उनकी निःस्वार्थ सेवाओं के लिये हार्दिक साधुवाद। इसके साथ ही समुद्रतल से कोई 1200 मीटर की ऊँचाई पर स्थित मोथो काउन्टी की स्वच्छ पारिस्थितिकी, पवित्र यालुचाम्पो नदी तथा वहां किसी समय ऋषि पद्मसम्भव द्वारा दिये गये उपदेश आदि की बातें सुन कर मन में उसकी तस्वीर एक तपोभूमि जैसी बन पड़ी। कभी मौक़ा मिला, तो उसका अवलोकन अवश्य करना चाहूँगा। धन्यवाद एक अच्छी प्रस्तुति हेतु।

    कार्यक्रम "दक्षिण एशिया फ़ोकस" के अन्तर्गत काफी लम्बे अन्तराल के पश्चात भारत में रीयल स्टेट या प्रॉपर्टी कारोबार में आये आर्थिक मन्दी के दौर और उसके कारणों पर वरिष्ठ पत्रकार त्रिवेणी प्रसाद पाण्डे का विश्लेषण सुना, तो पूरी स्थिति को अच्छी तरह समझने का मौक़ा मिला। यह जान कर अच्छा लगा कि वर्त्तमान केन्द्र सरकार के प्रयासों से अब बिल्डर ग्राहकों के साथ मनमानी नहीं कर पायेंगे और शेयर बाज़ार पर सेबी की तरह रीयल स्टेट कारोबार पर भी निगरानी हेतु एक नियामक प्राधिकरण गठित किया जायेगा। धन्यवाद एक सारगर्भित प्रस्तुति हेतु।

    केसिंगा दिनांक 5 मार्च। भले ही मैं प्रतिदिन सीआरआई हिन्दी का ताज़ा प्रसारण शॉर्टवेव पर शाम साढ़े छह बजे सुनता हूँ, सीआरआई के चारों प्रसारणों में रात साढ़े नौ बजे वाला प्रसारण ही यहाँ सबसे स्पष्ट सुनाई पड़ता है। शाम साढ़े छह बजे ही प्रसारण सुनने का कारण इन्तज़ार का और बर्दाश्त न कर पाना है, क्यों कि चौबीस घण्टे लम्बे इन्तज़ार के बाद ही सीआरआई हिन्दी का ताज़ा प्रसारण नसीब होता है। बहरहाल, रोज़ाना की तरह मैंने आज भी अपने तमाम परिजनों के साथ मिलकर शाम ठीक साढ़े छह बजे शॉर्टवेव 7265 किलोहर्ट्ज़ की आवृत्ति पर कार्यक्रम सुना और अब मैं उस पर हम सभी की मिलीजुली प्रतिक्रिया के साथ आपके समक्ष उपस्थित होने कम्प्यूटर के समक्ष बैठा हूँ। उम्मीद है कि ज़ल्द ही हमारी बात आप तक पहुँच जायेगी। बहरहाल, ताज़ा अन्तर्राष्ट्रीय समाचारों में 5 मार्च को प्रातः 9 बजे पेइचिंग स्थित जन बृहद भवन में शुरू हुये 12वीं चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा के चौथे सम्मेलन और उसमें चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग द्वारा पेश सरकारी कार्य रिपोर्ट पर दी गई जानकारी काफी महत्वपूर्ण लगी। समाचार में यह भी पता चला कि विभिन्न स्थलों से आए चीनी अल्पकंख्यक जातियों के प्रतिनिधि अपने जातीय वस्त्र पहनकर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। वे एनपीसी के दौरान संवाददाताओं के कैमरों का केन्द्र बन गए हैं, ऐसा होना स्वाभाविक ही है।

