चीन व इजराइल ने 21 मार्च को पेइचिंग में संयुक्त बयान जारी कर दोनों देशों के बीच नये व्यापक साझेदार संबंधों की स्थापना की पुष्टि की।
इस संयुक्त बयान के अनुसार चीन विश्व के बड़े आर्थिक देश के रूप में सृजन से विकास को मजबूत करने की रणनीति अपना रहा है। और सृजन व अध्ययन के क्षेत्र में इजराइल की अग्रणी स्थिति है। चीन-इजराइल सहयोग को मजबूत करने की बड़ी निहित शक्ति है। दोनों पक्षों द्वारा आपसी सम्मान व समानता के आधार पर सृजन सहयोग को मजबूत करना दोनों देशों की जनता के बुनियादी हितों से मेल खाता है। जो दोनों देशों के विकास के लिये सार्थक होगा।
गौरतलब है कि इजराइली प्रधानमंत्री बेनाजेमिन नेतान्याहू की चीन यात्रा के अंत में यह बयान जारी किया गया। उनकी यात्रा के दौरान चीन व इजराइल ने अर्थव्यवस्था, विज्ञान व तकनीक, वाणिज्य, सिविल एविएशन आदि क्षेत्रों में कई द्विपक्षीय सहयोग के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किये।
वर्ष 2016 के अंत तक चीन ने 97 देशों व अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ विभिन्न तरीके वाले साझेदार संबंधों की स्थापना की है। स्विट्जरलैंड के बाद इजराइल दूसरा देश बना, जिसने चीन के साथ सृजन के उद्देश्य से साझेदार संबंधों की स्थापना की है।
चंद्रिमा