चीन स्थित भारतीय राजदूतः योग व थाईची भारत-चीन मैत्री का पुल बनेंगे
2017-02-15 17:48:41 cri
"आशा है कि ज़्यादा से ज़्यादा चीनी लोग योग संस्कृति का उपभोग करेंगे। आशा है कि चीन का परम्परागत वूशू अधिक से अधिक भारतीयों का शौक बन सकेगा।" 15 फरवरी को ख्वन मिंग की यात्रा कर रहे चीन स्थित भारतीय राजदूत विजय गोखले ने चीन-भारत योग अकादमी के भारतीय मानद अध्यक्ष का प्रमाण पत्र पाने के बाद उक्त बात कही। उन्होंने कहा कि वे दोनों देशों के सांस्कृतिक आदान प्रदान को सक्रिय रूप से आगे बढ़ाऐंगे।
उसी दिन विजय गोखले ने विशेष रूप से युन्नान जातीय विश्वविद्यालय के चीन-भारत योग अकादमी का दौरा किया और छात्रों के थाईची व योग प्रदर्शन को देखा।
गौरतलब है कि 2015 के जून माह में स्थापित चीन-भारत योग अकादमी विश्व में चीन व भारत दोनों देशों द्वारा स्थापित प्रथम योग अकादमी है। योजनानुसार 3 से 5 सालों के निर्माण के बाद चीन के विभिन्न शहरों में 50 शाखा अकादमियों और 100 शाखा केंद्रों की स्थापना की जाएगी। वह धीरे धीरे चीन में योग सुयोग्य व्यक्तियों का प्रशिक्षण केंद्र और योग सांस्कृतिक अनुसंधान केंद्र बनेगा।
(श्याओयांग)