    समाचारों के बाद साप्ताहिक "आपकी फ़रमाइश आपकी पसन्द" के तहत श्रोताओं के पसन्दीदा फ़िल्म -मधुमति, अनुरोध, भला मानुष, प्रियतमा, चलते-चलते तथा दो अनजाने के छह फड़कते हुये गानों के साथ आज जो जानकारी दी गई वह हैरतअंगेज़ नहीं, अपितु काफी अनूठी एवं ज्ञानवर्द्धक लगी। अमेरिका के एरिक ग्रॉस, माइकल बैनेट, चक डेविस सहित उन तमाम लोगों पर दी गई जानकारी काफी प्रेरक लगी, जिन्होंने अपनी लगी-लगायी नौकरी छोड़ कर अपने सपनों को परवान चढ़ाने दुनिया के समक्ष एक असाधारण मिसाल पेश की। वैसे ऐसा करना हर एक के वश की बात कदापि नहीं, ऐसा वही लोग कर सकते हैं, जिनमे स्वयं की असाधारण प्रतिभा के अलावा भगवान की देन भी होती है। आपने बिलकुल सही फ़रमाया कि ऐसे लोग कुछ अलग ही मिट्टी के बने होते हैं। धन्यवाद एक रोचक विषय पर इतनी महती जानकारी जुटाने और श्रोताओं से साझा करने के लिये।

    हैया:सुरेश अग्रवाल जी, हमें पत्र भेजने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। चलिए, अगला पत्र मेरे हाथ आया है गुजरात से मकवाना विशाल जी का। उन्होंने लिखा है......

    सी आर आई हिन्दी सेवा के सभी सर और मेम को मेरा सादर नमस्कार स्वीकार करे। आपके प्रोग्राम अगली 7 मार्च से कुछ बदलाव होने जा रहे है जिससे हम लोगो को उत्साह और उसका बेसब्री से इंतज़ार है।

    आपसे इस नए वर्ष में एक खाहिश है की कृपया अपने प्रोग्राम के साथ वेब पे भी टाइम पे उपडेट करे जिससे और भी श्रोता cri को सक्रीय रूप से सुन सके। जिससे हम लोगो को तो ख़ुशी होगी ही और जो लोग इंटरनेट यूज़ करते है उन्हें भी ज्यादा जानने का व् पहेचान ने का मोका मिलेगा चीन को जिससे चीन भारत की दोस्ती और भी मजबूत होगी।

    2 मार्च को आपकी पसंद प्रोग्राम सुना जिसमे श्रोता के पत्रो के उत्तर बहोत ही सरलता और संतोष से दिए गए जो बहुत अच्छा लगा। आप का यह अंदाज़ बहुत निराला है। साथ में सी आर आई के श्रोता चुनीलाल कैवर्त जी से अनिल सर की बातचीत बहुत खूब और खुश कर गई। जो पसंद आई इसके लिए आप सभी का और चुनीलाल जी का बहोत बहोत शुक्रिया और हार्दिक धन्यवाद।

    3 मार्च को नमस्कार चाइना का अंक सुना। चीनी गीत सुनवाना प्रोग्राम की रोचकता और शान बढ़ा गया। चीन में 35 साल पुराणों निति को सरकार ने हटा दिया जिसमे " अब चीन में भी हम दो हमारे दो " निति को विशेष रिपोर्ट सुनी जो बहोत अच्छी लगी। इसके लिए मनु पवार जिका धन्यावाद। अखिल सर उमा जी की बातचीत भी बहुत अच्छी लगी जो काबिले तारीफ है। चीन की सुर्खिया और खेल दुनिया कुछ कम नहीं थे। जिसमे भरपूर जानकरी मिली।

    साथ में ख़ुशी की बात यह है की अब से नया सेगमेंट शरू होगा जिसमे चीन में बसे भारतीय से बातचीत सुनवाई जायेगी जो बहुत अच्छा है जिससे चीन में बसे भारतीय लोगो से चीन के बारे में बहुत कुछ सिखने व् जानने का मोका मिलेगा आप यह कोशिश सराहनीय है। आप सभी का तहे दिल से धन्यवाद और बहोत बहोत शुक्रिया।

    अनिल:मकवाना विशाल जी, अपनी प्रतिक्रिया हम तक पहुंचाने के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया। चलिए, आगे पेश है दिल्ली से अमीर अहमद जी का पत्र। उन्होंने लिखा है......

