चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ छुनयिंग ने 5 अप्रैल को नियमित प्रेस वार्ता में कहा कि चीन भारत से जल्दी से दलाई लामा का प्रयोग कर चीन के हितों पर नुकसान पहुंचाने की गलत कार्रवाई बंद करने और दोनों देशों के बीच मौजूद संवेदनशील मुद्दों को नहीं भुनाने का अनुरोध करता है।
भारतीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार तथाकथित अरुणाचल प्रदेश सरकार के निमंत्रण पर दलाई लामा ने हाल ही में चीन भारत सीमा के पूर्वी भाग के भारत अधिकृत क्षेत्र में गतिविधि में भाग लिया। इसपर हुआ छुनयिंग ने बताया कि चीन भारत सीमा पूर्वी भाग पर चीन का रुख स्पष्ट और हमेशा से एक रहा है। भारत को 14वें दलाई लामा की भूमिका साफ साफ पता है। चीन और भारत के बीच संवेदनशील और विवादास्पद क्षेत्र में उनके कार्यक्रम का आयोजन करना न सिर्फ तिब्बत से जुडे सवालों पर भारत के वादे का उल्लंघन है, बल्कि सीमा विवाद फिर छेड़ा गया है, जो दोनों देशों के संबंधों के बेहतर विकास के रूझान के खिलाफ है, बल्कि इससे भारत को कोई फायदा नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि भारत से जानबूझ कर सीमा वार्ता और दोनों देशों के संबंधों के आधार को बर्बाद न करने और चीन भारत संबंधों की समग्र स्थिति बनाए रखने के लिए ठोस कदम उठाने का अनुरोध किया।