Web  hindi.cri.cn
    आपका पत्र मिला 2016-02-17
    2016-05-24 14:33:25 cri


    अनिल:आपका पत्र मिला कार्यक्रम सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल पांडे का नमस्कार।

    हैया:सभी श्रोताओं को हैया का भी प्यार भरा नमस्कार।

    अनिलः दोस्तो, पहले की तरह आज के कार्यक्रम में हम श्रोताओं के ई-मेल और पत्र पढ़ेंगे। इसके बाद एक श्रोता के साथ हुई बातचीत के मुख्य अंश पेश किए जाएंगे।

    चलिए श्रोताओं के पत्र पढ़ने का सिलसिला शुरू करते हैं। पहला पत्र आया है, पश्चिम बंगाल से हमारे मॉनिटर रविशंकर बसु का। उन्होंने लिखा है...... हाल ही में संडे स्पेशल में ग्रीनलैंड की बर्फीली चादर को तेजी से पिघला रहे हैं बादल शीर्षक एक रिपोर्ट सुनने को मिली। रिपोर्ट से पता चला कि आकाश में छाए बादलों के कारण ग्रीनलैंड की बर्फ की परत का तापमान दो से तीन डिग्री बढ़ रहा है। जिस कारण इसका 30 प्रतिशत हिस्सा पिघल रहा है। एक नए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि विश्व की दूसरी सबसे बड़ी बर्फ की चादर को पिघलाने में बादल पहले की तुलना में ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इस चादर के पिघलने से वैश्विक समुद्र स्तर में लगभग एक तिहाई का इजाफा हो सकता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, अगले 80 सालों में हमें दुनिया भर में समुद्रस्तर में बढ़ोत्तरी के एक नए चरण से जूझना होगा। इस शोध से यह साबित होता है कि धरती अब संकट में है। इंसान ने अपने कर्मों से अपनी और अपनी भावी पीढ़ियों के भविष्य को खतरे में डाल लिया है। मनुष्य की गतिविधियों की वजह से धरती का तापमान हर साल बढ़ रहा है। जिसके लिए समुद्र स्तर बढ़ने के विनाशकारी परिणाम को हमें देखना होगा।

    वैज्ञानिकों का कहना है कि 21वीं सदी में ग्लोबल वार्मिंग यानी धरती की तपन बढ़ने की वजह से समुद्र के जल-स्तर में बढ़ोत्तरी शायद सबसे ज्यादा घातक साबित हो सकती है। एक अनुमान के मुताबिक अगर धरती का तापमान 2 डिग्री सेल्सियस बढ़ता है तो तूफान और समुद्री चक्रवातों की औसत ताकत में 50 फीसदी का इजाफा होगा। यानी ये तूफान और चक्रवात ज्यादा विनाशकारी हो जाएंगे। हर साल आने वाले तूफानों की संख्या भी बढ़ेगी।ग्लोबल वार्मिंग एक वास्तविक समस्या है और इसकी वजह से हमारे धरती खतरे में है।वर्तमान युग के जलवायु बदलाव में, लक्ष्मण रेखा लांघती मानवीय गतिविधियों की भूमिका आग में घी डाल रही है। इस बुनियादी बात को आज समझने की जरूरत है कि हमारी आबादी की अच्छी सेहत काफी हद तक धरती की जीवनदायी व्यवस्था की स्थिरता और ठीक से काम करने पर निर्भर है। धरती की प्राकृतिक व्यवस्थाएं जटिल हैं, लेकिन अगर हमें स्वस्थ रहना है तो अब इन्हें समझना ही होगा और इन्हें बचाना भी होगा।यह चौंकाने वाली रिपोर्ट सुनने के बाद विश्वकवि रवीन्द्रनाथ ठाकुर की एक कविता की चार पंक्तियां याद आई :

    "मैं मरना नहीं चाहता

    इस सुन्दर संसार में

    मनुष्यों के बीच

    मैं बचा रहना चाहता हूं।

    जीवंत ह्रदय के बीच यदि जगह पा सकूं

    तो इन सूर्य-किरणों में, इस पुष्पित कानन में

    मैं अभी जीना चाहता हूं"। (अरिजनल बंगाली पंक्तियाँ कुछ इस प्रकार है - morite chahina ami sundor bhubone/manober majhe ami banchibare chai/ei surjo kore ei pushpito kanone/jibonto hriday majhe jodi sthan pai)

