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    आपका पत्र मिला 2016-02-10
    2016-05-24 14:30:13 cri


    अनिल:आपका पत्र मिला कार्यक्रम सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल पांडे का नमस्कार।

    हैया:सभी श्रोताओं को हैया का भी प्यार भरा नमस्कार।

    अनिलः दोस्तो, पहले की तरह आज के कार्यक्रम में हम श्रोताओं के ई-मेल और पत्र पढ़ेंगे। इसके बाद एक श्रोता के साथ हुई बातचीत के मुख्य अंश पेश किए जाएंगे।

    चलिए श्रोताओं के पत्र पढ़ने का सिलसिला शुरू करते हैं। पहला पत्र हमें आया है, पश्चिम पंगाल से हमारे मॉनिटर रविशंकर बसु का। उन्होंने लिखा है...... 31 जनवरी, 2016 रविवार को रात साढ़े नौ से साढ़े दस बजे तक रेडियो प्रोग्राम सुना।आज के सभा में पंकज श्रीवास्तव जी द्वारा पेश किये गए दुनिया भर के ताज़ा समाचार सुनने के बाद अखिल पाराशर जी और मैडम श्याओ थांग जी द्वारा पेश साप्ताहिक कार्यक्रम "संडे की मस्ती" प्रोग्राम का ताज़ा अंक सुना।

    आज संडे स्पेशल में मैडम श्याओ थांग जी द्वारा पेश "भारतीय मीडिया कर्मी की नज़र में चीन भारत मीडिया" शीर्षक रिपोर्ट बहुत महत्वपूर्ण लगी। रिपोर्ट ध्यान से सुनने के बाद मैं कहना चाहता हूं कि वर्तमान समय में इंटरनेट के विकास से चीन के बारे में जानना बहुत सुविधाजनक हो गया है। भारतीय मीडिया को चीन के बारे में संदेह को छोड़ना चाहिए और संतुलित रिपोर्ट करनी चाहिए। यह बड़े खेद की बात है कि भारतीय मीडिया चीन के बारे में खासकर भारत और चीन के बीच सीमा विवाद और सुरक्षा मुद्दों पर नकारात्मक रिपोर्ट पेश करता है। प्राचीन सभ्यता वाले दोनों देशों के रूप में चीन और भारत के बीच मित्रवत आवाजाही और सांस्कृतिक आदान प्रदान का इतिहास 2 हज़ार से अधिक वर्ष पुराना है। हम देख रहे है कि पिछले 10 सालों में भारत और चीन के बीच पारस्परिक संपर्क बढ़ा है। विशेषकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन यात्रा के बाद दोनों देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक, वित्तीय, व्यापार, सामाजिक, संस्कृति आदि बहुत क्षेत्रों में सहयोग आगे बढ़ रहा है।दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए भारतीय मीडिया को मदद करनी चाहिए। भारतीय मीडिया के नकारात्मक दृष्टिकोण को लेकर एक उदाहरण पेश करना चाहता हूं। आपकी वेबसाइट पर हमने देखा कि भारत के 67 वें गणतंत्र दिवस पर चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को और चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को बधाई और शुभकामनाएं भेजी। लेकिन किसी भी भारतीय मीडिया में यह ख़बर नहीं आयी। हाल ही में हरियाणाके मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के चीन दौरा को लेकर भी कोई बड़ा समाचार नहीं दिखा। यह दोनों समाचार हमने सिर्फ आपकी वेबसाइट पर देखे थे। मेरे विचार में सीआरआई न केवल समाचार सुनाने का काम करता है, बल्कि भारत एवं चीन दोनों देशों के परस्पर संबंधों को और अधिक घनिष्ठ बनाने के लिए लगातार कोशिश कर रहा है।सीआरआई की वेबसाइट भारत तथा चीन के लोगों को आपस में एक दूसरे से जोड़ती है। सीआरआई के माध्यम से चीन के राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक ढांचे को अच्छी तरह से समझा जा सकता है। मेरी आपसे गुजारिश है कि आप वेबसाइट को नियमित रूप से अपडेट करें ताकि सीआरआई से प्रेम करने वालों को मायूसी न हो।