    सबसे पहले आप सभी को चीनी नव वर्ष (वसंत त्यौहार )की ढेर सारी शुभकामनायें। आज आप की वेबसाइट के माध्यम से चीन के तिब्बत की संस्कृति को देख कर और सुन कर खूब आनंद उठाया वास्तव में विडिओ देख कर बहोत अच्छा लगा। आप की वेबसाइट पर बहोत से वीडियो थे जिसको देख कर तिब्बत को बहुत करीब से जानने को मिला.....जन्म भूमि सैंच्यांगयुआन तिब्बती लोक गीत जिसको श्रीमती यांगचिन लानत्से ने प्रस्तुत किया है वो बहोत अच्छे लगे जिसको बोल पहाड़ों की घाटी में सुनाई दे रही है। वास्तव में ये गीत बहोत अच्छे लगे। साथ ही नव वर्ष के आगमन पर नृत्य गान भी काफी मज़ेदार लगा। कलाकार रंग बिरंगे वस्त्रों में गज़ब का नृत्य प्रस्तुत किये हैं वाकई बहोत ही उत्तम नृत्य थे जिसकी जितनी प्रसन्नसा की जाये कम है। दूसरा विडिओ जो तिब्बती क्षेत्र के स्थानीय गांव में च्वोवू नृत्य था वो भी कलात्मक डांस और बोल सीधे दिल तक पहुँच ते थे। नृत्य के साथ साथ इसके इतिहास के बारे में भी जानकारी दीगयी है ये बहोत अच्छी बात है हम नृत्य को देखने के साथ साथ हम सम्पूर्ण जानकारी भी मिल जाती है जैसे हमें मालूम हुआ की शूयू में च्वोवू नृत्य जो इसी क्षेत्र में एक विशेष प्रकार का नृत्य है। जिससे यूशू लोगों के जीवन में मानसिक शक्ति दिखाई जाती है। सच जो कलाकार थे उनके चेहरे से ही शक्ति साफ साफ झलकती थी। सच गीत के क्या बोल हैं। पर्वत देवता से प्रार्थना करते हैं हम। आने वाले वर्षों में मौसम अच्छा रहे। क्या खूब बोल है मन आत्मा को संतुस्टी पहुँचने वाले बोल हैं आने वाले दिनों के लिए प्रार्थना है इस गीत के लिए दिल से नमन। एक और विडिओ बर्फीले छेत्र में योवा जिसके शुभ क्या खूब है जिसमें कलाकार श्री निमा त्सेरन ने संस्कृति वस्त्र में बहोत प्रसन्न मुद्रा में गीत प्रस्तुत किये है। क्या म्यूज़िक और क्या ज़बरदस्त बोल जिसको बार बार गुन गुनाने को दिल कह ता है। और जब परदेशियों पर आधारित बोल हो तो हम जैसे परदेशी जो घर गाव को छोड़ कर महा नगर में रह रहे हो उनको ये गीत पसंद न आये ऐसा हो नही सकता। बोल। जो बार बार दिल में रच बस गया है। युवावस्था में बन गया था परदेसी। परदेस में अधिक थी खुशियां। बहुत शानदार है बर्फीले पर्वत। एक और वीडियो जिसमें पुरुष और महिला युगल गीत शुभ खांगपा लोक गीत सुना और देखा बहोत अच्छा लगा। लामू, सांगपू जा जी ने गीत को बहोत शानदार अंदाज़ में गीत प्रस्तुत किये हैं सच बहोत अच्छे लगे। जिसके बोल

    सपने में है प्रेमिका। बहुत मधुर और बहोत अच्छे बोल थे जिसमें संसार में अमन शांति पर ज़ोर दिया गया था। साथ आपको बताना चाहता हूँ की चोवू नृत्य के हवाले से जिसमें आबा तिब्बती प्रिफेक्चर की च्युचाइगो कांउटी के छाओदी जिले में गैरभौतिक सांस्कृतिक अवशेष प्रदर्शन मंडली की प्रस्तुति बहुत उत्तम तो थी साथ ही बहुत आकर्षित भी कर रही थी इस के माध्यम से यहाँ की संस्कृति को जानने का मौका मिला और आनंद भी उठाया।मालूम हुआ कि घने जंगलों में पाईमा जो सफेद घोड़ा से तात्पर्य है जहाँ तिब्बती लोग रहते हैं। च्युचाईगो के पहाड़ों में एक हज़ार से अधिक वर्षों के भीतर वे इस प्राचीन नृत्य को विरासत के रूप में संजोते हुए विकास करते हैं।नृत्य में हमने देखा की कलाकार लोग मुंह पर लकड़ी से बने हुए मुखौटे पहनकर गाते नाचते हैं, और मालूम हुआ की यहाँ के लोग इसी तरह ही पूजा और प्रार्थना भी करते हैं।काफी अच्छा नृत्य लगा। तीन नदियों से गुजती है ये आवाज़ वीडियो में भी काफी अच्छा गीत लगा। इस विडिओ में कई सारे लोक गीत थे और सभी बहोत अच्छे थे। सभी विडिओ बेहद रोचक और बहोत ही उत्तम है इन विडिओ के माध्यम से हम ने चीनी नव वर्ष वसंत उत्सव का आनंद तिब्बती संस्कृति के लोक गीत ,नृत्य और कलाकारों द्वारा अभिनय से आनंद खूब उठाया। ऐसा लग रहा था हम भी तिब्बेती कल्चर में पूरी तरह रंग में रंग चुके हैं ,वास्तव में बेहद ज्ञानवर्धक विडिओ हैं जिनको देख कर ,गीत को सुन कर दिल में ही बसा लेने को दिल करता है सच गीत के बोल गायिका की आवाज़ में तो नही समझ आरहे थे लेकिन बोल के न समझ के बावजूद भी धून म्यूज़िक ने पहले चरण में दिल को जीत लिया था। और जैसे जैसे बोल को पढ़ा बार बार दिल से ज़बान से वाह वाह ही निकला और मैं गीत और नृत्य के समापन के बाद अपने आपको कलेपिंग करने से रोक नही पाया।