    जानकारियों के क्रम में आज सुना है कि एक कंपनी ने एक अनोखा फ्रिज पेश किया है जो केवल खाने-पीने की चीजों को फ्रेश रखने के ही काम नहीं आता बल्कि वह हमें गाने भी सुनाता है। साथ ही यह भी बताता है कि फ्रिज में सब्जियां कम हो रही है और अब घर के लिए सब्जी खरीदने वक़्त आ गया है।सचमुच यह एक कमाल का फ्रिज है। वहीं चीन में उड़ते विमान पर एक महिला यात्री ने दरवाज़ा खोलकर खुदकुशी की कोशिश की जो काफी हैरान कर देने वाली लगी। आज सुना कि चीन की एक महिला तंग ने छेनी-हथौड़े की मदद से पहाड़ को खोदकर 200 मीटर लंबी सुंरग बना दी और इस मिशन को पूरा करने में उन्हें 15 साल लगे। यह बात सुनने के बाद मुझे बिहार के मजदूर 'माउंटेन मैन' दशरथ मांझी की पहाड़ तोड़ने का करिश्मा याद आया। मैं उस महिला की इच्छाशक्ति को सलाम करता हूं। उत्तर-पूर्वी चीन के हार्बिन सिटी में 200 घन मीटर बर्फ का आईस बार के बारे में सुनने के बाद वह देखने के लिए मेरा दिल कर रहा है। 5 साल बाद इंटरनेट क्षेत्र की दिग्गज कंपनी गूगल चीन में वापसी कर रही है जो वाकई उत्साहवर्धक लगी। साथ ही गूगल के बारे में कुछ रोचक बातें बताने के लिए धन्यवाद। आज प्रोग्राम में अखिल जी द्वारा पेश प्रेरक कहानी "विजेता मेंढक" और जीवन मंत्र बहुत अच्छा लगा।प्रोग्राम के अंत में 'चॉक एन डस्टर' फिल्म का ट्रेलर सुनवाया जाना भी अच्छा लगा। धन्यवाद।

    हैया:रविशंकर बसु जी, हमें रोजाना पत्र भेजने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। चलिए, अगला पत्र मेरे हाथ आया है उड़ीसा से मॉनिटर सुरेश अग्रवाल जी का। उन्होंने लिखा है......

    केसिंगा दिनांक 3 जनवरी। सीआरआई हिन्दी का ताज़ा प्रसारण रोज़ाना की तरह आज भी शाम ठीक साढ़े छह बजे मैंने अपने तमाम परिजनों के साथ मिलकर सुना और अब मैं उस पर अपनी त्वरित टिप्पणी आप तक पहुँचाने कम्प्यूटर के सामने बैठा हूँ। बहरहाल, ताज़ा अन्तर्राष्ट्रीय समाचारों के बाद पेश श्रोताओं के अपने मंच साप्ताहिक "आपका पत्र मिला" के तहत हर बार की तरह आज भी श्रोताओं के विचार एवं प्रतिक्रियाओं को समुचित स्थान दिये जाने हेतु हार्दिक धन्यवाद। चीनी नव-वर्ष वसन्त त्यौहार चल रहा है, इसलिये श्रोताओं के पत्रों-प्रतिक्रियाओं में उसकी आहट स्पष्ट तौर पर सुनाई पड़ी। मैं तमाम चीनी भाई-बहनों को वसन्तोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करते हुये कामना करता हूँ कि चीनी वसन्त त्यौहार और भारत के होली-दीवाली का परस्पर ऐसा संगम बने कि चीन-भारत की जनता का जीवन खुशियों से भर जाये! कार्यक्रम में आजमगढ़ के श्रोता भाई सादिक़ आज़मी ने सीआरआई द्वारा मुझे चीन यात्रा पर आमंत्रित किये जाने के फ़ैसले को उचित ठहराया, इस उदारता के लिये मैं ह्रदय से उनका आभारी हूँ। पत्रोत्तर के बाद एक श्रोता से बातचीत क्रम में सीतामढ़ी,बिहार स्थित स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत श्रोता भाई अतुल कुमार से की गई बातचीत में यह जान कर ख़ुशी हुई कि बिहार अब पूरी तरह पोलियोमुक्त हो गया है। धन्यवाद इस उत्साहवर्द्धक प्रस्तुति के लिये।

