सीरिया मुद्दे से जुड़े छठे दौर की जिनेवा शांति वार्ता 16 मई को औपचारिक तौर पर शुरु हुई। उसी दिन संयुक्त राष्ट्र महासचिव के सीरिया मुद्दे के विशेष दूत स्टैफ़न द मिस्तुरा ने अलग-अलग तौर पर विभिन्न पक्षों के प्रतिनिधि मंडल के साथ छह बंद द्वार वार्ताएं कीं।
पहले दौर की शांति वार्ता की तरह मौजूदा वार्ता फिर भी अप्रत्यक्ष वार्ता का तरीका अपनाया गया। यानी कि संयुक्त राष्ट्र मध्यस्थता के रूप में सीरिया के विभिन्न पक्षों के साथ अलग-अलग तौर पर वार्ता करेगा, फिर वह एक-एक दूसरे पक्ष के साथ वार्ता करता है। मिस्तुरा ने इससे पहले कहा था कि उनके लक्ष्यों में एक है कि सीरिया के विभिन्न पक्षों के बीच सीधी शांति वार्ता को आगे बढ़ाना। लेकिन वर्तमान में यह विचार साकार होने की स्थिति अपरिपक्व है।
मौजूदा शांति वार्ता में भागीदारी सीरिया सरकारी प्रतिनिधि मंडल और प्रमुख विपक्षी दल के प्रतिनिधि मंडल के अलावा काहिरा दल और मॉस्को दल दो विपक्षी प्रतिनिधि मंडल भी उपस्थित हैं, जो सीरिया के प्रमुख विपक्षी दल के बीच मतभेद मौजूद हैं।
(श्याओ थांग)