    हैया:आगे बसु जी लिखते हैं… …आज जानकारियों के क्रम में सुना कि चीन के ताइवान शहर में एक सैंडिल के आकार में चर्च बनाया गया है। यह चर्च 55 फुट लंबा और 36 फुट चौड़ा है जो बनाने में सिर्फ दो महीने का समय लगा। चीन के हनान प्रांत में एक व्यक्ति के पास 1.8 टन सिक्के हैं, लेकिन बैंक ने बदले में नोट देने से इंकार कर दिया है। यह समाचार काफी अजीबगरीब लगा। चीन के क्वांगतुंग प्रांत में एक स्थानीय कार डीलर के वर्कर्स को करीब साढ़े सात लाख रुपए गिनते गिनते लग गए रास्ते जो काफी हास्यकर लगा। आज सुना है कि जापानी वैज्ञानिकों ने चूहे की पीठ पर आदमी का कान उगाया है जो वैज्ञानिकों के लिए एक बहुत बड़ी सफलता है। रोज मूंगफली खाने से हमें क्या फायदा होगा, इस बारे में आपकी चर्चा काफी महत्वपूर्ण लगा। धन्यवाद। चाइना रेडियो इंटरनेशनल-हिंदी परिवार के समस्त कर्मचारियों को साथ ही सभी श्रोता मित्रों को वसंत त्यौहार की ढेर सारी शुभकामनाएं एवं हार्दिक बधाई देता हूं!

    अनिल:रविशंकर बसु जी, हमें रोजाना पत्र भेजने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। चलिए, अगला पत्र मेरे हाथ आया है उड़ीसा से हमारे मॉनिटर सुरेश अग्रवाल जी का। उन्होंने लिखा है......

    प्रतिदिन शाम साढ़े छह बजे शॉर्टवेव पर अपने तमाम परिजनों के साथ मिलकर सीआरआई हिन्दी का ताज़ा प्रसारण सुनना मेरे लिये नित्य की संध्या-आरती जैसा बन गया है और जब तक इसे सुन आप तक रोज़ अपनी बात नहीं भेज देता, मन को चैन नहीं मिलता। इसी क्रम में हमने आज भी ताज़ा प्रसारण शॉर्टवेव 7265 किलोहर्ट्ज़ की आवृत्ति पर सुना और अब मैं उस पर हम सभी की मिलीजुली प्रतिक्रिया के साथ आपके समक्ष उपस्थित हूँ। बहरहाल, ताज़ा अन्तर्राष्ट्रीय समाचारों के बाद हमने साप्ताहिक "चीन का भ्रमण" भी ध्यानपूर्वक सुना, जिसके अन्तर्गत आज दक्षिण-पश्चिमी चीन के ताली शहर के एक मन्दिर में भगवान बुध्द की प्रतिमा स्थापित किये जाने के अवसर पर आयोजित भव्य समारोह एवं उसमें उमड़ने वाली अनगिनत श्रध्दालुओं की भीड़ के बारे में जो जानकारी प्रदान की गई, काफी महत्वपूर्ण लगी। यद्यपि, रिसैप्शन में उतार-चढ़ाव तथा उच्चारण सम्बन्धी कठिनाई के चलते कुछ बातें समझने में मुश्किल पेश आयी, फिर भी यह जान कर अच्छा लगा कि चीन में बौध्द धर्म का कितना प्रभाव है। मूर्ति स्थापना समारोह में चीन, इण्डोनेशिया, सिंगापुर, जापान सहित अनेक देशों से पधारे 108 बौध्द-भिक्षुओं द्वारा बौध्द-सूत्रों का पाठ किया जाना तथा आयोजन स्थल के प्राकृतिक परिवेश के बारे में जान कर स्वयं वहां जाने की उत्कण्ठा उत्पन्न हुई। कार्यक्रम में आगे समुद्रतल से कोई 1300 मीटर की ऊँचाई पर स्थित शेरी पहाड़ (नाम जैसा सुनाई पड़ा) पर उत्पन्न होने वाली विशेष हरी चाय और उसकी खुशबूदार चुस्कियों से मन तरोताज़ा हो गया। कार्यक्रम सुन कर पता चला कि सन 1743 में स्वदेश लौटते समय ब्रिटिश गोट्सबर्ग नामक मालवाही जहाज़ कैसे आंक्वे प्रान्त में आ टकराया और डूब गया था, फिर सन 1986 में कैसे उसे ढूँढ निकाला गया तो उसमें रखी कोई 317 टन चाय सही सलामत पायी गई और उसकी खुशबू एवं स्वाद भी बरकरार था। धन्यवाद इतनी महत्वपूर्ण जानकारी साझा करने के लिये।

