ब्रिटिश विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन ने 8 मार्च को इजराइल-फिलीस्तीन क्षेत्र की यात्रा की। उन्होंने अलग-अलग तौर पर इजराइल और फिलीस्तीन के नेताओं के साथ वार्ता की। उन्होंने दोहराया कि ब्रिटेन इजराइल-फिलीस्तीन संघर्ष के समाधान के लिए जारी दो-राष्ट्र समाधान का समर्थन करता है।
फिलीस्तीनी न्यूज एजेंसी के अनुसार जॉनसन ने फिलीस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से वार्ता के दौरान कहा कि ब्रिटेन दो-राष्ट्र समाधान का दृढ़ समर्थन करता है। इजराइल ने फिलीस्तीन पर कब्जे वाले क्षेत्र में यहूदी बस्तियों का निर्माण किया, जो इजराइल-फिलीस्तीन शांति प्रक्रिया के लिए लाभदायक नहीं है। अब्बास ने कहा कि फिलीस्तीन दो-राष्ट्र समाधान के आधार पर शांति वार्ता बढ़ाने को तैयार है।
जॉनसन ने 8 मार्च की रात को इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतनयाहू से वार्ता की। वार्ता से पहले जॉनसन ने ज़ोर देते हुए कहा कि ब्रिटेन इजराइल का समर्थन करता है, लेकिन ब्रिटिश सरकार की नीति भी दो-राष्ट्र समाधान की समर्थक है। शांति के लिए कुछ बाधाओं को हटाने की जरूरत है, जैसे कि यहूदी बस्तियों का निर्माण तुरंत रोका जाना चाहिए। लेकिन नेतनयाहू ने कहा कि लंबे अरसे से इजराइल और फिलीस्तीन के बीच शांति नहीं होने का कारण यहूदी बस्तियां नहीं है, बल्कि फिलीस्तीन इजराइल को एक यहूदी देश के रूप में स्वीकार नहीं करता।
(मीनू)