अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने 15 फरवरी को कहा कि अगर इजरायल और फिलिस्तीन दोनों पक्ष चाहते हैं, तो वे इजरायल-फिलीस्तीन शांति प्राप्त करने के लिए "एक देश योजना" या "दो राज्य का समाधान" दोनों का समर्थन करते हैं। इससे पहले अमेरिका के कई पूर्व राष्ट्रपति "दो राज्य का समाधान" करने का रुख का पालन करते थे, जबकि ट्रम्प ने कहा कि वे दोनों तरीकों का समर्थन करते हैं।
ट्रम्प के अनुसार, इजरायल-फिलीस्तीन शांति प्राप्त करने के लिए अमेरिका अपनी बड़ी कोशिश जारी रखेगा। लेकिन इजरायल और फिलिस्तान दोनों पक्षों को सीधी वार्ता करते हुए एक दूसरों को रियायत देने की जरूरत है। इसलिये उन्होंने नेतन्याहू से बस्तियों के निर्माण के मुद्दे पर और अधिक सोचने का आग्रह किया।
नेतन्याहू ने इसके तहत कहा कि बस्तियों के निर्माण की समस्या इजरायल-फिलीस्तीन टकराव का मुख्य कारण नहीं है। इसे शांति वार्ता में हल किया जाना चाहिये।
साथ ही नेतन्याहू ने यह भी बताया कि शांति वार्ता के आयोजन से पहले फिलिस्तीन को मानना चाहिए कि इजरायल एक यहूदी राज्य है और पूरे क्षेत्र में इजरायल को नियंत्रण का अधिकार है।
अंजली