    कार्यक्रम "मैत्री की आवाज़" के तहत गत दिनांक 22 जनवरी को पेइचिंग में आयोजित "हरियाणा में निवेश" शीर्षक कार्यक्रम में उपस्थित हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर तथा उद्योगमंत्री कैप्टन अभिमन्यु की प्रेसवार्ता के मुख्य अंश सुन कर पता चला कि चीनी पूंजीपति भारत में पूंजीनिवेश करने किस कदर आमादा हैं। सही मायने में यह भारत-चीन सम्बन्धों में निरन्तर और तेज़ी से होती प्रगति का द्योतक है। भगवान करें यह रफ़्तार यूँ ही बनी रहे। धन्यवाद इस उत्साहवर्द्धक प्रस्तुति के लिये।

    भले ही मैं प्रतिदिन सीआरआई हिन्दी का ताज़ा प्रसारण शॉर्टवेव पर शाम साढ़े छह बजे सुनता हूँ, सीआरआई के चारों प्रसारणों में रात साढ़े नौ बजे वाला प्रसारण ही यहाँ सबसे स्पष्ट सुनाई पड़ता है। शाम साढ़े छह बजे ही प्रसारण सुनने का कारण इन्तज़ार का और बर्दाश्त न कर पाना है, क्यों कि चौबीस घण्टे लम्बे इन्तज़ार के बाद ही सीआरआई हिन्दी का ताज़ा प्रसारण नसीब होता है। बहरहाल, रोज़ाना की तरह मैंने आज भी अपने तमाम परिजनों के साथ मिलकर शाम ठीक साढ़े छह बजे शॉर्टवेव 7265 किलोहर्ट्ज़ की आवृत्ति पर कार्यक्रम सुना और अब मैं उस पर हम सभी की मिलीजुली प्रतिक्रिया के साथ आपके समक्ष उपस्थित होने कम्प्यूटर के समक्ष बैठा हूँ। उम्मीद है कि ज़ल्द ही हमारी बात आप तक पहुँच जायेगी। ताज़ा अन्तर्राष्ट्रीय समाचारों के बाद पेश साप्ताहिक "टी टाइम" आज अन्य दिनों के मुक़ाबले अधिक विज्ञानसम्मत और रुचिकर लगा। कार्यक्रम की शुरुआत चीनी भाषा का अध्ययन करने चीन गये भारतीय छात्र अमित कुमार मिश्र से ली गई भेंटवार्ता से किया जाना अच्छा लगा। अमित चीनी के अलावा फ्रेंच भाषा भी जानते हैं और उनकी हिन्दी भी काफी प्राञ्जल है, इसलिये उनका चीनी भाषा में महारत हासिल करना तय है। मैं चीनी भाषा सीख चीन-भारत के बीच सम्भावित सेतु का काम करने वाले अमित के प्रति अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करता हूँ। कार्यक्रम में आगे विश्व स्वास्थ्य संगठन के हवाले से सर्वाधिक उम्रदराज़ लोगों के इटली में होने जानकारी दी गई, तो हमारा वह भ्रम टूट गया कि सबसे लम्बी आयु के लोग जापान में होते हैं। रिपोर्ट सुन कर विश्व की सब से उम्रदराज़ महिला अमेरिका की सुजाना तथा दूसरे नम्बर की लम्बी उम्र वाली इटली की महिला मोरोनो का होना, पता चला। वर्त्तमान में पूरे विश्व में हरदम कोई दस लाख लोगों का हवाई सफ़र में होना, सर्वाधिक 853 यात्रियों को ढ़ोने में सक्षम विमान तथा हवाई जहाज़ के खाने में अधिक नमक होने के बावजूद अधिक दबाव के कारण उसका पता न चलने सम्बन्धी जानकारी काफी सूचनाप्रद लगी। और हाँ, कॉनकॉर्ड से भी तीव्रगति वाले एन्टीपोड एयरक्राफ्ट तथा उसे विकसित करने वाले भारतीय वैज्ञानिक अभिषेक रॉय के बारे में जाना, तो बांछें खिल उठीं। खेलकूद की ख़बरों में अब अम्पायरों के लिये भी मैच के दौरान अनिवार्य होगा हेल्मेट पहनना तथा स्वास्थ्य समाचारों में सोने के तरीक़ों का स्वास्थ्य पर पड़ने वाला प्रभाव आदि जानकारी अत्यन्त महत्वपूर्ण लगी। आज पेश जोक्स में -लड़के और लड़की के अन्तर को समझाता जोक, ऐसी बीमारी से मर जाना अच्छा तथा गुस्सा पी जाना पति की निशानी आदि तीनों जोक्स अव्वल दर्ज़े के लगे। धन्यवाद इतनी श्रमसाध्य प्रस्तुति के लिये।