    हैया:अमीर अहमद जी, पत्र भेजने के लिये शुक्रिया। दोस्तों, मेरे पास जो पत्र है, उसे भेजा है, छत्तीसगढ़ से चुन्नीलाल कैवर्त जी ने। उन्होंने लिखा है......

    आज 5 मार्च की सुबह पेइचिंग के जन वृहद भवन में 12वीं एनपीसी का चौथा सम्मेलन उद्घाटित होने पर चीनी जनता और जन प्रतिनिधियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें ! हम 2016 एन पी सी और सी पी पी सी सी के वार्षिक सम्मेलनों की पूर्ण सफलता की कामना करते हैं !!

    पूरी दुनियाँ के नेताओं और संवाददाताओं का ध्यान आजकल 2016 एन पी सी और सी पी पी सी सी के वार्षिक सम्मेलनों की ओर है। हम श्रोता गण और नेटीजनों का ध्यान भी इन्ही दो महत्वपूर्ण वार्षिक सम्मेलनों पर है। खुशी की बाते है की सी आर आई की वेब साइट के माध्यम से हमें हजारों किलोमीटर दूर से भी इन सम्मेलनों के बारे में पल पल की खबरें मिल रही हैं। इसके लिए चाइना रेडियो इंटरनेशनल के सभी रिपोर्टरों ,संवाददाताओं एवं अधिकारी-कर्मचारियों का हार्दिक धन्यवाद।

    परिवर्तन प्रकृति का नियम है।आगामी 7 मार्च से चाइना रेडियो इन्टरनेशनल के हिंदी कार्यक्रमों में परिवर्तन आएगा, जिसमें कुछ कार्यक्रमों को हटाया जाएगा और कुछ अन्य नये कार्यक्रमों का जोड़ा जाएगा। हम इस परिवर्तन का तहे दिल से स्वागत करते हैं। आशा है,नये कार्यक्रम भी दिलचस्प और सूचनाप्रद होंगे। मेरा सुझाव है कि सी आर आई में एक ऐसा कार्यक्रम होना चाहिये ,जिसमें श्रोता चीन के बारे में अपने प्रश्नों के उत्तर सुन सकें। इस समय सी आर आई के प्रसारण की गुणवत्ता सर्वश्रेष्ठ है। इसके लिए आपे तकनीकी विभाग की जितनी भी तारीफ की जाये ,कम होगी। पुनः एक बार आप सबका हार्दिक धन्यवाद।

    हैया:अब सुनिए हमारे श्रोता दोस्तो जी के साथ हुई बातचीत।

    अनिल:दोस्तो, इसी के साथ आपका पत्र मिला प्रोग्राम यही संपन्न होता है। अगर आपके पास कोई सुझाव या टिप्पणी हो तो हमें जरूर भेजें, हमें आपके खतों का इंतजार रहेगा। इसी उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी दिन इसी वक्त आपसे फिर मुलाकात होगी। तब तक के लिए अनिल पांडे और हैया को आज्ञा दीजिए, नमस्कार।

    हैया:गुडबाय।

    © China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
    16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040