1 जून को चीनी राज्य परिषद की प्रेस दफ्तर ने 1 जून को शिनच्यांग मानवाधिकार कार्य के विकास की प्रगति नाम का एक श्वेत पत्र जारी किया।
श्वेत पत्र में 9 भाग हैं, जिसमें प्रस्तावना, राजनीतिक अधिकार, नागरिक अधिकार, आर्थिक अधिकार, सामाजिक अधिकार, सांस्कृतिक अधिकार, पर्यावरण अधिकार, धार्मिक विश्वास का स्वतंत्र अधिकार और महिलाओं, बालकों, वृद्धों और विकलांगों के अधिकार शामिल हैं।
श्वेत पत्र में कहा गया कि 1955 में चीन ने शिनच्यांग में जातीय क्षेत्र में स्वशासन व्यवस्था लागू की। 1978 में चीन में सुधार और खुलेपन की नीति लागू होने के बाद शिनच्यांग के आर्थिक और सामाजिक विकास ने इतिहास के एक नये दौर में प्रवेश किया। शिनच्यांग की विभिन्न जातियों के मानवाधिकार की गारंटी का स्तर निरंतर बढ़ता रहा है।
श्वेत पत्र में यह भी कहा गया कि पिछले कुछ वर्षों में चीन की केंद्र सरकार ने सामाजिक स्थिरता और चिरस्थायी शांति को शिनच्यांग के कार्य का मुख्य लक्ष्य बनाया। केंद्र सरकार शिनच्यांग का कानूनी प्रशासन चलाती है, विभिन्न जातियों की एकता और समान समृद्धि, विकास को आगे बढ़ाती है। साथ ही सरकार विभिन्न जातियों के शिनच्यांग के विकास कार्य में भाग लेने, विकास उपलब्धियों का साझा उपभोग करने को सुनिश्चित करती है। शिनच्यांग के मानवाधिकार कार्य की नयी प्रगति मिली है। (श्याओयांग)