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    टी टाइम 140624 (अनिल और वेइतुंग)
    2014-06-24 16:21:12 cri

    अनिलः टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां ..चाय की आवाज .........आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 35 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। हां भूलिएगा नहीं, पूछे जाएंगे सवाल भी, तो जल्दी से हो जाइए तैयार।...........................................

    अनिलः दोस्तो वैसे एक सप्ताह में सात दिन होते हैं, लेकिन हमें आपके लिए प्रोग्राम पेश करने का बड़ा इंतजार रहता है। तो क्या कर रहे हैं आप लोग, रेडियो सेट ऑन किया कि नहीं, अगर नहीं तो जल्दी कीजिए। क्योंकि टी-टाइम प्रोग्राम हो चुका है शुरू।

    आज के प्रोग्राम में भारत से चीन पहुंची, दो महिला मेहमानों से बातचीत सुनवाई जाएगी। एक हैं, लोक कलाकार वंदना सिंह और दूसरी हैं, विश्वविद्यालय में प्रवक्ता, पूनम शर्मा।

    बातचीत तीन हिस्सों में पेश की जाएगी।

    अनिलः दोस्तो जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आजकल ब्राजील में फुटबाल विश्व कप चल रहा है। भले ही चीन की टीम मैदान में नजर नहीं आए, पर मेड इन चायना चीजों की ब्राजील में भरमार है।

    स्टेडियम जाने वाले फुटबाल प्रेमियों के लिए बर्गल एक जरूरी सामान है । अगर हाथ में एक अच्छा बिगुल है, तो बड़ा मजा आता है। वर्ष 2010 दक्षिण अफ्रीका विश्व कप में बड़े आकार के बिगुल काफी लोकप्रिय हुए थे, जो चीन में बने थे । इस बार ब्राजील विश्व कप के फुटबाल प्रेमियों में नया ध्वनि हथियार Casero La सबसे लोकप्रिय है । कासेरो ला भी चीनी उद्यमों का उत्पाद है ।

    । वैसे विश्व कप अच्छी क्वालिटी के फुटबाल से अलग नहीं हो सकता ।ब्राजील विश्व कप में इस्तेमाल हो रहे फुटबाल चीन, भारत, पाकिस्तान आदि देशों में बने हैं।

    वेइतुंगः ब्राजील विश्व कप के शुभंकर को फुलेको नाम दिया गया है। जिसका प्रारूप ब्राजील में एक दुर्लभ पशु armadillo है । फुलेको से जुडे बहुत उत्पाद पूर्वी चीन के हांगचो से गए हैं। यह पहला मौका है कि किसी चीनी उद्यम को फीफा से शुभंकर बनाने और बेचने का अधिकार मिला ।इसके अलावा ब्राजील विश्व कप के कुछ छोटे सूवनियर भी चीन में बने हैं।

    रियो डि जेनरो के मुख्य स्टेडियम माराकाना स्टेडियम के बाहर ट्रेक बस और मैट्रो उपलब्ध है ,जो विभिन्न देशों से आये फुटबाल प्रेमियों की सेवा करते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चीन से बनी 360 बसें और 114 मैट्रो गाडियां रियो की सार्वजनिक यातायात व्यवस्था में शामिल हैं।

    इसके अलावा विश्व कप के 12 स्टेडियमों में से 8 के निर्माण में चीनी कंपनियों ने भाग लिया था ।इन स्टेडियमों की ए सी और लाइटिंग व्यवस्थाओं में चीनी उद्यमों का बड़ा योगदान था।

    चीनी इंग ली कंपनी एक नवीन ऊर्जा कंपनी है ।उसने विश्व कप शहरों की लाइटिंग व्यवस्था के लिए सौर ऊर्जा उपकरण प्रदान किये ।वे इस विश्व कप के प्रायोजकों में से एक है ।विश्व कप के सभी 64 मैचों में इंग ली का विज्ञापन बोर्ड नजर आएगा।

    अनिलः फुटबाल के बाद साहित्य की चर्चा करते हैं।

    नामचीन कवि कवि केदारनाथ सिंह को वर्ष 2013 का ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। ज्ञानपीठ पुरस्कार किसी व्यक्ति को दिया जाने वाला भारत का सर्वोच्च साहित्य सम्मान है।

    कवि केदारनाथ सिंह के 'जमीन पक रही है', 'यहां से देखो', 'बाघ', 'अकाल में सारस' आदि कई कविता संग्रह प्रकाशित हुए हैं।

