2 अप्रैल को विश्व का दसवां ऑटिज़्म दिवस है। हाल ही में चीन में ऑटिस्टिक रोगियों की संख्या एक करोड़ से ज्यादा जा पहुंची है, जिनमें 14 वर्ष की कम उम्र वाले बच्चों की संख्या 20 लाख से ज्यादा है। विशेषज्ञों ने चीन की और ज्यादा संस्थाओं और लोगों के ऑटिस्टिक रोगियों पर ज़्यादा विचार करके उनके और उनके मां-बाप को रोग की छाया से बाहर जाने में मदद करने की अपील की।
पिछले कुछ वर्षों में चीन में ऑटिस्टिक रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है। हर साल करीब 2 लाख की गति से बढ़ रही है। ऑटिस्टिक बच्चों के लिए वे दूसरों से अलग करने के साथ अपने आप को भी बंद करते हैं। इससे उनके स्वास्थ्य पर बड़ा असर पड़ता है। विशेषज्ञों ने सुझाव पेश किया कि ऑटिज़म के प्रति लोगों का ज्ञान बढ़ाने की जरूरत है। चूंकि ऑटिस्टिक रोगियों के लिए जल्दी ही उपचार करना बहुत ज़रूरी है।
परिचय के अनुसार विकसित देशों की तुलना में हाल ही में चीन में ऑटिज़म संबंधी सुयोग्य व्यक्तियों का बड़ा अभाव है। चीन को और ज्यादा सामाजिक शक्तियों के ऑटिज़म के उपचार कार्य में शामिल करने के लिये ज़रूरी कदम उठाना चाहिए।
(श्याओयांग)