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    आपका पत्र मिला 2016-02-24
    2016-05-24 14:35:59 cri


    अनिल:आपका पत्र मिला कार्यक्रम सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल पांडे का नमस्कार।

    हैया:सभी श्रोताओं को हैया का भी प्यार भरा नमस्कार।

    अनिलः दोस्तो, सबसे पहले हम प्रोग्राम में श्रोताओं के ई-मेल और पत्र पढ़ेंगे। इसके बाद एक श्रोता के साथ हुई बातचीत के मुख्य अंश पेश किए जाएंगे।

    चलिए श्रोताओं के पत्र पढ़ने का सिलसिला शुरू करते हैं। पहला पत्र हमें आया है, पश्चिम पंगाल से हमारे मॉनिटर रविशंकर बसु का। उन्होंने लिखा है, रविवार को रात साढ़े नौ से साढ़े दस बजे तक शार्ट वेव 7395 किलोहर्ट्ज (kHz) पर आपका रेडियो प्रोग्राम सुना। दुनिया भर के ताज़ा समाचार सुनने के बाद "संडे की मस्ती" प्रोग्राम सुना।

    प्रोग्राम में अखिल जी और मैडम श्याओ थांग जी द्वारा चीन का परंपरागत वसंत त्योहार के मौके पर एक खास पेशकश की, जिसे सुनकर मेरा दिल बाग बाग हो गया। त्योहार हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। हम त्योहार और रीति रिवाज के माध्यम से किसी भी देश की परम्परा और संस्कृति को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं। चीन का परंपरागत नया साल अर्थात् वसंत उत्सव चीन का सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है। जिसे चीनी लोग बड़े धूमधाम से मनाते हैं। चीनी कैलेंडर के अनुसार नया साल 8 फ़रवरी को था। इसे वसंत त्योहार या छुन चिए भी कहा जाता है। इस दौरान लोग नए साल का जश्न मनाने में डूबे हुए रहते हैं। नव वर्ष के विशेष मौके पर देश ही नहीं विदेशों में रह रहे चीनी भी अपने घर लौटते हैं। चीनी लोग इस त्योहार को अपने परिजनों के साथ मनाते हैं। प्रोग्राम सुनकर समझ में आया कि क्यों नववर्ष पर लाल रंग का प्रयोग ज्यादा होता है। लाल रंग के सुंदर लालटेन मनमोहक होने के साथ साथ नीयन राक्षस को भगाने के भी काम आते थे। और आतिशबाजी भी शायद इसी से जुड़ी है। ला पा त्योहार चीन की हान जाति का परंपरागत त्योहार है और वह वसंत त्योहार की पूर्व बेला में एक त्योहार माना जाता है। चीनी पंचांग के अनुसार, लापा त्योहार 12 वें चांद्र मास के आठवें दिन यानी हर वर्ष 8 दिसंबर को मनाया जाता है। पेइचिंग के नागरिक ला पा त्योहार को वसंत त्योहार के आगमन की सूचना मानते हैं। ला पा त्योहार के दिन, पेइचिंग का हर परिवार ला पा दलिया खाता है। इसके साथ चीन के अल्पसंख्यक जाति कैसे चीनी नववर्ष मनाते है - इस बारे में विस्तृत जानकारी अच्छी लगी।

    लोगों का जीवन स्तर के उन्नत होने के साथ साथ चीनी लोगों द्वारा वसंत त्यौहार को मनाने के तरीकों में भी परिवर्तन आया है। बाहर जाकर पर्यटन करना चीनी लोगों के वसंत त्यौहार मनाने का एक नया फैशन बन गया है।