    हैया:सुरेश अग्रवाल जी, हमें पत्र भेजने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। दोस्तों, मेरे पास जो पत्र है, उसे भेजा है, दिल्ली से अमीर अहमद ने। उन्होंने लिखा है......

    अनिल:अमीर अहमद जी, अपनी प्रतिक्रिया हम तक पहुंचाने के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया। चलिए, अगला पत्र मेरे हाथ आया है बिहार से राम कुमार नीरज जी का। उन्होंने लिखा है......

    सी आर आई हिंदी सेवा की साइट पर ताजा रिपोर्टों की कड़ी में भारत-पाक रेल सेवा तीन साल और बढ़ने पर संक्षिप्त रिपोर्ट पढ़ी, जो पूरी तरह से संतुष्ट नहीं कर पायी। भारत पाकिस्तान सम्बन्ध दुनिया के एक ज्वलंत मुद्दों में से एक है। सी आर आई के पत्रकार बेहद निर्भीक और मेहनती हैं, उनको चाहिये की रिपोर्टों की सम्पूर्णता का पूरा ख्याल रखें।

    रेल सेवा से संबंधित भारत और पाकिस्तान की सरकारों के बीच हुए समझौते की समय सीमा को तीन साल के लिए बढ़ा दिया गया है। आपसी सहमति से तय हुई तारीख 19 जनवरी 2016 को बढ़ा कर 18 जनवरी 2019 कर दिया गया है। 28 जून 1976 को इस समझौते पर हस्ताक्षर किया गया था। यह समझौता रेल सेवा के तहत आने वाले व्यापार, यात्री और परिवहन से संबधित सभी पहलुओं के शामिल होने के चलते दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत बनाता है...जानना बेहद अच्छा लगा।

    इस रिपोर्ट के साथ यह जानना भी बेहद दिलचस्प है कि फिलहाल सभी सामान और यात्रियों का आवागमन दिल्ली से लाहौर तक अटारी एक्सप्रेस के माध्यम से होता है।

