sundaykimasti150322
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दोस्तों, हर बार की तरह आज के इस कार्यक्रम में होंगे दुनिया के कुछ अजब-गजब किस्से और करेंगे बातें हैरतंगेज़ कारनामों की.... इसी के साथ ही हम लेकर आये हैं मनोरंजन और मस्ती की सुपर डबल डोज, जिसमें होंगे चटपटे चुटकुले, ढेर सारी मस्ती, कहानी और खूब सारा फन और चलता रहेगा सिलसिला बॉलीवुड और चाइनिज गानों का भी।
दोस्तों, आज कार्यक्रम को पेश करने में मेरा साथ दे रही है मेरी सहयोगी लिली जी...।
लिली- दोस्तों, आप सभी को लिली का प्यार भरा नमस्कार।
अखिल- चलिए... अब हम आरंभ करते हैं हमारी मस्ती की पाठशाला पर उससे पहले पढ़ें जाएंगे आपके प्यारे खत और लेटर्स।
अखिल- दोस्तों, हमें पहला पत्र मिला हैं केसिंगा, ओडिशा से हमारे दोस्त सुरेश अग्रवाल जी का। भाई सुरेश जी ने अपने पत्र में लिखा हैं.... ताज़ा अन्तर्राष्ट्रीय समाचारों का ज़ायज़ा लेने के बाद हमने साप्ताहिक "सण्डे की मस्ती" का ताज़ा अंक भी पूरे मनोयोग से सुना। आज के कार्यक्रम में भी दुबई के सेराफ़ोना रेस्तरां पर दी गई जानकारी पूर्वप्रसारित थी और एकबार नहीं, हाल ही में दोबारा प्रसारित की जा चुकी थी। लगता है कि कार्यक्रम निर्माण के समय सीआरआई के विभिन्न विभागों में तालमेल की बेहद कमी रहती है। बहरहाल, आज के कार्यक्रम में चीन की हाईस्पीड ट्रेन पर चन्द्रिमाजी द्वारा पेश रिपोर्ट इतनी अहम लगी कि जिसने आपकी तमाम कमियों को ढ़क लिया। रिपोर्ट सुन कर लगा कि शायद अब वह दिन दूर नहीं, जब भारत के रेलमार्गों पर चीन की हाईस्पीड ट्रेनें दौड़ती नज़र आयेंगी। मेरे इस आशावाद का कारण यह है कि भारत इन दिनों किसी भी चीज़ की ख़रीदी के साथ उसकी तकनीकी भी हासिल करना चाहता है, और चीन हाईस्पीड ट्रेन की तकनीकी हस्तान्तरित करने को तैयार है। ध्यान देने योग्य बात यह भी है कि इस मुद्दे का ज़िक्र हाल ही पेइचिंग में सम्पन्न चीनी राष्ट्रीय जनप्रतिनिधिसभा में भी किया जा चुका है। वास्तव में, चीन अपना तकनीकी ज्ञान पूरी दुनिया के साथ साझा करना चाहता है। मैं तो सोचता था कि दीवारों पर पेशाब करने की बीमारी केवल हमारे यहाँ है, परन्तु यह जान कर हैरानी हुई कि जर्मनी जैसा विकसित देश भी इससे अछूता नहीं है और वहां एक ख़ास तरह का पेंट बनाया गया है, जो शायद पेशाब के ऐसे लती लोगों को कुछ सबक दे सके। बर्फबारी के दौरान किसी छत पर बर्फ का बिलकुल न होना और जांच करने पर वहां गांजे की खेती करते पाये जाने की घटना काफी दिलचस्प थी, परन्तु ऐन वक़्त पर रिसैप्शन की गड़बड़ी के चलते जगह का नाम नोट करना सम्भव नहीं हुआ, जिसका मुझे ग़म है। वैसे मैं अगले प्रसारण में इसे ज़रूर सुनने का प्रयास करूँगा। पिछली बार की तरह इस बार फिर दस फ़िल्मी कलाकारों के फ़िल्मी और वास्तविक नाम बतलाये गये। आपसे गुज़ारिश है कि इसे नियमित स्तम्भ न बनायें। आज की प्रेरक कहानी में आइस प्लान्ट में फंसे कर्मचारी और फरिश्ता बन उसे मौत के मुंह से निकालने वाले सुरक्षागार्ड का किस्सा दिल को छू गया। वास्तव में, इसके पीछे का राज़ एक छोटा सा अभिवादन था, जिस पर हम सभी को भी अमल करना चाहिये। आज के चुटकुलों में भाई सादिक़ आज़मी के चुटकुले सहित चारों जोक्स काफी चटपटे लगे। और हाँ, क्रिकेट विश्वकप के दौरान पत्नी से कही गयी दस बातें, तो सभी के मन की बात है। धन्यवाद।