30 मई को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने एक वक्तव्य जारी कर श्रीलंका और बांग्लादेश के मोरा नाम के तूफ़ान से होने वाली तबाही पर चिंता ज़ाहिर की है और कहा कि संयुक्त राष्ट्र दोनों देशों को मदद देना चाहता है।
महासचिव के प्रवक्ता ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि संयुक्त राष्ट्र दोनों देशों की सरकारों द्वारा नेतृत्व किए गए राहत प्रयासों को और अधिक सहायता देना चाहता है। उस दिन अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन ने श्रीलंका में आपदा प्रभावित क्षेत्रों को आंकलन दल भेजा।
श्रीलंका के आपदा प्रबंधन केंद्र ने 29 तारीख को एक वक्तव्य जारी कर कहा कि भारी वर्षा से आई बाढ़ और भूस्खलन में 177 लोग मारे गए और अन्य 109 घायल हुए हैं।
बांग्लादेश के मौसम विभाग की 30 मई की रिपोर्ट के अनुसार उस दिन तूफ़ान "मोरा" बांग्लादेश में उतरा। लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए संबंधित विभागों ने इससे प्रभावित क्षेत्रों के एक लाख लोगों से जगह खाली करने की मांग की।
(वनिता)