    इस साल वसंत त्योहार के दौरान लाखों चीनी पर्यटकों ने विदेशों का दौरा किया। इस रिकॉर्ड से पता चला कि आज के ज़माने में चीनी लोग कितने खुशहाल हैं और उनकी आर्थिक समृद्धि भी कितनी ज्यादा है।चीनी परंपरा के अनुसार, ड्रैगन,बाघ, बैल,बकरा, मुर्गा, सांप, चूहा, सुअर व खरगोश समेत 12 पशुओं को साल का प्रतीक माना जाता है। चीनी पंचांग के मुताबिक़, चीन में साल 2016 को बंदर का साल माना गया है। 12 पशुओं के चक्र में बंदर का स्थान नौवां है जो भेड़ के बाद आता है। चीनी बंदर वर्ष का मतलब है "बुद्धि, समृद्धि और शुभ"। चीनी परंपरागत पंचांग के मुताबिक, बंदर वर्ष में जन्म लेने वाले लोग स्मार्ट और जीवंत होंगे और ऐसी संतान का सपना तो हर मां देखती है।

    उम्मीद है कि चीन और भारत दोनों देशों की जनता का जीवन 2016 साल में खुशहाल होगा, और ज्यादा सफलताएं हासिल होंगी।धन्यवाद एक अच्छी प्रस्तुति देने के लिये।

    हैया:आगे बसु जी लिखते हैं...... शनिवार 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस है। वर्ष 2011 में यू.एन.ओ. यानी संयुक्त राष्ट्र संघ के यूनेस्को ने प्रस्ताव पारित कर 13 फरवरी को सारी दुनिया में "विश्व रेडियो दिवस" के रूप में मनाने की घोषणा की थी। 13 फरवरी का दिन "विश्व रेडियो दिवस" के रूप में इसलिए चुना गया क्योंकि 13 फरवरी 1946 से ही रेडियो संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा अपने रेडियो प्रसारण की शुरुआत की गई थी। विश्व रेडियो दिवस का आयोजन प्रसारण संस्थाओं के बीच अंतर्राष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने में रेडियो की भूमिका की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए किया जाता है। इस वर्ष का विषय है – आपात स्थिति और आपदा के समय में रेडियो। आज के डिजिटल और इंटरनेट के युग में पूरे विश्व में बदलाव हुआ,परन्तु रेडियो हमेशा सबसे सस्ता व सुविधापूर्ण प्रचार-प्रसार का माध्यम बना रहा है। रेडियो विश्व की लगभग 95 प्रतिशत आबादी तक पहुंचता है। अफ्रीका और एशिया के कई देशों में अब भी बड़ी संख्या में लोग रेडियो सुनते हैं। रेडियो, संचार का एक बेहतरीन माध्यम है। दुनिया के किसी भी कोने में रेडियो सुना जा सकता है। रेडियो ही एक माध्यम है जो अमीर और गरीब के बीच भेदभाव नहीं करता है। रेडियो हमारा मनोरंजन करता है, हमें शिक्षित करता है, हमें सूचनाओं और जानकारियों से लैस करता है और सारी दुनिया में लोकतान्त्रिक बदलावों को प्रोत्साहित करता है। आज रेडियो मोबाइल में भी है। गाड़ी में भी। घर पर तो कई रूपों में है। मोबाइल एप के रूप में भी है और वेब स्ट्रीमिंग के रूप में भी। रेडियो ने दिलों को जोड़ा। रेडियो दिल में उतरा। जिंदगी का सुरीला साथी बना। आपदाओं में रेडियो सूचना का जरिया बना।