    ज्ञानपीठ पुरस्कार का निर्णय भारतीय ज्ञानपीठ न्यास द्वारा लिया जाता है। केदारनाथ सिंह ये सम्मान पाने वाले हिंदी के 10वें लेखक हैं।

    इस पुरस्कार के लिए भारत का नागरिक होना और संविधान की आठवीं अनुसूची में बताई गई 22 भाषाओं में से किसी भाषा में लिखने की योग्यता होना अनिवार्य है। पुरस्कार के रूप में केदारनाथ सिंह को 11 लाख रुपये, प्रशस्ति पत्र और सरस्वती प्रतिमा प्रदान की जाएगी।

    चयन समिति की बैठक में हिंदी के जाने माने कवि केदारनाथ सिंह को वर्ष 2013 का ज्ञानपीठ पुरस्कार दिये जाने का ऐलान हुआ।

    ...अब केदारनाथ सिंह के जीवन पर नजर डालते हैं।

    केदारनाथ सिंह का जन्म 1934 में उत्तर प्रदेश के बलिया ज़िले के चकिया गाँव में हुआ था। उऩ्होंने काशी हिंदू विश्वविद्यालय से 1956 में हिंदी में एमए और 1964 में पीएचडी हासिल की।

    गोरखपुर में उन्होंने कुछ दिन हिंदी पढ़ाई और जवाहर लाल विश्वविद्यालय से हिंदी भाषा विभाग के अध्यक्ष पद से रिटायर हुए।

    वेइतुंगः उन्होंने कविता व गद्य की कई पुस्तकें रची हैं। इससे पहले उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार, कुमार आशान पुरस्कार (केरल) और व्यास पुरस्कार सहित कई प्रतिष्ठित सम्मान मिल चुके हैं। जटिल विषयों पर बेहद सरल और आम भाषा में लेखन उनकी रचनाओं की विशेषता है। उनकी सबसे प्रमुख लंबी कविता 'बाघ' है। इसे मील का पत्थर कहा जाता है।

    केदारनाथ सिंह के प्रमुख लेख और कहानियों में 'मेरे समय के शब्द', 'कल्पना और छायावाद', 'हिंदी कविता बिंब विधान' और 'कब्रिस्तान में पंचायत' शामिल हैं।

    अनिलः दोस्तो अब जरा हेल्थ से जुड़े टिप्स।

    तेज दिमाग और बेहतर याददाश्त के लिए आप रोज बादाम खाते हैं और अगर फिर भी चीजें भूल जाते हैं तो शरीर के कुछ खास हिस्सों की मसाज से आपको जरूर मदद मिल सकती है।

    एक्यूप्रेशर तकनीक से शरीर के कुछ विशेष हिस्सों पर दबाव बनाने से याददाश्त बेहतर होती है और दिमाग तेज चलता है। जानिए, किन हिस्सों की मसाज लाभ दे सकती है।

    सिर के बीचोबीच स्थित प्वाइंट और कनपट्टी से माथे के बीच में स्थित प्वाइंट पर एक मिनट तक तेज दबाव बनाएं और फिर छोड़ दें। नियमित तौर पर इस हिस्से पर मसाज से दिमाग तेज होता है।

    दोनों भौंहों के बीच में माथे पर स्थित वह जगह जहां आमतौर पर महिलाएं बिंदी लगाती हैं एक्यूप्रेशर प्वाइंट है। इस बिंदु पर एक मिनट तक उंगली से तेज दबाव बनाएं और फिर छोड़ दें।

    नाक और होठ के बीच में केंद्रित एक्यूप्रेशर प्वाइंट पर एक मिनट तक तेज दबाव बनाएं और फिर छोड़ दें। इसके नियमित अभ्यास से याददाश्त अच्छी होती है और फोकस बढ़ता है।

    ..................----------अब वक्त हो गया है श्रोताओं के कमेंट शामिल करने का। पहला ई-मेल भेजा है, सऊदी अरब से शादिक आजमी ने।