    रोज़मर्रा की चीनी भाषा पाठ्यक्रम में आज मुलाक़ात से सम्बंधित वाक्यों का दोहराया जाना अच्छा लगा। धन्यवाद।

    अनिल:सुरेश अग्रवाल जी, हमें पत्र भेजने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। चलिए, अगला पत्र मेरे हाथ आया है उत्तर प्रदेश से सादिक आजमी जी का। उन्होंने लिखा है......

    नमस्कार। सबसे पहले सपना उर्फ़ श्याओ थांग जी का कार्यक्रम सण्डे की मस्ती का हिस्सा बनने पर स्वागत एवं हार्दिक अभिनंदन।

    हमें आशा है पूर्व की भाति कार्यक्रम हमारा मनोरंजन एवं ञानवर्धन कराता रहेगा। पर एक बात समझ में नहीं आई कि श्याओ थांग जी ने अपना नाम सपना से क्यों संबोधित किया? अगर हो सके तो विस्तार से साझा करने का कष्ट करें।

    देखिए, इस बारे में मुझे जानकारी नहीं है, अगर पता चलेगा तो बताने की कोशिश करेंगे।

    विश्व के दो सबसे बड़े विकासशील देश भारत और चीन पर आपकी समीक्षा की जितनी प्रशंसा की जाए कम है। विगत वर्षों में चीन भारत संबंध काफी मजबूत हुए हैं और समूचा विश्व विशेषकर मध्य एशियाई देश टकटकी लगाए हुए हैं कि इन दोनो देशों के मध्य कूटनीतिक संबंध विकास एवं व्यापार के नए आयाम तय करेंगे। जिस प्रकार दोनों देश आपसी संबंधों को बढावा दे रहे हैं हम पूरी तरह आश्वस्त है वह दिन दूर नही जब मध्य एशिया पर रूस और अमेरिका की तरह चीन और भारत अपनी छाप छोड़ेंगे।

    दूसरों में बुराई तलाश करने से मन में अहंकार की भावना किस प्रकार जन्म लेती है इस सही उदाहरण कहानी के माध्यम से आपने दिया। प्रेरित कहानी से जो संदेश आप हमको देते हैं वह अत्यंत सराहना योग्य है। भगवान हम सब को आपकी कहानी के माध्यम से जीवन में सुधार करने का साहस दे, और आप यूं ही स्वस्थ रहें ताकि हमारा मार्ग दर्शन यूं ही होता रहे अच्छी प्रस्तुति के लेये बधाई स्वीकार करें। धन्यवाद।

    हर बार की तरह इस सप्ताह भी कार्यक्रम सण्डे की मस्ती का पूरी तरह आनंद लिया। कार्यक्रम की विशेषता के आधार पर रोचक तथ्यों को उजागर करने के क्रम में तनाव में अपनी भूमिका निभाते वर्तमान की लाभकारी तकनीक ई-मेल के हानिकारक होने पर आपकी समीक्षा और रिचर्ड के शोध ने हमें हैरान कर दिया। यकीनन रिपोर्ट सुनने के बाद मन में सजकता बरतने के प्रति हमारी दृढ़ता मे वृद्धि हुई है,

    अजीबोगरीब कारनामे संसार में होते रहते हैं और लोग शोहरत पाने के लिये अपनी जान तक जोखिम में डाल देते हैं। इसी पर आधारित इस बार की रिपोर्ट बहुत अचम्भित करने वाली रही। चाहे अपने बालों से लगभग पॉच टन तक भारी बस को खींचने की बात हो। चाहे सबसे अधिक क्रेडिट कार्ड रखने का कारनामा। पर सब के हृदय को मोहित करने वाली और प्रेरणादायी चीन के उस बाप के कारनामे को सलाम जो लगभग अपनी आधी आयु बेटे की सेवा को समर्पित कर दिया । काश आज समाज मे युवा पीढ़ी इस बात से सीख लेती कि परिजन हमारे लिये कितना कष्ट उठाते हैं और हमारा उनके प्रति कर्तव्य क्या है,