    चाइना रेडियो इंटरनेशनल (पुराना नाम रेडियो पेकिंग) दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी रेडियो प्रसारण कम्पनियों में से एक है। सीआरआई ने आज से 75 साल पहले (3 दिसंबर 1941) अपने प्रसारण शुरू किए थे। आज सीआरआई के प्रसारण दुनिया की 65 भाषाओं में दुनिया के सभी महाद्वीपों के निवासी सुनते हैं। इस साल अंग्रेजी नव वर्ष के शुभ अवसर पर सीआरआई के महानिदेशक वांग गंग न्यैन के बधाई संदेश से पता चला कि 2016 में सीआरआई अपने श्रोताओं को बेहतरीन और समकालीन सूचनाएं प्रदान करेगा और श्रोताओं के साथ अधिक सुचारू और सुविधाजनक तौर पर आदान प्रदान करेगा। वर्ष 2015 में सीआरआई ने कुल 161 देशों और क्षेत्रों की तरफ से 1 करोड़ 45 लाख 4 हजार पत्र या वेब संदेश प्राप्त किये हैं। सीआरआई के प्रशंसकों की संख्या 5 करोड़, 63 लाख 63 हजार तक जा पहुंची है। इससे स्पष्ट हो जाता है कि सीआरआई वर्तमान समय में विश्व का नंबर वन रेडियो स्टेशन है।

    अंत में विश्व रेडियो दिवस के अवसर पर चाइना रेडियो के सभी श्रोताओं को बधाई और प्यार भरा नमस्कार।

    अनिल:रविशंकर बसु जी, आपने लंबा किंतु सार्थक पत्र हमें भेजा। मुझे उम्मीद है कि इस पत्र के माध्यम से तमाम श्रोताओं को जानकारी हासिल होगी। आपका बहुत-बहुत शुक्रिया। चलिए, अगला पत्र मेरे हाथ आया है उड़ीसा से हमारे मॉनिटर सुरेश अग्रवाल का। उन्होंने लिखा है......

    प्रतिदिन शाम साढ़े छह बजे शॉर्टवेव पर सीआरआई हिन्दी का ताज़ा प्रसारण सुनना हमारी कमज़ोरी बन चुका है। यद्यपि, शाम साढ़े छह बजे प्रसारण अन्य सभाओं की बनिस्पत कम स्पष्ट होता है, फिर भी चौबीस घण्टे लम्बे इन्तज़ार के बाद इतना धैर्य नहीं बचता कि अधिक साफ़ सुनने के लिये और प्रतीक्षा की जाये। बहरहाल, अन्य तीन सभाओं को हम इसलिये सुनते हैं कि उनके रिसैप्शन की स्थिति से आपको अवगत कराया जा सके। वर्त्तमान में यहाँ रात साढ़े आठ और साढ़े नौ बजे वाले प्रसारण शॉर्टवेव 41 मीटरबैण्ड पर अन्य सभाओं के मुक़ाबले अधिक स्पष्ट सुनाई पड़ते हैं, जब कि प्रातः साढ़े आठ बजे 19 मीटरबैण्ड तथा शाम साढ़े छह बजे 31 मीटरबैण्ड पर रिसैप्शन अपेक्षतया कमज़ोर होता है। आपके सूचनार्थ। बहरहाल, रोज़ाना की तरह आज का ताज़ा प्रसारण भी हम ने शाम ठीक साढ़े छह बजे शॉर्टवेव 7265 किलोहर्ट्ज़ की आवृत्ति पर पूरे मनोयोग से सुना और अब मैं उस पर अपनी त्वरित टिप्पणी के साथ आपके समक्ष उपस्थित हूँ।