    लिखते हैं कि 17 जून का साप्ताहिक कार्यक्रम टी टाइम सुना। पर खेद के साथ कहना पड़ रहा है मेरे पत्र और प्रश्न के उत्तर दोनों कार्यक्रम से नदारद थे। पिछले कुछ समय से मैंने महसूस किया है या तो मेरी प्रतिक्रिया गायब रहती है। विशेषकर कार्यक्रम आपका पत्र मिला में ऐसा हो रहा है। एक बार मेरी चिट्ठी किसी और के नाम से प्रसारित की गई एक बार मेरी प्रतिक्रिया शामिल नहीं हुई। फिर उन चिट्ठियों को कभी-कभार कार्यक्रम आपका पत्र मिला में शामिल किया जाता है जो पूर्व के उस कार्यक्रम के शामिल किया जा चुका होता है। वहीं दो बार टी टाइम में पत्र न मिलने की सूचना के आधार पर मेरे खत शामिल नहीं किए गए। इस अवसर पर कहना चाहूंगा कि हमें हर मेल के उपरांत रिप्लाई करने की व्यवस्था होनी चाहिये। ताकि हमें यह सूचना मिल जाया करे कि आपको हमारा मेल मिल गया है।

    अनिल जी से विशेष तौर पर कहना चाहूंगा अगर किसी बात का बुरा लगे तो माफ करना। इस बार भी मैं सवालों के जवाब भेज रहा हूं।

    देखिए, आजमी जी हम सभी श्रोताओं के लैटर या मेल को अपने प्रोग्राम में शामिल करना चाहते हैं। हमारे लिए सभी श्रोता बराबर हैं। जहां तक आपकी शिकायत का सवाल है, खासतौर पर टी-टाइम प्रोग्राम में आपका लैटर न शामिल करने की। क्योंकि हमें आपका मेल नहीं मिल पाया, संबंधित विभाग से मुझे आपका मेल हासिल नहीं हुआ। वरना हम जरूर आपका मेल शामिल करते। आपका पत्र मिला प्रोग्राम में आप किस तरह मेल या लैटर भेजते हैं, इसकी जानकारी मुझे नहीं रहती। उम्मीद है कि आप मेरी बात से सहमत होंगे। धन्यवाद।

    दोस्तो, अब नेक्स्ट लैटर की बारी है, इसे भेजने वाले हैं झारखंड से एस.बी.शर्मा। लिखते हैं कि टी-टाइम के पिछले अंक में फुटबाल पर दी गई जानकारी अच्छी लगी। विश्वकप फुटबॉल के चलते भारतमें कोलकाता का माहौल ब्राज़ील और अर्जेन्टीना जैसा होने का समाचार काफी उत्साहवर्धक लगा। वैसे भारत में कोलकाता फुटबॉल का गढ़ है, यहाँ फ़ुटबाल प्रेमियों की संख्या बहुत ज्यादा है । वैसे भी इस समय विश्वकप का खुमार दुनिया भर में है तो

    कोलकाता के भारतीय प्रशंसक भला कैसे पीछे रह सकते हैं। वहीं मोबाइल के अत्यधिक प्रयोग या ज़ेब में रखने पर पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या कम होने अथवा प्रजनन शक्ति प्रभावित होने का समाचार काफी ख़राब लगा। वैसे सुनने में ये भी आया की कमीज की जेब में मोबाईल रखने से ह्रदय रोग का भी खतरा बढ़ जाता है। अतः मोबाईल का कैसे उपयोग किया जाय कि इसका स्वास्थ्य पर कम असर पड़े। यह सोचनीय बात है। लेकिन इन इलेक्ट्रॉनिक गैजट के बिना आज जीवन का सुविधा संपन्न ढंग से चलना भी संभव नहीं है उम्मीद है विज्ञान कोई न

    खोजकर उपभोगताओं को राहत देगा। बालों में होने वाली रूसी अथवा डैन्ड्रफ

    से छुटकारा दिलाने हेतु आपने बहुत प्रभावी घरेलू नुस्खों का ज़िक्र किया

    जो काफी उपयोगी है यह उपाय सुलभ और सरल भी है। अच्छी प्रस्तुति के लिए धन्यवाद।

    नेक्स्ट मेल हमें भेजा है, भागलपुर बिहार से, लिखते हैं कि ब्राजील मेँ चल रहे फुटबॉल विश्व कप मेँ किस टीम ने विश्व चैँपियन स्पेन को हराया है और कितने गोल के अंतर से? जिसकी किसी ने अपेक्षा नहीँ की थी, वह नीदरलैँड्स ने कर दिखाया। शुक्रवार रात नीदरलैँड्स ने अपने जोरदार खेल से गत चैँपियन और दुनिया की नंबर एक टीम स्पेन को 5-1 के बड़े अंतर से हराकर इस विश्व कप के सारे समीकरण पलट कर रख दिए। नीदरलैँड्स ने इस जीत के साथ स्पेन से 2010 के महासमर के फाइनल मेँ मिली हार का बदला भी चुकता किया। मैच मेँ 1-0 से पिछड़ने के बाद भी नीदरलैँड्स के खिलाड़ियोँ ने शानदार खेल दिखाया, जबकि स्पेन के खिलाड़ी बेबस नजर आए।

