इधर के वर्षों में भूमंडलीकरण के प्रति संदेह या विरोध की आवाज़ें सुनाई देती है। इसके मद्देनजर 23 से 26 मार्च तक चल रहे बोआओ एशिया मंच में भूमंडलीकरण और स्वतंत्र व्यापार के सामने मौजूद चुनौतियों का विषय सुरक्षित है ।
एशिया व प्रशांत महासागर आर्थिक व सहयोग संगठन के भूतपूर्व पदाधिकारी वांग यू शेंग ने कहा कि एशियाई देशों को भूमंडलीकरण से सबसे अधिक लाभ मिला है । विकसित देशों को पिछड़े हुए देशों की मदद करना चाहिये यह स्वाभाविक है । यद्यपि आर्थिक भूमंडलीकरण के सामने बाधाएं मौजूद हैं, पर चीन एक पट्टी एक मार्ग के माध्यम से समान भाग्य समुदाय की स्थापना को आगे बढ़ावा देता रहेगा ।
इधर तीन वर्षों में सैकड़ों देशों व संगठनों ने एक पट्टी एक मार्ग के निर्माण में भाग लिया है । चीन दूसरे देशों के साथ चालीस से अधिक समझौते संपन्न किये हैं और चीनी कारोबारों ने एक पट्टी एक मार्ग के तटस्थ देशों में 56 आर्थिक व व्यापारिक क्षेत्रों की स्थापना की है । अनुमान है कि भावी पाँच सालों के भीतर चीन 6 खरब अमेरिकी डालर की अंतर्राष्ट्रीय पूंजी आकर्षित करेगा और 80 खरब अमेरिकी डालर के मालों का आयात करेगा । विदेशों की यात्रा करने वाले चीनी पर्यटकों की संख्या 70 करोड़ तक जा पहुंचेगी । चीन के विकास से विश्व को भी भारी लाभ मिल सकेगा ।
पता चला है कि इस वर्ष के बोआओ एशिया मंच में एशियाई आर्थिक एकीकरण महत्वपूर्ण विषय बना है । चीन का मानना है कि विश्व का छोटा बनना और बाजारों का बड़ा होना यह सारी दुनिया का अनिवार्य रूझान साबित हो जाएगा ।
( हूमिन )