    ताज़ा अन्तर्राष्ट्रीय समाचारों के बाद पंकज और अंजलि की बेहतरीन प्रस्तुति साप्ताहिक "आपकी फ़रमाइश आपकी पसन्द" का तो मैं कायल हो गया हूँ। आज की पेशकश में -एक आस का पंछी, गूँज उठी शहनाई, हिमालय की गोद में, गंगा की लहरें, नौ दो ग्यारह तथा रॉकी फ़िल्मों के फड़कते हुये छह गानों के साथ दी गई जानकारी भी लाज़वाब थी। फ़रमाइशी गानों में जब फ़िल्म "गूँज उठी शहनाई" का "जीवन पिया तेरा साथ रहे........ गीत बजा, तो मेरा दिल भी मचलने लगा, क्यों कि यह गाना मेरे पसन्दीदा टॉप टेन गानों में एक है। ज्ञानवर्द्धक जानकारियों के क्रम में जापान द्वारा समुद्र की लहरों पर शहर बसाये जाने की योजना सम्बन्धी विस्तृत जानकारी देने का शुक्रिया। अमेरिका के टेक्सास राज्य तथा दुनिया के सात अज़ूबों में से एक दक्षिणी अमेरिकी देश पेरू स्थित माचेपिचु पर्यटन स्थल में परग्रही जीवों के आने-जाने की बात हैरतअंगेज़ लगी। कार्यक्रम में ठण्ड के दिनों में सर्दी से बचने के उपाय एवं दही खाने के फ़ायदे और नुकसान पर महती जानकारी दिये जाने का भी आभार। आशा है कि आप यूँ ही हर सप्ताह मनोरंजन के साथ-साथ हमारा ज्ञानवर्द्धन करते रहेंगे।

    रोज़ाना की तरह मैंने आज भी सीआरआई का प्रोग्राम सुना। बहरहाल, ताज़ा अन्तर्राष्ट्रीय समाचारों का ज़ायज़ा लेने के बाद हमने सदाबहार साप्ताहिक "सण्डे की मस्ती" भी पूरी तन्मयता से सुना। सण्डे स्पेशल के तहत वैलेण्टाइन डे के अवसर पर क्या करें, क्या न करें; इसे भिन्न-भिन्न देशों में भिन्न-भिन्न नामों से मनाये जाने की परम्परा तथा इसका नाम वैलेण्टाइन डे कैसे पड़ा आदि विस्तृत जानकारी प्रदान करने हेतु हार्दिक धन्यवाद। आज भले ही वैलेण्टाइन दिवस मनाने में भद्दापन आ गया हो, परन्तु जब यह पता चलता है कि इसके पीछे सन्त वैलेण्टाइन की क़ुर्बानी छुपी है, तो आँखें नम हो उठती हैं। भगवान से प्रार्थना है कि फिर कोई प्यार पर अंकुश लगाने वाला क्लाउडियस पैदा न हो ! अज़ब-गज़ब किस्सों में ऑस्ट्रिया के मोरपेन शहर के मेट्रो स्टेशन पर सुन्दर चिड़ियों को आकर्षित करने एक व्यक्ति द्वारा मछलियों और चिप्स से भरा थैला खोल देने के बाद जो कुछ हुआ, वह हैरान करने वाला था। अहमदाबाद में तीन करोड़ की लागत से खुले नये अण्डर वाटर रेस्तरां तथा चीन के चेच्यां में डिब्बे में पांच करोड़ रुपये रख कर उन्हें उड़ाये जाने तथा इस प्रतियोगिता में एक महिला द्वारा सर्वाधिक रुपये लपके जाने का समाचार भी काफी दिलचस्प लगा। एयरजेट की जोधपुर-मुम्बई उड़ान के दौरान सोनू निगम द्वारा विमान के एनाउंसमेंट सिस्टम पर गाना गाये जाने तथा इसके लिये पांच क्रू मेम्बर्स को निलम्बित किये जाने की घटना दुर्भाग्यजनक है और इसके लिये विमानन प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई सर्वथा उचित है। सामान्य-ज्ञान के तहत हमें पसीना आने के कारणों पर दी गई जानकारी काफी महत्वपूर्ण लगी। अखिलजी की प्रेरक कहानी-मेरी ताक़त में जापान के ओकायो की किक वाला किस्सा वास्तव में, काफी प्रेरक लगा। मनोरंजन सेगमेण्ट में लद्दाख की मनोहर वादियों में शूट की गई और इसी शुक्रवार रिलीज़ हुई फ़िल्म "सनम रे" की चर्चा के साथ उसका प्रोमो सुनवाया जाना काफी रुचिकर लगा। आज के तमाम जोक्स भी काफी उम्दा थे। धन्यवाद फिर एक अच्छी प्रस्तुति के लिये।

    हैया:सुरेश अग्रवाल जी, हमें पत्र भेजने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। चलिए, अगला पत्र मेरे हाथ आया है धनबाद से लोकेश कुमार जी का। उन्होंने लिखा है......

