2 जून को अफगानिस्तान में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन का आयोजन किया गया। लोगों ने सरकार से यथाशीघ्र ही कदम उठाकर देश की सुरक्षा और स्थिरता की रक्षा करने की मांग की।
स्थानीय समय के अनुसार 2 जून की सुबह करीब 9 बजे दसियों हजार नागरिकों ने काबुल शहर में इकट्ठा होकर देश में सुरक्षा परिस्थिति के बिगड़ने पर असंतोष प्रकट किया।
दोपहर को करीब 12 बजे प्रदर्शन दंगों में बदल गया। कई सौ लोगों ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन पर हमला करने की कोशिश की और घटनास्थल पर पुलिस के साथ मुठभेड़ की। अफगान सुरक्षाकर्मियों ने पानी की तेज़ धार से भीड़ को तितर-बितर किया और कई बार हवा में गोली चलाकर चेतावनी भी दी।
गौरतलब है कि प्रदर्शन का क्षेत्र 31 मई को आत्मघाटी मोटर विस्फोट हमला हुआ था। इस विस्फोट में 90 लोगों की मौत हुई और अन्य 400 लोग घायल हुए हैं। अफगान राष्ट्रपति गनी ने हमले के बाद एक आपात बैठक बुलायी और संबंधित विभागों से घायलों का उपचार करने की आज्ञा भी दी।
(श्याओयांग)