    इंसानी शरीर के विषय में 10 बातें सचमुच हैरान करने योग्य रही और अजीब व गरीब बातें सचमुच हैरान करने योग्य रही और अखिल जी की प्रेरित कहानी सबके बारे में नेक विचार रखना काफी उम्दा लगी, यह हकीकत है अगर लोगों की सोच दूसरों के प्रति सकारात्मक हो तो आपसी स्नेह और प्यार को बढ़ावा मिलता है इस्लाम धर्म में भई कुछ इसी प्रकार कहा गया है कि तुम अपने पड़ोसियों के लिये वही पसंद करो जो तुम अपने लिये पसंद करते हो, आशा करता हूं आपकी प्रेरित कहानी से हम श्रोता मित्र सीख लेंगे। आजके सभी जोक्स बहुत उम्दा थे विशेष तौर पर नींद मे बोल राह हूं पगली वाला लाजवाब लगा धन्यवाद स्वीकार करें अच्छी प्रस्तुति हेतु।

    हैया:सादिक आजमी जी, अपनी प्रतिक्रिया हम तक पहुंचाने के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया। चलिए, लीजिए पेश है कासगंज से जगत किशोर सोलंकी का पत्र। उन्होंने लिखा है ......

    सादर नमस्कार सबसे पहले वसंत महोत्सव यानी चीनी नव वर्ष की बधाई, आपका बहुत पुराना श्रोता हूं, मेरे पिताजी भी आपके प्रोग्राम सुनते थे, और अब भी सुनते है ,आपके दृारा प्रस्तुत समाचार,जोक्स,टी टाइम, सवाल जवाब, और चीनी भाषा पाठ प्रोग्राम बहुत ही ज्ञानवर्धक होते हैं, अनिल जी व ललिता जी की प्रस्तुति सराहनीय होती है। भारत चीन की संस्कृति के बारे में एक सोसाइटी बनाना चहता हूं ,आपका सहयोग की कामना है। धन्यवाद।

    अनिल:जगत किशोर सोलंकी जी, पत्र भेजने के लिये शुक्रिया। दोस्तों, मेरे पास जो पत्र है, उसे भेजा है, दिल्ली से अमीर अहमद ने। उन्होंने लिखा है......

    हैया:अमीर अहमद जी, हमें पत्र भेजने के लिए शुक्रिया। आपके सुझावों पर विचार किया जाएगा। धन्यवाद प्रतिक्रिया भेजने के लिए। चलिए, मेरे हाथ आया है महाराष्ट्र से मुशर्रफ ईरानी का पत्र। उन्होंने लिखा है ……

    आपकी वेबसाइट को दैनिक जीवन में देखना मेरा शौक़ बन गया है। वेबसाइट खोलते ही चीनी राष्ट्रपति तथा हसन रूहानी का चित्र देखा और समाचार पढ़े। साथ ही चीनी भाषा सीखें पेज को ओपन करके चीनी भाषा सीखने की कोशिश की। धन्यवादा।

    पहले भी कई ईमेल भेज चुका हूं। लेकिन आपने शामिल नहीं किया। जिसका खेद है। आपको सूचित कर रहा हूं कि आपकी सुबह का प्रसारण बहुत समय से एकदम स्पष्ट सुनाई देता है। लेकिन रात्रिकालीन प्रसारण नहीं। सुबह का प्रसारण बिलकुल एफएम की तरह साफ़ सुनकर बहुत ख़ुशी होती है।

    हैया:अब सुनिए रामलाल चंद्रवंशी जी के साथ हुई बातचीत।

    अनिल:दोस्तो, इसी के साथ आपका पत्र मिला प्रोग्राम यही संपन्न होता है। अगर आपके पास कोई सुझाव या टिप्पणी हो तो हमें जरूर भेजें, हमें आपके खतों का इंतजार रहेगा। इसी उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी दिन इसी वक्त आपसे फिर मुलाकात होगी। तब तक के लिए अनिल पांडे और हैया को आज्ञा दीजिए, नमस्कार।

    हैया:गुडबाय।

    © China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
    16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040