    आप सभी को लूनर वर्ष की शुभकामनाएं । यह वर्ष वानर वर्ष के रूप मे मनाया जा रहा है , यह जानकर प्रसन्नता हुई । भारत में भी वानरों को सम्मान और महत्व दिया जाता है । यहां पुजनीय हनुमान जी भी वानर के रूप मे अवतरित होकर अनेक पराक्रम किये । जो महादेव शिव के ही एक अंश माने जाते है । 08.2.2016 को आपके प्रसारण मे चीन मे नववर्ष के रिती-रिवाजो और वहां की विभिन्न अल्पसंख्यक जनजातियों द्वारा नववर्ष मनाने के रिवाजों पर दी गई जानकारी बहुत रोचक लगी । चीन मे अनेकों जनजातियां आपनी-अपनी संस्कृति और चीन की नागरिकता के बीच मे जो सामंजस्य बनाकर चीन को प्रगति की राह पर ले जा रही है । उससे विश्व के अनेक भागों अपनी पहचान के नाम पर बेवहजह मारकाट कर रहे आतंकियो को सीख लेने की जरुरत है ।रोचक प्रस्तुति के लिए पुन: धन्यवाद।

    अनिल:सुरेश अग्रवाल जी, हमें पत्र भेजने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। चलिए, अगला पत्र मेरे हाथ आया है उतर प्रदेश से सादिक आजमी जी का। उन्होंने लिखा है......

    शुक्रवार की सभा में ताज़ा समाचार एवं समीक्षा के बाद कार्यक्रम का आनंद लिया। जिसमें चीन की सांस्कृतिक एवं सभ्यता से रुबरू होने का अवसर मिला। आमतौर पर शादी विवाह में लोगों के नाचने गाने की परम्परा देखने को मिलती है और दोनों देशों के मध्य समानता भी। विगत कुछ सालों में इसमें बदलाव भी देखने को मिला है। पहले अधिकतर शादी-विवाह के मौके पर शांतिपूर्ण माहौल रहता था। पर वर्तमान में यहां विशेष तौर पर उत्तर प्रदेश में अधिकांश तौर पर DJ की परम्परा ज़ोर पकड़ने लगी है और युवा पीढ़ी इसमें अच्छी खासी दिलचस्पी दिखाने लगी है। देर रात तक नाच गान और शोर शराबे का वातावरण रहता है जिससे ध्वनि प्रदूषण की स्थिति बरकरार रहती है । लेकिन जिस प्रकार चीन में विवाह के अवसर पर मदिरा गीत का चलन है, उससे लगता है वहां के युवाओं के शौक में थोड़ा अंतर है और वही उचित भी है। cri सुनने का यही लाभ है कि हमको कुछ ही पलों में वहां की संस्कृति और रीति रिवाजों की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त हो जाती है। धन्यवाद स्वीकार करें जानकारी देने हेतु। कार्यक्रम आपकी पसंद का उल्लेख भी करना चाहूंगा, क्योंकि यह कार्यक्रम न सिर्फ मनोरंजन का माध्यम है बल्कि ञान का भण्डार है। इस बार के कार्यक्रम में पंकज जी की समीक्षा ने पूर्व की तरह मंत्रमुग्ध कर दिया। चाहे अज़ीब बीमारियों का ज़िक्र हो, चाहे शरीर पर पानी लगते ही शरीर का रंग बदलने का। पंकज जी की हर रिपोर्ट लाजवाब होती है निःसंदेह वह बधाई के पात्र हैं।