    थार एक्सप्रेस एक अंतर्राष्ट्रीय रेलगाड़ी है जो पाकिस्तान में कराची एवं भारत में जोधपुर शहरों को आपस में जोड़ती है। मुनाबाओ एवं खोखरापार जो एक दूसरे से छह किलोमीटर दूर है क्रमश: भारत एवं पाकिस्तान में अंतिम सीमांत स्टेशन हैं। इन दो देशों के बीच चलने वाली ये सबसे पुरानी रेल सेवा है।

    यह रेल सेवा 1965 के भारत पाकिस्तान युद्ध के बाद पटरियाँ क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण रोक दी गयी थी। जिसे 41 साल बाद 18 फरवरी 2006 को फिर से शुरु किया गया।

    कराची पहुंचने से पहले यह रेल सेवा अपनी यात्रा के दौरान जमराव, सैंदद, पिथारू ढोरो नारो, छोरे एवं खोखरापार स्टेशनों से होकर गुजरती है। कस्टम से संबंधित कागजातों की जांच भारत में बाड़मेर एवं पाकिस्तान में मीरपुर खास स्टेशनों पर की जाती है। धन्यवाद।

    हैया:राम कुमार नीरज जी, हमें पत्र भेजने के लिए शुक्रिया। धन्यवाद प्रतिक्रिया भेजने के लिए। चलिए, आगे पेश है उत्तर प्रदेश से सादिक आज़मी जी का पत्र। उन्होंने लिखा है ......

    चाइना रेडियो इंटरनेशनल अपनी ख्याति के अनुरूप कार्यक्रम में नए साल पर बदलाव कर हमारा ञानवर्धन एवं मनोरंजन कर रहा है, सम सामायिक विषयों और सांस्कृतिक बदलाव पर ध्यान दिया जा रहा है। विगत दिनों हमने क्लब भवन में कुछ लोगों को एकत्रित कर वर्तमान में cri की गतिविधियों पर राय जानने की कोशिश की, गहन समीक्षा से निष्कर्ष निकला कि अब भी कुछ बदलाव की आवश्यकता है जिनका उल्लेख हम आगामी पत्र एवं मेल में करते रहेंगे, इस बार केवल यही कहना चाहते हैं कि खेल की खबरों को और अधिक प्राथमिकता की आवश्यकता है। अगर हम देखें तो हर अखबार और टीवी चैनल पर खेलों के लिये विशेष कार्यक्रम की व्यवस्था होती है और सोशल मीडिया के इस दौर में भी ऐसे ऐसे ऐप मौजूद हैं जो लगातार अपडेट देते रहते हैं। हम आशा करते हैं समय की मांग को ध्यान में रखकर हमारे अनुरोध पर विचार किया जाएगा, धन्यवाद।

    अनिल:सादिक आजमी जी, पत्र भेजने के लिये बहुत बहुत धन्यवाद। चलिए, मेरे पास है छत्तीसगढ़ से चुन्नीलाल कैवर्त का पत्र। उन्होंने लिखा है ……

    सीआरआई के सभी भाई बहनों को मेरा प्यार भरा नमस्कार। साथ ही आप सभी को 'वसंत उत्सव'और चीनी नव वर्ष यानि वानर वर्ष की ढेर सारी शुभकामनायें !आशा है,आप सब स्वस्थ एवं मंगलमय होंगे।