    वहीं दूसरे सवाल का जवाब यह है कि हालिया शोध के मुताविक मोबाइल से हमेँ क्या नुकसान हो सकता है? जवाब है, शुक्राणुओँ की कमी की संभावना।

    इसके साथ ही लिखते हैं कि प्लूटो के विशाल चंद्रमा कैरन की बर्फीली सतह पर पड़ी दरारोँ के अध्ययन से शोधकर्ता इस बात के साक्ष्य पेश कर सकते हैँ कि यहां कभी भूमिगत समुद्र हुआ करते थे। कैरन की आंतरिक संरचना कभी इतनी गर्म रही थी कि वहां पानी तरल रुप मेँ मौजूद था। प्लूटो पृथ्वी से काफी दूरी पर स्थित ग्रह है। इसकी सूरज से दूरी पृथ्वी की दूरी से 29 गुना अधिक है। प्लूटो के सतह का तापमान शून्य से 229 डिग्री सेल्सियस कम है जिससे यहां तरल अवस्था मेँ पानी मिलना मुश्किल है। पृथ्वी से दूरी और छोटे आकार के कारण प्लूटो का विश्लेषण काफी मुश्किल हो जाता है। जुलाई 2015 मेँ नासा का होरिजन अंतरिक्षयान प्लूटो और कैरन की यात्रा करने वाला पहला यान होगा।

    इसके साथ ही हमें पश्चिम बंगाल से भी खत मिले हैं, भेजने वाले हैं बालुरघाट दक्षिण दिनाजपुर से बिधान चंद्र सान्याल लिखते हैं कि हम टी-टाइम प्रोग्राम को बड़े ध्यान से सुनते हैं और प्रोग्राम दिन-ब-दिन बेहतर होता जा रहा है। इसके लिए आप सभी बधाई के पात्र हैं।

    वहीं दक्षिण दिनाजपुर से देवाशीष गोप ने मेल भेजकर कहा है कि मुझे टी-टाइम प्रोग्राम में दी गई जानकारी के अलावा सांग भी अच्छे लगे। पिछले टी-टाइम प्रोग्राम में आपने फुटबाल के बारे में जानकारी दी। मेरी फेरविट टीम स्पेन नीदरलैंड से 5-1 के अंतर से हार गई। मुझे बहुत दुख हुआ। हम रातभर जागगकर फुटबाल मैच देखते हैं। अब स्पेन चिली से हारकर विश्व कप से बाहर हो चुकी है।

    वहीं पश्चिम बंगाल से ही रबिशंकर बसु और अन्य श्रोताओं ने भी मेल भेजकर टी-टाइम प्रोग्राम के बारे में लिखा है।

    नेक्स्ट मेल भेजा है, ओडिसा से सुरेश अग्रवाल ने।

    "टी टाइम" में आज पॉंच गाने बजाया जाना बिलकुल गैरज़रूरी महसूस हुआ। यदि आपने फ़िल्मी गानों की यूं ही बहुतायत रखी, तो कार्यक्रम अपना आकर्षण खो सकता है। वैसे ब्राज़ील में चल रहे विश्वकप फुटबॉल के चलते भारत में कोलकाता का माहौल ब्राज़ील और अर्जेन्टीनामय होने का समाचार काफी उत्साहवर्धक लगा। मोबाइल के अत्यधिक इस्तेमाल या ज़ेब में रखने पर पुरुष में शुक्राणुओं की संख्या कम होने अथवा उसकी प्रजनन शक्ति प्रभावित होने का समाचार अभी अपुष्ट बतलाया गया, बेहतर होता कि इसे पुष्टि के बाद ही प्रसारित किया जाता, क्यों कि लाख स्पष्टीकरण के बावज़ूद भ्रम की स्थिति पूरी तरह समाप्त नहीं होती। हाँ, बालों में होने वाली रूसी अथवा डैन्ड्रफ से छुटकारा दिलाने हेतु आपने जिन घरेलू नुस्खों का ज़िक्र किया, क़ाबिल-ए-तारीफ थे और उन्हें अपनाया जाना किसी के लिये भी सहज होगा। कार्यक्रम में पेश संता-बंता के तीनों जॉक्स काफी उम्दा प्रतीत हुये। सवाल-ज़वाब का क्रम भी शानदार रहा। आपसे गुजारिश है कि श्रोताओं से मिलने वाले व्यावहारिक सुझावों पर यथासम्भव अमल भी करें। धन्यवाद।

