अखिल- मीनू जी, आपने भारतीय फिल्म महोत्सव में कुछ फिल्में देखी?
मीनू- हां अखिल जी, मैनें देखी.. मैनें देखी तारें जमीं पर, जिंदगी न मिलेगी दोबारा, और भाग मिल्का भाग।
अखिल- आपको इन तीनों में सबसे ज्यादा अच्छी कौन सी फिल्म लगी।
मीनू- मुझे तो सभी फिल्में पसंद आयी।...
अखिल- पर कोई एक बताओ...
मीनू- हम्म्म.. मुझे भाग-मिल्खा-भाग सबसे ज्यादा पसंद आई। वो एक inspirational movie है।
अखिल- जी हां मीनू जी। आपने सही कहा। यह वाकई एक inspirational movie है। मुझे भी यह फिल्म बहुत पसंद है। इस फिल्म में दिखाया गया है कि कड़ी मेहनत और हिम्मत से कुछ भी हासिल किया जा सकता है।
दोस्तों, चीन ने ऐसा क्या किया है कि एक विकासशील देश से आनन फानन में साढ़े सात लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बन गया है, यह जानने की दिलचस्पी पूरी दुनिया में है. राज कपूर की "आवारा" चीन पहुंचने वाली हिंदी की शुरुआती फिल्मों में है. आज भी लोग हर हिंदुस्तानी में "आवारा" फिल्म के किरदार रीता और राज ढूंढते हैं.
(music)
राजकपूर की जीवनी लिखने वाले फिल्म समीक्षक जयप्रकाश चौकसे बताते हैं कि फिल्में समाज का आईना होती हैं और चीन के साथ रिश्ते बेहतर करने में भी अहम साबित हो सकती हैं. उनका कहना है, "इसके लिए सरकारी पहल की जरूरत पड़ेगी. वहां फिल्में भेजने की व्यवस्था करनी होगी. साथ ही उनकी फिल्मों के लिए भारतीय उद्योग को भी दरवाजे खोलने होंगे." चौकसे कहते हैं कि भले ही दोनों देशों का सामाजिक ताना बाना अलग हो लेकिन दोनों प्राचीन सभ्यताएं रही हैं और यह जोड़ अहम रोल अदा कर सकता है. उनका कहना है इतिहास की मदद से भविष्य में बेहतर रिश्ते बन सकते हैं, "मिसाल के तौर पर गांधीजी. चीन के लोग उन्हें हीरो मानते हैं."
दोस्तों, पिछले साल यानि वर्ष 2013 में भारत में चीनी फिल्म महोत्सव हुआ, और इस साल पेईचिंग में भारतीय फिल्म महोत्सव का आयोजन हुआ। फिल्म महोत्सव के अवसर पर पेईचिंग पहुंची भारत के सूचना और प्रसारण मंत्रालय में डायरेक्टर (फिल्म) श्रीमति निरूपमा कोटरू ने हमें बताया कि चीन में हो रहे फिल्म महोत्सव में भारतीय फिल्मों से चीन के दर्शकों को भारत के बारे में जानकारी पाने का मौका मिलेगा। इस तरह के फिल्म महोत्सव से फिल्म क्षेत्र में सह-निर्माण समझौते से संबंधित मुददों को तेजी से आगे बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
आइए.. हम आपको सुनवाते हैं श्रीमति निरूपमा कोटरू से की गई ख़ास बातचीत के मुख्य अंश
(इंटरव्यू)