    हैया:आगे सादिक आजमी जी लिखते हैं......चीनी वसंत त्योहार पर लगातार आपकी ओर से अपडेट और रिपोर्ट मिलती रही है, हृदय से धन्यवाद प्रकट करने का मन अभिलासी भी है। और हैरत भी कि इस बार चीनी वाणिज्य मंत्रालय द्वारा की गयी निगरानी के अनुसार चीन के वसंत त्योहार के दौरान 7 से 13 फ़रवरी तक सारे देश में फुटकर उद्योग व खानपान उद्योग की कुल बिक्री रकम 7 खरब 54 अरब युआन तक पहुंची। जो गत वर्ष के वसंत त्योहार की अपेक्षा 11.2 प्रतिशत तक अधिक रही। इससे पता चल जाता है कि चीनी लोगों में नव वर्ष को लेकर कितना उत्साह बढ़ता जा रहा है। व्यापार के नए आविष्कार स्वरूप वसंत त्योहार के स्वर्णिम हफ्ते में विभिन्न जगहों के व्यापारियों ने त्योहार के अवसर का लाभ उठाते हुए रंगारंग प्रमोशन गतिविधियों का भी आनंद लिया। यह जानना सुखद रहा कि बंदर वर्ष के वसंत त्योहार में परंपरागत उपभोग को छोड़कर बंदर से जुड़े सोने और चांदी के गहने भी बहुत लोकप्रिय रहे। इनके अलावा बाजार में स्मार्टफोन, लैपटॉप आदि इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों की बिक्री भी अधिक रही,जिसमें निसंदेह युवाओं की भूमिका रही। आपने विस्तार से जानकारी मुहैया कराकर हमारा खूब ञानवर्धन किया, धन्यवाद स्वीकार करें।

    अनिल:सादिक आजमी जी, अपनी प्रतिक्रिया हम तक पहुंचाने के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया। चलिए, आगे पेश है मध्य प्रदेश से डॉ प्रदीप मिश्रा का पत्र। उन्होंने लिखा है ......

    हैया:डॉ प्रदीप मिश्रा, पत्र भेजने के लिये शुक्रिया। दोस्तों, आगे पेश है दिल्ली से अमीर अहमद जी का पत्र। उन्होंने लिखा है......

    अनिल:अमीर अहमद जी, पत्र भेजने के लिये शुक्रिया। दोस्तों, मेरे पास जो पत्र है, उसे भेजा है, अहमदाबाद से फैयाज़ अहमद आजमी जी ने। उन्होंने लिखा है......

    हैया:फैयाज़ अहमद आजमी जी, हमें पत्र भेजने के लिए शुक्रिया। आपके सुझावों पर विचार किया जाएगा। धन्यवाद प्रतिक्रिया भेजने के लिए। चलिए, मेरे हाथ आया है नेपाल के बिराटनगर से उमेश रेग्मी जी का पत्र। उन्होंने लिखा है......

    नमस्कार। सी आर आई हिंदी सेवा के रेडियो प्रसारण और वेबसाईट से वसंत त्योहार के बारे में जानकारी सुनने और जानकारी पढ़ने को मिली। बहुत अच्छी जानकारी के लिए धन्यवाद। 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस था। विश्व रेडियो दिवस के अवसर पर आप सभी ओ के लिए शुभ कामनाएं।

    हैया:अब सुनिए हमारे श्रोता दोस्त राम कुमार रावत जी के साथ हुई बातचीत।  

    अनिल:दोस्तो, इसी के साथ आपका पत्र मिला प्रोग्राम यही संपन्न होता है। अगर आपके पास कोई सुझाव या टिप्पणी हो तो हमें जरूर भेजें, हमें आपके खतों का इंतजार रहेगा। इसी उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी दिन इसी वक्त आपसे फिर मुलाकात होगी। तब तक के लिए अनिल पांडे और हैया को आज्ञा दीजिए, नमस्कार।

    हैया:गुडबाय।

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