हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तर कोरिया सरकार ने युद्ध के खतरे की बात दोहराई। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस बात पर काफी ध्यान देता है। उन्होंने आग्रह किया कि अमेरिका और उत्तर कोरिया को विवेकपूर्ण तरीके से कोरिया प्रायद्वीप के तनाव को कम करना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने 11 अगस्त को अपने प्रवक्ता के जरिये कहा कि तत्काल प्राथमिक तौर पर कोरिया प्रायद्वीप के तनाव को कम करने के लिये कदम उठाने की जरूरत है। उन सभी समझौतों का स्वागत है, जो कोरिया प्रायद्वीप के तनाव को कम करने के लिये उपयोगी हैं। साथ ही वे राजनयिक प्रयासों का भी स्वागत करते हैं।
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने 11 अगस्त को अमेरिका और उत्तर कोरिया आदि देशों से टकराव से बचने के लिए संयम से निर्णय लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि रूस उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार संपन्न देश बनने के विरोध में है।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति महल के प्रवक्ता पार्क सू-ह्यून ने 10 अगस्त को कहा दक्षिण कोरिया अमेरिका समेत मुख्य देशों के बीच सहयोग बढ़ाएगा और तनाव कम करने व शांति की रक्षा करने के लिये सभी जरूरी कदम उठाएगा। दक्षिण कोरिया सकारात्मक कूटनीतिक उपाय उठाएगा।
जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने 11 अगस्त को कहा कि कोरिया प्रायद्वीप परमाणु मुद्दे का समाधान सैन्य तरीका नहीं है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को इस मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान के लिये प्रयास करना चाहिये। इसके अलावा संबंधित देशों को सहयोग मजबूत करने की आवश्यकता है।
कनाडा के विदेश मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने 11 अगस्त आग्रह किया कि उत्तर कोरिया और अमेरिका को तनावपूर्ण स्थिति बनाने से बचना चाहिए। कनाडा अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ तनाव को कम करने के समाधान की आगे खोज करेगा।
(हैया)