हर स्कूली बच्चे के लिए परीक्षा काफी महत्वपूर्ण है, तो परीक्षा से पहले इन बातों का ध्यान देना चाहिए।
परीक्षा हर स्टूडेंट के लिए काफी महत्वपूर्ण होती है। बच्चे तो बच्चे उनके माता-पिता जरूर परीक्षा के इन दिनों कुछ अस्त-व्यस्त और घबराए से नजर आने लगते हैं. उनकी हालत बच्चों से भी ज्यादा खराब हो जाती है. परीक्षा का दबाव स्वाभाविक है, लेकिन यही समय माता-पिता परीक्षा का भी होता है. उनके लिए बहुत जरूरी है कि वे अपने बच्चों के लिए पढ़ाई का स्वस्थ माहौल तैयार करें. क्योंकि बच्चों पर पढ़ाई का दबाव बढ़ जाता है. बच्चे तो अपनी तैयारियों में व्यस्त हैं लेकिन माता-पिता को सबसे ज्यादा ध्यान बच्चों की दिनचर्या का और उन्हें स्वस्थ और रिलैक्स माहौल देने पर लगाना है.
1 बढ़ाएं बच्चे का हौसला
बच्चा यह सोचकर पढ़ाई नहीं करता कि वह खराब अंक लाएगा. उसकी कोशिश अच्छे अंक लाने की होती है. ऐसे में हर वक्त बच्चे को पढ़ाई करने के लिए टोक-टोक कर उसका हौसला कमजोर न करें. उन पर ज्यादा नंबर लाने का प्रेशर न डालें. कभी-भी उनकी तुलना दूसरे बच्चों से न करें. बच्चों को अपने हिसाब से सोचने दें. यदि वे सुबह जल्दी उठकर पढ़ते हैं या देर रात जागकर पढ़ाई करते हैं तो बेहतर होगा कि माता-पिता में से कोई एक उनके साथ जागे.
2खान-पान पर भी दें ध्यान
परीक्षा की तैयारी के दौर में बच्चों को ज्यादा एनर्जी की जरूरत होती है, ताकि वे तरोताजा महसूस करें और पढ़ाई पर पूरा ध्यान दें. इसके लिए उनके खाने में सब्जियों और फलों की अधिक मात्रा शामिल करें. सब्जियों में साग, पालक, मेथी व ब्रोकोली जरूर खिलाएं, क्योंकि इसमें जिंक और विटामिन बी व ई होता है, जिनके सेवन से एकाग्रता बढ़ती है
3स्टडी प्लानिंग
बच्चों की स्टडी की प्लानिंग के लिए आप गाइड कर सकती हैं. बिना किसी दबाव के अपने बच्चे को बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए संकल्प का ध्यान दिलाते रहे. यदि प्लानिंग के अनुसार स्टूडेंट पढाई कर रहा है तो उस पर और दबाव न डाले.
4इन महत्वपूर्ण टिप्स को जरुर आजमाए
प्रतिदिन 30 मिनट का समय फिजिकल एक्टिविटीज पर जरुर दे. ऐसा करने से ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहने के साथ याददाशत और कॉन्फिडेंस बढ़ता है.
5एक दिन में कम से कम 6 घंटे की नीद अवश्य ले.
6नेगेटिव सोच से बचे और ठन्डे दिमाग से पढे.