बिहार में दो साल पहले बना महागठबंधन टूट गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार शाम अपने पद से इस्तीफा देने के बाद गुरुवार को भाजपा के साथ सरकार बना ली। नीतीश ने मुख्यमंत्री पद की तो भाजपा के सुशील मोदी ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। महागठबंधन में चल रहे मतभेद खत्म न होने का हवाला देकर नीतीश कुमार ने इस्तीफा दिया था।
पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप के बाद महागठबंधन में अंतरविरोध चल रहे थे। तेजस्वी आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे हैं।
बुधवार को नीतीश कुमार राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी से मिले और अपना इस्तीफा दे दिया। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद पटना में राजभवन के बाहर उन्होंने पत्रकारों को बताया कि मौजूदा हालात में मेरे के लिए काम करना असंभव हो गया था। उन्होंने अपनी पार्टी की विधायक दल की बैठक के बाद महागठबंधन की सरकार में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया।
सीबीआई द्वारा तेजस्वी के खिलाफ जमीन संबंधी भ्रष्टाचार मामले में केस दर्ज किया गया था। सीबीआई ने लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ भी मामले दर्ज किये हैं।
243 सदस्यों वाली विधानसभा में जेडीयू के पास 71 सीट, आरजेडी के पास 80 सीट तो भाजपा के पास 53 सीट हैं। महागठबंधन टूटने के बाद नीतीश कुमार ने आरजेडी का दामन छोड़ अब भाजपा के साथ सरकार बना ली है। शपथ ग्रहण समारोह गुरुवार को पहले से नियत समय शाम पांच बजे की बजाय सुबह 10 बजे हुआ। इसके पीछे की वजह तेजस्वी के ट्वीट को बताया जा रहा है जिसमें उन्होंने कहा था कि सुबह 11 बजे वो राज्यपाल से मिलेंगे और सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
जय प्रकाश