    नये वर्ष 2016 के शुभारंभ यानि जनवरी में चीन और भारत के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों के तीव्र विकास की झलक देखने को मिली ,जो सुखद और उत्साहवर्धक लगी। पेइचिंग विश्वविद्यालय के प्रोफेसर च्यांग चींगक्वी को भारतीय सांस्कृतिक अध्ययन के क्षेत्र में किये गये उत्कृष्ट योगदान के लिये भारतीय साहित्य अकादमी ने 27 जनवरी को सम्मानित किया। उन्होंने भारतीय भाषा, संस्कृति को समझने और टैगोर संबंधी अध्ययन, चीन व भारत के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान आदि क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल की। इन उपलब्धियों को भारतीय जनता हमेशा याद रखेगी। चीन के विभिन्न शहरों में भारत का 67 वां गणतंत्र दिवस काफी धूमधाम से मनाया गया।भारतीय राजदूत विजय गोखले ने बीजिंग स्थित दूतावास में ध्वजारोहण किया, वहीं राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का देश के नाम गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर जारी संदेश भी पढ़ा। मैरियट होटल में आयोजित समारोह में चीनी विदेश मामलों के सहायक मंत्री खुंग श्वानयौव के अलावा विभिन्न देशों के राजदूत, मिलिट्री अटाशे, चीनी अधिकारियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में भारतीय और विदेशी मेहमान मौजूद थे। इधर भारत में भी चीनी दूतावास ने वसंत त्यौहार मनाने के लिए समारोह आयोजित किया। भारत स्थित चीनी राजदूत लेइ यू छेंग और प्रवासी चीनियों, चीनी पूंजी वाली संस्थाओं समेत 800 लोगों ने समारोह में भाग लिया।

    इसी प्रकार नौ दिवसीय 24वां दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 17 जनवरी को सम्पन्न हुआ। प्रमुख मेहमान देश के रूप में चीनी प्रतिनिधि मंडल ने संस्कृति व प्रकाशन से जुड़ी लगभग 70 आदान-प्रदान गतिविधियों का आयोजन किया, और समृद्ध उपलब्धियां भी प्राप्त कीं। आरंभिक आंकड़ों के अनुसार इस बार के पुस्तक मेले में चीनी प्रकाशकों ने विदेशी प्रकाशकों के साथ कॉपीराइट से जुड़े कुल 588 समझौते हुए। साथ ही चीन की कहानी, चीनी अर्थव्यवस्था, चीनी स्वप्न और एक पट्टी एक मार्ग से जुड़ी पुस्तकों का भी मेले में भारतीय प्रकाशकों ने स्वागत किया। और चीनी भाषा सीखें से जुड़ी पुस्तकें भी लोकप्रिय रहीं।

    इन सब गतिविधियों से यह साबित होता है कि चीन भारत मैत्री का भविष्य बहुत उज्जवल है। कृपया वानर वर्ष की विशेषताओं के बारे में जानकारी दीजिएगा। साथ ही पेइचिंग विश्वविद्यालय के प्रोफेसर के साहित्यिक जीवन के बारे में मैं विस्तृत जानकारी प्राप्त करना चाहता हूँ। धन्यवाद।

    हैया:चुन्नीलाल कैवर्त जी, हमें पत्र भेजने के लिए शुक्रिया। आपके सुझावों पर विचार किया जाएगा। धन्यवाद प्रतिक्रिया भेजने के लिए। चलिए, आगे पेश है पश्चिम बंगाल से बिधान चन्द्र सान्याल जी का पत्र। उन्होंने लिखा है ......

    यह बहुत खुशी की बात है कि चीनी प्रोफेसर को 27 जनवरी को भारतीय साहित्य अकादमी ने सम्मानित किया। यह बहुत गौरव की बात है।

    हैया:अब सुनिए रामलाल चंद्रवंशी जी के साथ हुई बातचीत।

    अनिल:दोस्तो, इसी के साथ आपका पत्र मिला प्रोग्राम यही संपन्न होता है। अगर आपके पास कोई सुझाव या टिप्पणी हो तो हमें जरूर भेजें, हमें आपके खतों का इंतजार रहेगा। इसी उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी दिन इसी वक्त आपसे फिर मुलाकात होगी। तब तक के लिए अनिल पांडे और हैया को आज्ञा दीजिए, नमस्कार।

    हैया:गुडबाय।

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