भारत में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के परिणाम आ चुके हैं। इन चुनावों में भाजपा ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जबरदस्त जीत हासिल की। जबकि पंजाब में कांग्रेस ने राजनीतिक पंडितों को चौंकाते हुए अपना परचम लहराया। हालांकि गोवा में किसी भी पार्टी को बहुमत हासिल नहीं हुआ, जबकि मणिपुर में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे का मुकाबला रहा।
उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में हुए विधान सभा चुनावों के नतीजे शनिवार सुबह से आने शुरू हुए। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब के शुरुआती रुझानों से लगने लगा था कि इन राज्यों में भाजपा और कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनने वाली हैं। लेकिन दोपहर होते होते तस्वीर पूरी तरह साफ हो गयी। यूपी में भाजपा के जबरदस्त प्रदर्शन ने राजनीतिक पंडितों की भविष्यवाणी को भी फ़ेल कर दिया। हालांकि नतीजों के ऐलान से पहले ही यूपी में बीजेपी के सबसे बड़े दल के तौर पर उभरने के संकेत मिल गए थे। पर शायद ही किसी को उम्मीद थी कि भाजपा विधानसभा की 403 सीटों में से 300 से अधिक पर कब्ज़ा जमा लेगी। इस तरह भाजपा ने सबसे अहम राज्य में सरकार बनाने के लिए पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया है। लेकिन यह भी दिलचस्प रहा कि भाजपा ने चुनावों के दौरान मुख्यमंत्री के तौर पर कोई भी चेहरा पेश नहीं किया। अब देखना यह होगा कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर पार्टी किसे बिठाती है।
वहीं पंजाब में चौंकाने वाले नतीजे आए हैं। बादल सरकार की हार पहले से निश्चित थी। दूसरी ओर सभी विश्लेषक आम आदमी पार्टी को 40 से अधिक सीटें मिलने की बात कर रहे थे। कुछ एग्जिट पोल में पंजाब में 'आप' की सरकार बनने का दावा किया गया। लेकिन आम आदमी पार्टी बहुत पीछे रह गई। हालांकि कांग्रेस ने सभी को गलत बताते हुए पंजाब में सरकार बना ली है। और कैप्टन अमरिंदर सिंह का मुख्यमंत्री बनना लगभग तय है। जबकि सत्तारूढ़ अकाली-भाजपा गठबंधन तीसरे नंबर पर रहा।
विधानसभा चुनावों में भाजपा के रिकॉर्ड प्रदर्शन को देखते हुए स्पष्ट हो गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता बरकरार है। जानकार भाजपा की जीत को मोदी और अमित शाह की जोड़ी का कमाल भी बता रहे हैं। वहीं पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस की बड़ी जीत एक तरह से पार्टी के लिए संजीवनी का काम करेगी। क्योंकि यूपी और उत्तराखंड में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है।
अनिल आज़ाद पांडेय