    इसी के साथ आज के प्रोग्राम में लिस्नर्स के कमेंट यही तक। आप सभी का शुक्रिया।

    अब प्रोग्राम में टायम हो गया है हंसी मजाक यानी हंसगुल्लों को शामिल करने का। जी हां, मुझे पता है कि आप सभी को

    आज का पहला जोक कुछ इस तरह है.....पति-पत्नी के बीच अक्सर तकरार हो जाती है। वह भी तब जबकि पति किसी दूसरी महिला के करीब होने लगता है।

    संता अपनी पत्‍‌नी के साथ किसी की शादी में गया।

    थोड़ी देर बाद पत्‍‌नी ने संता को किसी महिला से घुल-मिलकर हंसते हुए बातें करते देखा।

    संता की पत्‍‌नी- ये दवाई मैं घर पहुंचकर तुम्हारे सिर के घाव पर लगा दूंगी।

    संता- लेकिन मेरे सिर में घाव कहां है?

    संता की पत्‍‌नी- अभी हम घर भी कहां पहुंचे हैं?

    .....हंसने की आवाज................

    दूसरा जोक....

    संता ट्रैफिक पुलिस में जॉब के लिए इंटरव्यू देने गया।

    इंटरव्यूअर- एक आदमी गधे की सवारी करता हुआ रोड से जा रहा है और उसने हेलमेट नहीं पहना है, तो क्या आप उसे दण्डित करेंगे?

    संता-नहीं।

    इंटरव्यूअर- क्यों?

    संता-क्योंकि हेलमेट 2 व्हीलर के लिए जरूरी है, 4 व्हीलर के लिए नहीं

    ----हंसने की आवाज....

    ....अब बारी है तीसरे यानी अंतिम जोक की....

    शादी में गोलू बहुत देर से खाना खा रहा था।

    किसी ने पूछा, 'कब तक खाओगे?'

    गोलू ने जवाब दिया, 'मैं तो खुद परेशान हूं, पर कार्ड में लिखा है कि डिनर रात 7 से 12 बजे तक है।

    हंसने की आवाज...........

    दोस्तो, अगर आपके पास भी कुछ जोक्स या शायरी तो हमें भेज सकते हैं..............

    अब सवाल-जवाब की बारी है। दोस्तो हमने पिछले सप्ताह दो सवाल पूछे थे, पहला सवाल था- ब्राजील में चल रहे विश्व कप में किस टीम ने विश्व चैंपियन स्पेन को हराया और कितने गोल से। सही जवाब है स्पेन को नीदरलैंड से 5-1 से हराया। अब तो स्पेन चिली से 2-0 से हारकर विश्वकप से बाहर हो चुका है। इस तरह तमाम खेल प्रेमी बड़े निराश हैं।

    दूसरा सवाल था- मोबाइल जेब में रखने से हमारे शरीर पर क्या प्रभाव पड़ सकता है। सही जवाब है कि इससे हमारे शरीर की प्रजनन क्षमता कमजोर हो सकती है और शरीर में शुक्राणुओं की संख्या भी कम।

    इन दोनों सवालों का सही जवाब हमें लिखकर भेजा है,

    झारखंड से एस.बी.शर्मा, पश्चिम बंगाल से बिधान चंद्र सान्याल, देबाशीष गोप, रवि शंकर बसु, सऊदी अरब से सादिक आजमी, भागलपुर बिहार से हेमंत कुमार और उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल आदि ने।

    आप सभी को बधाई---- तालियों की आवाज.....आगे भी हमारे सवाल सुनते रहिए। .....

    ....म्यूजिक.....छोटा सा..

    अनिलःअब आज के सवालों की बारी है, पहला सवाल है-

    हाल में भारत के किस साहित्यकार को ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

    दूसरा सवाल है- ब्राजील में चल रहे फुटबाल विश्व कप में किस देश के बने उत्पाद आजकल चर्चा में हैं।

    अगर आपको इनका जवाब पता है तो जल्दी हमें ई-मेल कीजिए या खत लिखिए।.....हमारा ईमेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn.

    ...... अपने जवाब के साथ, टी-टाइम लिखना न भूलें। ........म्यूजिक........

    अनिलः टी-टाइम में आज के लिए इतना ही ...अगले हफ्ते फिर मिलेंगे.....चाय के वक्त......तब तक आप चाय पीते रहिए और सीआरआई के साथ जुड़े रहिए। नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर,चाइ च्यान.....

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